अस्पताल में पदस्थ पैथोलॉजिस्ट कर रहा हैं सरकारी किट से कोविड की जांच निजी लैब में: रेट 2 हजार - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। कोविड 19 के संक्रमण में भ्रष्टाचार का संक्रमण भी देखने को मिल रहे हें आपातकाल को अवसर मे बदलने का काम अस्पताल में पदस्थ पौथोलॉजिस्ट सरकार से मुफ्त में मिलने वाली रेपिड एंटीजन किट का निजी लैब मे उपयोग कर रहे हैं और पूरी किमत 2 हजार रूपए वसूल रहे हैं। जबकि शिवपुरी में किसी भी प्राईवेट लैब में कोविड 19 की जांच की मान्यता नही है।

शिवपुरी की निजी फायनेंस कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर पवन प्रजापति निवासी कुंभराज जिला गुना रविवार काे सैंपल टेस्ट कराने जिला अस्पताल शिवपुरी पहुंचे। उन्हाेंने बताया कि संजीवनी लैब पर किट से जांच की थी, जिसमें कोरोना पॉजीटिव बताया है।

डॉ पवन राठौर ने कहा कि जिला अस्पताल जाकर दूसरा सैंपल करा लो और किट उन्होंने डस्टबिन में फेंक दी। जिला अस्पताल में पवन प्रजापति का आरटीपीसीआर सैंपल कर जांच के लिए भेज दिया है। जिसकी रिपोर्ट सोमवार या मंगलवार तक आएगी। बता दें कि सरकार को एक रेपिड एंटीजन किट की कीमत 520 रु. चुकानी पड़ रही है।

किट से जांच के एवज में 1200 रु. लिए, दवा के 683 रु. अलग से लिए

मरीज पवन प्रजापति ने मीडिया को फोन पर चर्चा में बताया कि संजीवनी क्लीनिक पर डॉ पवन राठौर ने 1200 रु. ले लिए हैं। साथ ही दवा देकर 683 रु. अलग से लिए गए हैं। वही दूसरे डॉक्टर ने 300 रु. फीस अलग से ली है। इस तरह दो हजार रुपए से अधिक खर्चा आया है।

शिवपुरी जिले में कहीं टेस्टिंग की सुविधा नहीं

शिवपुरी जिले में कहीं भी कोविड सैंपल टेस्टिंग की सुविधा नहीं है। खास बात यह है कि डॉ पवन राठौर जिला अस्पताल शिवपुरी में खुद पैथोलॉजिस्ट हैं। हालांकि डॉ राठौर मरीज की किट से जांच करने वाली बात से साफ इनकार कर रहे हैं।

बता दें कि सरकार ने आईसीएमआर एवं एनएबीएल द्वारा अनुमोदित निजी प्रयोगशाला और एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पतालों में आरटीपीसीआर व रेपिड एंटीजन किट से कोविड-19 जांच की अनुमति दी है। आरटीपीसीआर के लिए 700 रु. और रेपिड एंटीजन टेस्ट की दर 300 रु. निर्धारित की है। मान्यता नहीं होने के बाद भी किट से जांच के बदले मरीज से 1200 रु. ले लिए।

मरीज की रेपिड किट से जांच नहीं की है

हमारे द्वारा किसी भी मरीज की कोविड-19 जांच रेपिड एंटीजन किट से नहीं की गई है और न ही किसी से पैसे लिए हैं। मरीज यदि ऐसा कह रहा है तो यह बात गलत है।
डॉ पवन राठौर, पैथोलॉजिस्ट

मामले की जांच कराएंगे

जिले में किसी भी निजी पैथाॅलाॅजी पर रेपिड एंटीजन किट से जांच की सुविधा नहीं है। किट यदि ब्लैक में खपाई जा रहीं हैं तो यह गलत बात है। हम इस मामले की जांच कराकर संबंधित पर कार्रवाई करेंगे।
डॉ. एएल शर्मा, CMHO, शिवपुरी
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