शहर के लिए परेशानी बनते जा रहे हो सूअर, बढ़ती संख्या बनी चिंता का विषय - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी शहर में बढ़ती गंदगी और प्रदूषण का एक कारण सुअरों की बढती हुई संख्या भी है। गली मोहल्ले और कॉलोनी तथा शहर के हर हिस्से में सुअरों का आतंक फैला हुआ है। इनके कारण शिवपुरी जैसा सुंदर शहर भी अब कुरूप नजर आने लगा है। वहीं बीमारियां फैलने का भी अंदेशा उत्पन्न हो रहा है। 

प्रदेश सरकार की मंत्री और स्थानीय विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने पिछले कार्यकाल में सुअरों को शूटआउट करने का आदेश दिया था। लेकिन विरोध के कारण इस आदेश का पूरी तरह क्रियान्वयन नहीं हो पाया। जिसका परिणाम यह हुआ कि शिवपुरी में सुअरों की बढ़ती संख्या अब लाइलाज बीमारी बन गई है और इनके आंतक से जनजीवन बुरी तरह से पीडित और त्रस्त है। शहर के नागरिकों ने सुअरों को हटाने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास करने की आवश्यकता जताई है।

पिछले दिनों सिंध और सीवेज प्रोजेक्ट के कारण सड़कों की खुदाई हुई थी, जिससे पूरे शहर में धूल ही धूल नजर आती थी। लेकिन अब सड़कों का बनना शुरू हो गया है। थीम रोड़ भी अब बनना शुरू हो गई है। माधव चैक का निर्माण भी हो गया है। 

थीम रोड़ बनने के बाद शहर की खूबसूरती निश्चित रूप से निखरकर सामने आएगी और शिवपुरी फिर से अपने पुराने वैभव को प्राप्त करने की स्थिति में है। लेकिन ऐसी स्थिति मे शहर मेें सुअरों की बढ़ती संख्या सारे प्रयासों पर पलीता लगा सकती है। शहर में कोई भी कोना ऐसा नहीं है, जो सुअरों के आतंक से मुक्त हो। 

शिवपुरी में सुअर हजारों और लाखों की संख्या में हैं। जहां देखो वह गंदगी में लौट लगाते हुए नजर आते हैं और छोटे-छोटे बच्चों के हाथों से खाने की चीजें छीन लेते हैं। सुअरों के कारण कई लोग दुर्घटनाग्रस्त होकर घायल भी हो चुके हंै। ऐसी स्थिति में शासन और प्रशासन को हर हाल में सुअरों की बेदखली के लिए प्रयास करना चाहिए। 

यह काम मुश्किल भी नहीं है। अधिकांश सुअर पालक नगर पालिका के कर्मचारी हैं और उन्हें किसी तरह दबाव में या प्रलोभन में लेकर सुअरों को बाहर निकालने के लिए सहमत किया जाए तो एक बड़ी समस्या से निजात मिल सकती है। अन्यथा सुअरों को शूटआउट करना ही एक मात्र विकल्प रह जाता है। 

श्रीराम और गौतम विहार,तारकेश्वरी कॉलोनी में सबसे अधिक है सुअरों का आंतंक 

श्रीराम और गौतम विहार कॉलोनी में जहां नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह निवास करते हैं, वहां सुअरों का आतंक सर्वाधिक है। इस कॉलोनी में दिन हो या रात सुअरों की भारी भीड़ नजर आती है। इनके अलावा महल कॉलोनी, हलवाई खाना, सुनारगली और ओसवाल गली में भी सुअरों का जमकर आतंक है।
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