शिवपुरी। शिवपुरी माधव नेशनल पार्क शिवपुरी में पदस्थ रहे डिप्टी रेंजर की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगने पर नया फर्जीवाड़ा सामने आ गया है। पार्क में प्रभारी रेंजर के तौर पर पदस्थ डिप्टी रेंजर दिनेश कुमार गोयल ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति आवेदन में 6 लाख 90 हजार रु. से कराए गए कार्यों का भुगतान नहीं होने के संबंध में जिक्र किया है।
डिप्टी रेंजर गोयल ने लेटर में उल्लेख किया है कि वह रिटायर होने के बाद मिलने वाली क्लेम राशि से ब्याज सहित उक्त उधारी चुकाएंगे। डिप्टी रेंजर ने लिखा है कि पिछले साल उन्होंने अपने परिक्षेत्र दक्षिण में एडवेंचर कार्य 1 लाख रु. की लागत से उधारी पर कराया था। इसी तरह 4 लाख रु. की लागत से तालाब भी उधारी पर बनवाया था।
इसके अलावा कोविड-19 दौरान 40 हजार रु. से सेनेटाइजर टेंपरेचर मशीन मास्क आदि खरीदे थे। तत्कालीन पार्क डायरेक्टर बायपी सिंह के कहने पर उक्त कार्य कराए थे। उनके ट्रांसफर के बाद डीके पालीवाल आए और उन्होंने बजट स्वीकृत करा दिया। उस दौरान द्वारा उक्त बजट को अधिकारियों ने दूसरी जगह खर्च कर दिया। इस वजह से बाजार की उधारी नहीं चुका पाया। इसलिए उधारी का ब्याज चुकाना पड़ रहा है।
गोयल का कहना है कि उधारी पर कराए उक्त तीनों कार्यों के 6.90 लाख रुपए अभी तक नहीं चुका पाए हैं जिसका हर महीने मुझे ब्याज देना पड़ रहा है। वहीं डिप्टी रेंजर की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का मामला भोपाल स्तर पर पहुंचा। डिप्टी रेंजर दिनेश कुमार गोयल शिवपुरी से तबादला हो जाने के चलते इस समय कूनो में पदस्थ हैं। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए कूनो वन मंडल डीएफओ के यहां आवेदन दिया है।
मेरी जानकारी में यह मामला नही हैं,यह सब मेरे कार्यकाल से पूर्व के प्रकरण होंगें। हमारे यहां आने वाले बजट का प्रयोजन बदलता रहता हैं। अगर डिप्टी रेंजर पर तकनीकी स्वीकृति होगी तो में देखूगा।
सीएस निनामा,CCF
मेने नियमानुसार स्वीकृत कार्यो का अधिकारियों के आदेश के पालन में निर्माण कार्य कराया था। कोरोना काल में तत्कालीन एसडीओ वायपी सिंह के कहने पर सामग्री का क्रय किया था। इसके बावजूद आज तक मुझे भुगतान नहीं किए गए हैं। अब में वीआरएस लेकर मिलने वाली राशि क्लेम की राशि से बाजार का कर्ज चुका सकू इसलिए स्वैच्छिक अवकाश ले रहा हूं।
दिनेश गोयल डिप्टी रेंजर