शिवपुरी। मेडीकल कॉलेज की बदहाली किसी से छुपी नहीं है उस पर डीन का डॉन जैसे रबैया किसी को रास नहीं आ रहा है। ऐसे में आज मेडीकल कालेज में उस समय खासा हंगामा हो गया जब मेडीकल कॉलेज में पदस्थ जूनियर डॉक्टरों का वेतन नहीं दिया गया जिससे नाराज जूनियर डॉक्टरों ने जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
जूनियर डॉक्टरों का आरोप है कि मेडीकल कॉलेज में सेवाएं देते हुए वह कोरोना पाजिटिव हो गए। ऐसे में उनके प्रति संवेदना रखते हुए विभाग को वेतन देना चाहिए लेकिन डॉन डीन के रबैए के चलते उनका वेतन काट दिया गया है और उसका भुगतान तक नहीं किया जा रहा है।
जीवन मौत से किया संघर्ष, अब वेतन के लाले
डॉक्टरों का भगवान का दर्जा दिया गया है और इसी के चलते इन जूनियर डॉक्टरों ने अपनी जान की बाजी लगारक जीवन मौत से संघर्ष कर किसी तरह से अपनी डयूटी दी और कई मरीजों को जीवन दान दिया लेकिन जब वे पाजिटिव हुए तो इसकी सूचना विभाग को दी लेकिन विभाग अब उनकी वेतन ही नहीं दे रहा है और विभाग का कहना है कि उन्होंने डयूटी नहीं दी बल्कि घर पर बैठकर आराम किया है ऐसे में वेतन किस बात का।
सर्जरी विभाग में पदस्थ डॉक्टरो की काटी सैलरी
जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि जो डॉक्टर सर्जरी विभाग में पदस्थ थे उन डॉक्टरों की सैलरी काट ली गई है जबकि उनके द्वारा अपने कर्तव्य का निर्वहन किया गया ऐसे में अब वे वेतन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
इनका कहना है
नहीं ऐसा बिल्कुल नहीं है। कागजी कार्यवाही में कुुछ समय लगता है। जिसके चलते इनकी सैलरी लेट हुई है। हम कागजी कार्यवाही के बाद इनकी सैलरी जारी करेंगे। यह आरोप गलत है कि हमनें सैलरी जारी नहीं की।
डॉ अनंत कुमार रखोंडे,विभागाध्यक्ष,मेडीकल कॉलेज शिवपुरी।