शिवपुरी। 12 माह का वेतन देने के साथ-साथ अतिथि शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष करो। ताकि लंबे अरसे तक अन्य कर्मचारियों की भांति वह भी काम कर सके। यदि सरकार ने अतिथि शिक्षकों के हित में फैसले नहीं लिए तो फिर अतिथि शिक्षकों को प्रदर्शन करने मजबूर होना पड़ेगा। यह चेतावनी अतिथि शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट के पास स्थित रोटरी चौक पर धरना प्रदर्शन के दौरान उग्र रवैया अख्तियार कर कही।
सोमवार को शहर के रोटरी चौक के पास धरना प्रदर्शन करते हुए अतिथि शिक्षकों ने कहा कि जिस तरह से गुरुजी की भर्ती अलग से परीक्षा आयोजित कर की गई। अतिथि शिक्षकों की भी इसी तरह विशेष परीक्षा आयोजित की जाए ताकि वह भी अनुभव का लाभ लेकर नियमित शिक्षक बन सके। जो शिक्षक नई भर्ती
नीति के तहत अभी नियुक्त हो गए हैं और वहां पहले से अतिथि शिक्षक कार्यरत थे। ऐसे अतिथि शिक्षकों की भलाई के लिए वहां फिर से पद रिक्त किए जाएं, ताकि अतिथियों को भी रोजगार मिल सके।अक्सर पोर्टल पर आवेदन करते समय अतिथियों को बड़ी परेशानी होती है, इसलिए सरकार पोर्टल प्रक्रिया में सुधार करे।
जिस तरह से उत्तराखंड, हिमाचल, दिल्ली और हरियाणा में अतिथियों की वेतन वृद्धि की गई और उनकी उम्र 62 वर्ष की गई है। ठीक उसी तरह से मध्य प्रदेश राज्य में भी इसे लागू किया जाए ताकि यहां के अतिथि शिक्षकों को भी इसका लाभ मिल सके। यह मांग अतिथि शिक्षकों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के पास प्रदर्शन करने के दौरान कही। साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो फिर हम उग्र प्रदर्शन करने मजबूर होंगे। इस अवसर पर 1 सैकड़ा से अधिक अतिथि शिक्षक प्रदर्शन में मौजूद रहे।