kolaras news- अध्यक्ष की पिक्चर क्लियर, लेकिन उपाध्यक्ष पद पर घमासान

Bhopal Samachar

जगदीश जादौन @कोलारस। नगर पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव 4 अगस्त गुरुवार को होना है।इस चुनाव में अध्यक्ष पद की तो तस्वीर चुनाव से पहले ही स्पष्ठ हो गई है और नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र शिवहरे की भतीजी बहु का इस पद पर काबिज होना लगभग तय माना जा रहा है।

इस समय चुनाव जीत कर तीर्थ यात्रा पर गये सभी पार्षदों ने नगर में आमद दे दी है नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होने के पूरे असार नजर आ रहे है अध्यक्ष पद के लिये शुरू से ही वार्ड क्रमांक एक से चुनकर आई भारतीय जनता पार्टी की श्रीमती प्रियंका शिवहरे को ही माना जा रहा था श्रीमती शिवहरे के पक्ष में 15 में से लगभग 12 पार्षद एकजुट नजर आ रहे है।

लेकिन वार्ड 15 की पार्षद श्रीमती रचना भानु जाट भी जन चर्चा के अनुसार अध्यक्ष पद की दावेदार बताई जा रही है लेकिन संख्या बल श्रीमती प्रियंका शिवहरे के पक्ष में अधिक होने के कारण उनका अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ दिखाई पड़ रहा है अध्यक्ष पद स्पष्ठ होने के चलते उपाध्यक्ष के पद पर घमासान होने की प्रबल संभावना दिख रही है नगर पंचायत में पार्षदों की संख्याबल की बात करें तो 7 भाजपा 1 कांग्रेस 1 आम आदमी पार्टी एवं 6 अपनी दम पर निर्दलीय चुनकर परिषद की चौखट पर अपनी आमद दर्ज कराने में सफल हुये है ।

6 निर्दलीय पार्षदों में से 4 पार्षदों ने अपने अपने नेताओं के आदेश पर भाजपा की सदस्यता बीते दिनों ग्रहण कर ली है इस हिसाब से भाजपा की संख्या 7 से बढ़कर 11 हो गई है संख्या बल के आधार पर अब भाजपा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष  बनना लगभग तय हो गया है। पर अंदर खाने की बात करें तो उपाध्यक्ष के पद पर भाजपा के अंदर ही खलबली मच रही है उपाध्यक्ष की कुर्सी पर मचकोले मारने के लिये अनेक दावेदार नजर आ रहे है।

जिसमें भाजपा के विकास कुशवाह,आशीष चन्देल सहित श्रीमती अर्चना जैन, सहित विधायक की दम पर श्रीमति सोनम सडैया भी उपाध्यक्ष पद को हथियाने की जोर आजमाइस में लगी हुई है।लेकिन जनचर्चा एवं समीकरण के आधार पर  उपाध्यक्ष बनाने में भाजपा के दूसरे धड़े की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी जिसका संचालन चुनाव के समय से ही कोलारस के पूर्व विधायक महेंद्र सिंह यादव एवं देवेंद्र जैन कर रहे है इनके कुशल रणनीति से वैश्य समाज से उपाध्यक्ष बनने की प्रबल संभावना लग रही है।

 क्योंकि वैश्य समाज से पिता पुत्र सहित 3 पार्षद चुनकर आये है वैश्य समाज के पार्षदों की  बात करें तो अनुभव एवं वरिष्ठता के आधार पर गोपाल कृष्ण वैश्य उपाध्यक्ष पद के प्रबल हकदार माने जा रहे है लेकिन उनके साथ एक माईनस प्वाइंट नजर आ रहा है कि वह भाजपा से बगावत कर स्वयं एवं अपने पुत्र को चुनाव मैदान में उतार चुके थे जिसके कारण भाजपा ने उन्हें 6 साल के लिये निलंबित कर दिया है।

लेकिन उनके पार्षद पुत्र रोहित बंसल ने कोलारस के पूर्व विधायक के सफल प्रयास से भाजपा की सदस्यता ले ली तो लग रहा है कि कही न कही उपाध्यक्ष की खिचड़ी भाजपा के साथ मिलकर उनकी पक रही है लेकिन उनकी यह खिचड़ी पूरी तरह पक जाए उसके असार कम ही नजर आ रहे है क्योंकि क्षेत्रीय विधायक उपाध्यक्ष के पद पर श्रीमती सोनम सडैया या श्रीमती अर्चना जैन के पक्ष में नजर जान पड़ रहे है।

वही नगर पंचायत में 15 साल से एक छत्र राज करने वाले पूर्व अध्यक्ष रविंद्र शिवहरे ने अभी उपाध्यक्ष पद पर अपने पत्ते नहीं खोले है लेकिन उनके नजदीकी सूत्रों की बात पर विश्वास करें तो वह आशीष चन्देल या विक्की राजोरिया पर दांव लगा सकते है क्योंकि अध्यक्ष पद पर तो वह कुशल रणनीति और सूझ बूझ से अपनी भतीजी बहु श्रीमती प्रियंका शिवहरे को भाजपा जिलाध्यक्ष,क्षेत्रीय विधायक, पूर्व विधायक महेंद्र सिंह यादव, देवेंद्र जैन सहित भाजपा संगठन के पदाधिकारियों से हरी झंडी ले चुके है।लेकिन उपाध्यक्ष पद पर लगभग तीन लोगों के बीच घमासान होने के गर्व  पूरे आसार नजर आ रहे है लेकिन अध्यक्ष उपाध्यक्ष की साफ स्थिति गुरुवार को चुनाव होते ही स्पष्ठ हो जायेगी। 
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