शिवपुरी। खबर जिले के सिटी कोतवाली क्षेत्र से आ रही है। जहां शहर के एक प्रतिष्ठित एडवोकेट और कर सलाहकार जुगल श्रीवास्तव ने प्रेस नोट के जरिए शहर में पोस्ट आफिस के अभिकर्ता जयश्री जैन और दीपक जैन पर धोखाधडी का आरोप लगाया है। इस मामले की शिकायत पीडित एडवोकेट ने कोतवाली में की। जहां पुलिस ने पीडित के वयान दर्ज कर मामले में जांच के बाद कार्यवाही की बात कही।
जानकारी के अनुसार शहर मनियर में निवासरत कर सलाहकार जुगल श्रीवास्तव के बेटे भव्यांश उर्फ सीटू श्रीवास्तव और पत्नि दीप्ती श्रीवास्तव ने पोस्ट आफिस में अभिकर्ता जय श्री जैन पत्नि दीपक जैन के जरिए पोस्ट आफिस में दो अलग अलग खाते खुलवाए।
इन खाते में दीप्ती श्रीवास्तव को प्रतिमाह 1500 और भव्यांस को 3000 रूपए देने होते थे। जिसके चलते अभिकर्ता जय श्री जैन के महिला होने के चलते उक्त पैमेंट लेने उनके पति दीपक जैन पुत्र राजेन्द्र कुमार जैन आते थे। लगातार पैमेंट देने के बाद जब उन्होंने पोस्ट आफिस में अपने खाते की जानकारी निकलवाई तो सामने आया कि पोस्ट आफिस में मात्र दीप्ती श्रीवास्तव के नाम से खाता है। जिसमें भी महज 34 हजार रूपए में से मात्र 16500 रूपए जमा हुए है। जवकि भव्यांश के 24700 रूपए दिए।
पीडित को आश्चर्य तो तब हुआ जब देखा कि बेटे भव्यांस का तो खाता तक पोस्ट आफिस में नहीं है। जिसपर से पीडित ने उक्त मामले में दीपक जैन से संपर्क कर पूरी जानकारी चाही। दीपक ने मामला खुलता देख अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि उससे गलती हो गई। आपका पैमेंट बापिस कर देंगे।
उसके बाद पीडित लगातार 8 माह से अपने पैसे की मांग कर रहा है। परंतु उक्त युवक हमेशा पीडित को गुमराह कर आज कल में पैमेंट करने की बात कहता रहता है। जब मामला नहीं बना तो पीडित ने उक्त मामले में कोतवाली पुलिस की शरण ली। जिसपर पुलिस ने मामले की जांच के बाद कार्यवाही करने की बात कही। इस मामले की शिकायत पीडित ने जिला अल्पबचत अधिकारी से भी की। जहां इन्होंने भी मामले में आवेदन लेकर चलता कर दिया।
यहां बता दे कि जय श्री जैन और उसका पति दीपक जैन नागरिक सहकारी बैंक में कार्यरत राजेन्द्र जैन निवासी वर्मा कॉलोनी के सुपुत्र और पुत्रबधु है। जिसके चलते एडवोकेट ने शहर के लोगों से उक्त ठगी करने बाले लोगों से बचकर चलने की अपील की है।