करैरा में धान खरीदी केंद्रों पर किसान परेशान, 1 सप्ताह तक नहीं हो रही तुलाई - karera news

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करैरा।
धान खरीदी को लेकर किसानों के साथ छलावा सहकारी समितियों में किया जा रहा है। व्यापारियों की धान खरीदने में कुख्यात मानी जाने वाली सीहोर, दिहायला, सुनारी सहकारी समिति में किसानों को अपनी धान तुलवाने में एक सप्ताह का इंतजार करना पड़ रहा है।

जिससे किसान काफी परेशान हो रहे हैं सीहोर दिहायला सहकारी समिति व्यापारियों की अमानक धान खरीदने के मामले में पहले से ही संदेह के घेरे में है। जिस पर यहां पूर्व में सचिव को हटा दिया गया था। लेकिन सचिव के हटने के बाद भी यहां की गड़बडियां कम होने के बजाए और बढ़ गई हैं। यहां इन संस्थाओं पर पदस्थ सचिव द्वारा ज्यादा गड़बड़ी बरती जा रही है।

पिछले सप्ताह सोमवार को इस केंद्र का जायजा लिया तो व्यापारियों का माल छोटे-छोटे वाहनों से आ रहा था, जिसकी पहले तुलाई की जा रही थी। कई छोटी पिकअप वाहन ऐसी थीं जो कई चक्कर लगा रहे थे जबकि पिछले 5-6 दिन से खड़े किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली लदे हुए खड़े थे। करैरा, नरवर, डबरा सहित अन्य व्यापारियों की धान की तुलाई की जा रही है। यहां पर सोमवार तक 3 हजार क्विंटल धान की खरीदी करना बताया जा रहा था जबकि क्षेत्र के अधिकांश किसानों की धान खरीदी नहीं हुई थी।

करही उप मंडी में तुल रहा व्यापारियों का माल

करैरा के उप कृषि उपज मंडी करही में दिहायला और कृषि उपज मंडी के व्यापारियों द्वारा धान की खरीदी की जा रही है। करैरा के खरीदी केंद्रों पर आने वाले धान में 1113, 1718, 0, 21 और सुगंधा की कीमत फसल की क्वालिटी को देखकर समिति प्रबंधको द्वारा खरीदी जाती है। जो किसान कमीशन दे देता है, समिति प्रबंधक खराब से खराब धान की कीमत भी 1868 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से खरीद लेते हैं।

शासन द्वारा 40 किलो की जो भर्ती धान के बारदाने की दी है अगर उसमें कम माल आता है तो धान को खरीदने पर रोक है। इसके बाबजूद समिति सचिव कमीशन के फेर में घटिया धान को कुछ ऊपर से अच्छी धान भरके 40 किलो के बारदाने की तोल की जा रही है।

इनका कहना है

आपने जो कमी हमें बताई है, इसको हम कल ही दिखवा लेते है। यदि ऐसा है तो हम जरूर कार्यवाई के लिए पत्र लिखेंगे। हमारा काम केवल धान खरीदी केंद्रों पर आने वाली धान की क्वालिटी को मेंटेन करना होता है।
- एके रावत, फील्ड असिस्टेंट, डीएमओ शिवपुरी।

सीहोर दिहायला सुनारी, बहगबा समिति की पूर्व में भी शिकायतें सामने आई थीं। जिस पर पूर्व में दिहायला के सचिव को हटाया गया था। समिति प्रबंधक व ऑपरेटर के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।
हरनाम सिंह, किसान।
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