नगर पालिका का तालिबानी प्लान: गर्मियों में जनता को बूंद-बूंद पानी को तरसाएंगे | Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शहर के प्यासे कंठो की प्यास बुझाने वाली योजना सिंध पर शहर का विश्वास नही रहा हैं,इस कारण शहर सिंध का कनेक्शन लेने के लिए शहर वासी आगे नही आ रहे है। अभी तक कुल चंद लोगो ने सिंध के कनेक्शन लेने के लिए आवेदन किए हैं। यह बात नपा के लिए चिंता का विषय बन चुकी हैं। इस लिए नपा अब शहर के प्यासे कंठो के लिए तालिबानी प्लान का ताना-बाना बुन रह हैं अगर यह प्लान अमल में लाया जाता हैं तो यह पक्का मानिए की आप एक-एक बूंद पानी को तरस सकते है।

क्यो लाया जा रहा हैं अमल में यह प्लान
सिंध के घटते रूझान के कारण नपा प्रशासन चिंता में हैं। अभी तक केवल 500 लोगो से भी कम लोगो ने सिंध के कनेक्शन के लिए आवेदन किए हैं। नपा ने नए कनेक्शन देने के लिए वार्ड क्रमांक 2 में शिविर भी लगाया था लेकिन आम जन से इस शिविर से दूरी बना कर रखी।

इस कारण नपा शहर को मिल रहे दूसरे स्त्रोतो अर्थात बोरवेल से मिल रहे पानी को बंद करने की योजना के प्लान पर काम कर रही हैं,जिससे लोगो को सिंध का कनेक्शन लेने पर मजबूर किया जा सके। खास कर गर्मी के मौसम में बूंद-बूंद पानी के लिए लोगों को मोहताज होना पड सकता है। हालाकि, इस फैसले के खिलाफ शहर में लोगों के बीच गुस्सा भी दिखने लगा है।

यह निर्णय गत दिनों कलेक्ट्रेट में हुई नपा की समीक्षा बैठक में नपा प्रशासक व कलेक्टर पी. अनुप्रिया की मौजूदगी में लिया गया। अब नगरपालिका इस संबंध में सूचना तैयार करवा रही है, ताकि शहरवासियों को यह बताया जा सके कि वे मानसिक रूप से बिना पानी के गुजारा करने के लिए तैयार हो जाए।

नपा के जिम्मेदारों सहित प्रशासक का मानना है कि जब तक शहरवासियों को दूसरे स्त्रोत से पानी मिल रहा है, तब तक वे सिंध के कनेक्शन करवाने के लिए गंभीर नहीं होगें। इससे पूर्व शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने एक खबर आए चौकाने वाले आंकडे,नही है आमजन को सिंध पर विश्वास नामक शीर्षक से एक खबर भी प्रकाशित की थी।

नपा आपको प्यासा रख अपना गुल्लक भरने की जुगाड में
शिवपुरी शहर में नपा के लगभग 500 ट्यूबवेल हैं, जिन पर खर्च होने वाली बिजली का बिल हर महीने करीब 1 से डेढ करोड आता है। सिंध जलावर्धन योजना के तहत जब घर-घर में कनेक्शन हो जाएंगे तो चलने वाले ट्यूबवेल को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। जिससे हर माह एक से डेढ करोड रूपए नपा की बचत हो सकती हैं।

नपा ने यह तर्क दिया हैं कि  जिससे नपा पर लगने वाला बिजली का बिल तो कम होगा, साथ ही ड्राय जोन में शामिल हो चुके शहर के भूजल स्तर में भी सुधार होगा। ट्यूबवेलों से लगातार हो चुके शहर के भूजल स्तर में भी सुधार होगा। ट्यूबवेलों से लगातार हो रहे पानी के दोहन की वजह से गर्मी के मौसम में एक हजार फीट की गहराई में भी पानी नहीं मिले पाता।

सिंध की बेड ईमेज के कारण आमजन ने बनाई हैं सिंध से दूरी
शहर को सिंध की आस में एक दशक निकल गया हैं। बार-बार सिंध से गुड न्यूज नही  बेड न्यूज आती रही हैं। बार-बार लाईनो का टूटना,सतनवाडा स्थित फिल्टर प्लांट पर बिजली कनेक्शन की समस्या और शहर में डाली गई डिस्ट्रीब्यूशन लाइन भी टेस्टिंग दौरान लीक हो चुकी हैं,शहर को अब यह विश्वास नही हैं कि सिंध से पानी निरतंर आऐंगा इस कारण शहर सिंध पर भरोसा नही कर रहा हैं।

शिवपुरी शहर में सिंघ जलावर्धन योजना के तहत अभी तक सिर्फ एक मात्र गांधी पार्क की टेस्टिंग के बाद उससे संबंधित विवेकानंद कालोनी में नलों का कनेक्शन किया गया है। इसमें जब 47 कनेक्शन हो गए तो शुक्रवार की शाम को पहली बार उन नलों में पानी देने के लिए डिस्ट्रीब्यूशन लाइन में सप्लाई शुरू की गई तो उनके घरो में पानी नही आया।

उनके नल सूखे ही रह गए क्योंकि उनके घरों तक आना वाल पानी रास्ते में ही बर्बाद हो गया। कॉलोनी तक डाली गई डिस्ट्रीब्यूशन लाइन दो जगह से लीेेक हो गई, जिसके चलते नलों तक पानी नहीं पहुंच पाया।

तो गंभीर हो जाएगी स्थिति
शिवपुरी शहर की 60 फीसदी से अधिक आबादी को ट्यूवेलों से पानी मिलता है, जबकि 40 फीसदी लोगों को चांदपाठा फिल्टर प्लांट से पानी मिलगा है। अभी तो ट्यूबवेलों में पनी है तथा अधिकांश परिवार वैध ओर अवैध रूप से कनेक्शन लेकर पानी ले रहे हैंं यही वजह है कि वे सिंध जलावर्धन योजना के तहत हो रहे नल कनेक्शन करवाने में दिलचस्पी नहीें दिखा रहे हैं। लेकिन जब नगरपालिका द्वारा ट्यूबवेल बंद कर दिए जाएंगे तो लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटना पडेगा।

यह करना चाहिए नगर पालिका को
शिवपुरी के हर नागरिक का यह कर्तव्य होनो चाहिए कि वह अपने शहर को ड्राई जोन से बहार करे। नपा को एक दम से सभी बोरबेलो को बंद नही करना चाहिए शहर की एक-एक कॉलोनी में सिंध की सप्लाई सुचारू रूप से शुरू करनी चाहिए,जिससे लोगो को विश्वास होने लगे की सिंध का पानी अब आ रहा है।

जिससे शहर को विश्वास होने लगेगा कि योजना अब सफल हो गई है।धीरे-धीरे एक-एक कर बोरबेलो को बंद करना होगा। जिससे नपा के बिजली के पैसे हर बचेगें जो की शहर के विकास में खर्च होगें। ट्यूबबैल बंद होते ही शहर का जलस्तर भी उठेगा और शहर से ड्राईजोन का कंलक भी हट जाऐगा। 
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