शिवपुरी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अति वर्षा से प्रभावित हुए लोगों को सहायता देने में सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। सभी पीड़ितों को आपदा के संकट से पार निकालने का कार्य सरकार तेजी से कर रही है। मुख्यमंत्री ने गुरूवार को शिवपुरी जिले के मगरौनी के जवाहर नवोदय विद्यालय प्रांगण में बाढ़ प्रभावित परिवारों से चर्चा करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि तात्कालिक तौर पर बाढ़ प्रभावित परिवारों को 6 हजार रूपए, 50 किलो अनाज व रोजमर्रा की जरूरतों का अन्य सामान मुहैया कराया गया है। इसके साथ ही सर्वे के आधार पर आर्थिक सहायता भी प्रभावितों के खातों में पहुँचाई गई है।
मगरौनी और पनघटा के प्रभावितों से चर्चा करते समय उनके साथ लोक निर्माण विभाग के राज्य मंत्री सुरेश धाकड़, विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी, जिलाध्यक्ष राजू बाथम, पूर्व विधायक जसवंत जाटव सहित जनप्रतिनिधि एवं संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना, आईजी अविनाश शर्मा डीआईजी राजेश हिंगणकर, शिवपुुरी जिला कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह सहित विभागीय अधिकारी व बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बाढ़ प्रभावित परिवारों के खाते में आज ही 23 करोड़ 19 लाख रूपए की राशि भेजी गई है। अब तक सरकार द्वारा प्रभावित परिवारों के खातों में 52 करोड़ रूपए से अधिक की सहायता राशि पहुँचाई जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा से प्रभावित लोगों की मदद और खराब हुई अधोसंरचना को फिर से खड़ा करने के लिये प्रदेश सरकार ने तीन सूत्रीय रणनीति बनाई है। इसके तहत पहला काम बाढ़ प्रभावित परिवारों के नुकसान की भरपाई करने के लिये उन्हें राहत, दूसरा काम जिनके मकान बाढ़ में उजड़ गए हैं उन्हें नए मकान बनाकर पुनर्वास और तीसरा काम बाढ़ से ध्वस्त हुई अधोसंरचना जिनमें सड़क, विद्युत लाइन, पुल-पुलिया, अस्पताल, स्कूल व आंगनबाड़ी भवन आदि बनाए जायेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों को तात्कालिक राहत के साथ-साथ मकान बनाने के लिये एक लाख 20 हजार रूपए, दुधारू पशु की मृत्यु पर 20 हजार रूपए और बकरा-बकरी की मृत्यु पर 3 हजार रूपए की सहायता राशि दी जा रही है। इसके साथ ही फसल नुकसान की भरपाई भी सरकार प्रावधानों के तहत करेगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी प्रभावितों को आश्वस्त किया कि सरकार बाढ़ आपदा के संकट से उन्हें उबारने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। जिनके मकान ध्वस्त हुए हैं उन्हें मकान बनाने के लिये सहायता दी जायेगी। इसके साथ ही तात्कालिक रूप से भी हर संभव मदद सरकार ने उपलब्ध कराई है। अति वर्षा के कारण जिनकी खेतीबाड़ी प्रभावित हुई है उन्हें भी सर्वेक्षण कराकर सरकार की तरफ से यथा संभव मदद उपलब्ध कराई जायेगी।