कोरोना किसी का सगा नही: ग्रामीण क्षेत्रो में प्रशासन का फोकस, इस रणनीति से टूटी है कोरोना की कमर - Shivpuri News

Bhopal Samachar


शिवपुरी। पिछले कुछ दिनो से कोरोना के संक्रमण की रफ्तार कम हुई हैं,लेकिन जिस तरह से प्रतिदिन जिस संख्या के पॉजीटिव केस आ रहे हैं वहां हमे लापरवाही बरतने की आवश्यकता नही हैं।

पहली लहर का पीक पिछले साल सितंबर में आया था और इस महीने में 1218 केस मिले थे। दूसरी लहर में अब भले ही पॉजिटिविटी रेट गिरने लगी है, लेकिन पिछले 10 दिनों में पिछले वर्ष के पीक महीने से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। अब यदि आमजन ने प्रशासनिक आदेशों का पूर्णत पालन किया तो कोरोना की इस जंग में जीत साफ दिखाई दे रही हैंं।

अब प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रो मे फोकस

कोरोना किसी का सगा नही,अब प्रशासन का फोकस ग्रामीण क्षेत्रो में है,किल कोरोना इस फोकस का मुख्य अस्त्र हैं। प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रो में स्वास्थय टीमे भेजेकर जांच कराना शुरू कर दी हैं,हालाकि ग्रामीण क्षेत्रा में भी लोगो ने भी समझदारी का परिचय दिया हैं कइ्र ग्रामीणो ने स्वयं अपने गांवो को लॉक कर लिया था। फिर भी जिले की 70 प्रतिशत आबादी ग्रामीण हैं अब कोरोना की कमर तोडनी है तो हमे सावधानी की आवश्यकता हैं।

इस तरह संक्रमण को रोकने की कवायद में जुटा प्रशासन

संक्रमण दर घटी, लेकिन सख्ती बढ़ीः कोरोना कर्फ्यू में फिलहाल कोई राहत नहीं दी जा रही है, बल्कि हर दिन प्रशासन सख्ती बढ़ा रहा है। लगातार सीमाओं पर जांच की जा रही है। कोविड रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही जिले में प्रवेश दिया जा रहा है।

दूसरी ओर ग्रामीण अंचल में सभी मुख्य मार्गों को ब्लॉक रखा गया है जिससे ग्रीन जोन में शामिल पंचायतों तक संक्रमण न पहुंच पाए। कर्फ्यू के दौरान बैंक आदि को खुलने की अनुमति है। ऐसे में अब बैककर्मियों और अन्य सभी संस्थान जिन्हें कार्य की अनुमति है, वहां पर कोरोना की जांच कराई जा रही है। इससे यदि किसी को संक्रमण की पुष्टि होती है तो संक्रमण को वहीं रोक दिया जाएगा।

आयोजनों पर पाबंदियां और बढ़ाईं

अप्रैल में ग्रामीण क्षेत्रों में विवाह समारोह हुए। शहरी क्षेत्र में जब तक अनुमति थी लोगों ने आयोजन किए और नियम से ज्यादा लोग बुलाए। इसके बाद अप्रैल के अंत में ही प्रशासन ने किसी भी आयोजन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया। गत दिनों में कलेक्टर ने आदेश जारी कर विवाह समारोह या कोई भी सामूहि आयोजन करने वालों पर 20 हजार रुपये का जुर्माना करने के आदेश दिए।

होम आइसोलेशन में सख्ती, इंसीडेंट कमांडर की अनुमति अनिवार्यः

होम आइसोलेशन में लोग जमकर नियम तोड़ते हैं। घर के बाहर क्वरांटइान की पर्ची फाड़ देते हैं, संक्रमित के स्वजन बाहर निकलते हैं और संक्रमण फैलाते हैं। अब प्रशासन ने निर्णय लिया है कि बिना लक्षणों वाले मरीजों को कोविड केयर सेंटरों में रहना होगा। इंसीडेंट कमांडर पूर्ण रूप से संतुष्ट होने और जांच करने के बाद ही होम आइसोलेट होने की अनुमति प्रदान करेंगे।

अटेंडरों पर कसी लगाम, पास से पीपीई किट में एंट्रीः

शहर में कोरोना संक्रमण फैलने का एक बहुत बड़ा कारण जिला अस्पताल के कोविड मरीजों के अटेंडरों का अंदर जाना और फिर वापस शहर में घूमना रहा। इसे देखते हुए धीरे-धीरे व्यवस्थाओं को लागू करते हुए अस्पताल में मरीजों के अटेंडरों की संख्या को नियंत्रित किया।

अंदर जाने के लिए पास अनिवार्य करने के साथ पीपीई किट उपलब्ध कराईं। संक्रमण कम होने का यह भी एक कारण रहा। यहां भी फिलहाल कोई रियायत नहीं दी जाएगी जिससे कि दोबारा यह संक्रमण फैलाने का कारण न बनें।
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