पेड़ों की कटाई को लेकर विरोध: SDO बोले नगर पालिका वाले हरामखोर है - Shivpuri News

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शिवपुरी।
पूरे प्रदेश में हो रहे उपचुनाव में जुबानी तीर चल रहे है। इसका सीधा साधा प्रभाब यहां पदाधिकारीयों पर देखने को मिल रहा है। जब पेडों की कटाई के संबंध में एसडीओ से बात की तो उन्होंने नगर पालिका के सीएमओं को हरामखोर तक बता दिया। कहा कि उन्हें कोई जानकारी ही नहीं है। इन पेडों की कटाई को लेकर शहर में अब लगातार विरोध के स्वर उठने लगे है। परंतु विरोध के बाद भी हरे भरे पेडों की कटाई निरंतर जारी है।

शहर में सडक़ चौड़ीकरण के लिए सडक़ किनारे लगे पेड़ो की कटाई शुरू हो गई है। आज गुरूवार को गुरूद्वारा चौराहा सहित अन्य स्थलों पर लगे पेड़ो की कटाई की गई। इस दौरान जो पेड काटे जा रहे है उनकी जडों को उखाडने का टेंडर में उल्लेख है। परंतु ठेकेदार महज अपने फायदे और पीडब्यूडी के अधिकारीयों की साईलेंट पार्टनरशिप के चलते पेडों की जडों को उखाडने की बजाए मिट्टी डालकर दबा रहे है।

हालांकि इस दौरान पेड़ काटने के लिए आए मजदूरों को विरोध का सामना भी करना पड़ा। गुरूद्वारे पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के सामने लगे पेड़ों की कटाई पर लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की। उनका कहना था कि यह पेड़ वर्षो पुराने हैं। जिन्हें काटकर शहर का विनाश नहीं कराया जा सकता।

इस दौरान लोगों ने फोरलाईन की आड़ में लकड़ी माफिया को फायदा पहुंचाने का आरोप वन विभाग पर लगाया है। हालांकि विरोध के बाद भी पेड़ों की कटाई निरंतर जारी रखी। इस दौरान सबसे अहम बात यह सामने आई कि पीडब्ल्यू डी 284 पेडों की कटाई की बात कर रही है। जबकि नगर पालिका 500 पेडों के काटने की बात कह रही है। जिसके चलते ठेकेदार आसपास के पेडों को 284 की रेट में ही काटकर खफाने की तैयारी में है।

सूत्रों की माने तो इस टेंडर में पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी की भी साईलेंट पार्टनर है जो इन हरे भरे पेडों की कटाई में लिप्त है। जिसके चलते ठेकेदार यहा मनमर्जी से खुलेआम पेडों की कटाई कर रहे है। अब देखना यह है कि नगर पालिका अपने ऊपर लगे हरामखोर शब्द का क्या जबाब देती है। यह शब्द का उपयोग उस समय किया गया है जब नगर पालिका की जिम्मेदारी कलेक्टर अक्षय कुमार पर है।

इनका कहना है
हमने 284 पेडों के टेन्डर बुलाए थे। जिसमें काम चालू है। हमने सेंटर से 9 मीटर की दूरी तक के पेड चिन्हित किए है। जो 284 है अब नगर पालिका इन पेडों को 500 बता रही है तो वह तो हरामखोर है। वह तो कुछ भी बोल सकते है। रही बात पेडों को जड से उखाडने की तो हमारी ड्यूटी चुनाव में चल रही है। जिसके चलते में जा नहीं पाया। आप बता रहे है तो में दिखबा लेता हूं। अगर ठेकेदार जडें नहीं उखाड रहा तो हम उन्हें उखबाएंगें
हरिओम अग्रवाल,एसडीओं पीडब्ल्यूडी शिवपुरी

पीडब्ल्यूडी ने हमसे 700 पेडों की अनुमति मांगी थी। जिसमें हमने 500 पेडों की 500 रूपए प्रति पेड के हिसाब से पेमेंट नगर पालिका को जमा की है। इसके एवज में एक पेड बदले ठेकेदार को 5 पेड लगाने है। हमने पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा है कि हमारे 500 नहीं 700 पेड है जो फोरलाईन में आ रहे है। इसके बदले में यह 2500 पेड लगाऐंगे भी।
गोविंद भार्गव,प्रभारी सीएमओ नगर पालिका शिवपुरी।
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