शिवपुरी। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के तहत लैब टेक्नीशियन संविदा भर्ती दो माह देरी से की गई है। दूसरे अभ्यर्थियों ने कलेक्टर को लिखित शिकायत भेजकर भर्ती प्रक्रिया को विवादित बताकर रोक की मांग की है। एससी वर्ग में डिप्लोमा में ज्यादा अंक व अनुभव के बाद भी कम अंक वाले का चयन कर दिया है। इसी तरह अनारक्षित वर्ग का आवेदक होते हुए भी अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी का चयन कर दिया है।
पहले आवेदक मोहित परिहार का कहना है कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के तहत लैब टेक्नीशियन संविदा (अनुसूचित जाति) पद के लिए लैब टेक्नीशियन डिप्लोमा में 73.47% अंकों से उत्तीर्ण किया है। जबकि चयनित अभ्यर्थी शुभम कुमार शंखवार के 54.20% अंक हैं। चयनित अभ्यर्थी शुभम के पास आईटीसी अनुभव नहीं है, जबकि मेरा आईटीसी अनुभव है। मोहिता का कहना है कि उसने कोविड महामारी के दौरान जिला अस्पताल शिवपुरी में कार्य किया और कार्य अनुभव भी चयनित अभ्यर्थी से अधिक है। इसलिए भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए।
आवेदक कृष्णा गुप्ता निवासी सांई बाबा मंदिर के पास फिजिकल रोड शिवपुरी का कहना है कि लैब टेक्नीशियन के लिए दूसरा पद अनारक्षित था। अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थी के होते हुए भी अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी का चयन कर दिया है। मनोज कुमार कुशवाह को विज्ञप्ति में उल्लेखित आईसीटीसी अनुभव नहीं है, फिर भी उसका चयन कर दिया है। जबकि मेरा अनुभव पत्र संलग्न है। चस्पा की गई चयन सूची में अंकों का जिक्र तक नहीं किया है। कृष्णा का कहना है कि आरटीआई से भी जानकारी चाही गई थी। वह भी उसे नहीं दी गई।
पहले आवेदक मोहित परिहार का कहना है कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के तहत लैब टेक्नीशियन संविदा (अनुसूचित जाति) पद के लिए लैब टेक्नीशियन डिप्लोमा में 73.47% अंकों से उत्तीर्ण किया है। जबकि चयनित अभ्यर्थी शुभम कुमार शंखवार के 54.20% अंक हैं। चयनित अभ्यर्थी शुभम के पास आईटीसी अनुभव नहीं है, जबकि मेरा आईटीसी अनुभव है। मोहिता का कहना है कि उसने कोविड महामारी के दौरान जिला अस्पताल शिवपुरी में कार्य किया और कार्य अनुभव भी चयनित अभ्यर्थी से अधिक है। इसलिए भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए।
आवेदक कृष्णा गुप्ता निवासी सांई बाबा मंदिर के पास फिजिकल रोड शिवपुरी का कहना है कि लैब टेक्नीशियन के लिए दूसरा पद अनारक्षित था। अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थी के होते हुए भी अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी का चयन कर दिया है। मनोज कुमार कुशवाह को विज्ञप्ति में उल्लेखित आईसीटीसी अनुभव नहीं है, फिर भी उसका चयन कर दिया है। जबकि मेरा अनुभव पत्र संलग्न है। चस्पा की गई चयन सूची में अंकों का जिक्र तक नहीं किया है। कृष्णा का कहना है कि आरटीआई से भी जानकारी चाही गई थी। वह भी उसे नहीं दी गई।