कायाकल्प अभियान: शिवपुरी अस्पताल फिर फेल हो गया, टॉयलेट में मिली चौंकाने वाली वेस्टर्न सीट

Bhopal Samachar

शिवपुरी। स्कोर कम रहने से बाहर हुए जिला अस्पताल को एक और मौका मिला, चार सदस्यीय टीम ने फिर किया मूल्यांकन, कायाकल्प अभियान से बाहर हुए जिला अस्पताल शिवपुरी का सोमवार को चार सदस्यीय टीम ने आकर फिर मूल्यांकन किया।

टीम जायजा लेने के लिए सर्जिकल वार्ड में पहुंची तो यहां मरीजों के लिए बने शौचालय में देसी टाॅयलेट सीट पर स्टूल रखा मिला ताकि उसका उपयोग वेस्टर्न सीट की तरह हो। टीम ने स्टूल देखकर पूछा कि क्या है ये? इस पर अस्पताल के प्रबंधक साकेत सक्सेना ने कहा कि किसी ने रख दिया हाेगा।

वहीं टीम ने सर्जिकल वार्ड की स्टाफ नर्स से हाथ धोने की विधि पूछी तो वह ठीक से हाथ भी नहीं धो पाई। टीम के डॉक्टर ने कहा कि हाथ धोने की विधि का चार्ट लगाएं।

कायाकल्प अभियान के तहत शिवपुरी आई टीम ने पूरे जिला अस्पताल परिसर का जायजा लिया। सुबह से लेकर शाम तक मूल्यांकन का सिलसिला जारी रहा।

इस दौरान लाउंड्री में खून से सने चादरों के साथ सामान्य चादर रखे मिले जबकि खून से बिगड़े चादरों को अलग रखकर धोया जाता है। गायनिक सहित अन्य वार्डोंं में कई जगह गंदगी देखकर असंतुष्ट टीम ने सफाई व्यवस्था में सुधार लाने की बात कही।
गायनिक वार्ड में स्टाफ नर्स फायर सिलेंडर नहीं चला पाई।

एक वार्ड में दवाएं मिलीं, लेकिन वहां एक्सपायरी दवाओं से संबंधित रजिस्टर नहीं मिला। बता दें कि कायाकल्प में पिछली बार की तुलना में कई व्यवस्थाओं में सुधार लाया गया है जिससे स्कोर 70 से ऊपर पहुंचने की उम्मीद है। दिसंबर 2019 में जिला अस्पताल शिवपुरी का स्कोर 62.7 रहने से कायाकल्प के मापदंडों से ही बाहर हो गया था।
अस्पताल प्रबंधन ने फिर से मूल्यांकन की मांग रखी थी। उसी के तहत टीम शिवपुरी आई। टीम में सागर के आरएमओ डॉ विपिन त्रिपाठी, पन्ना हॉस्पिटल मैनेजर एचएस त्रिपाठी, स्टाफ नर्स काजल व एक अन्य स्टाफ नर्स शामिल है।

इन कामों में सुधार होने से अंक बढ़ेंगे
कायाकल्प के तहत मूल्यांकन के लिए जिला अस्पताल में समय रहते तैयारियां नहीं हो पाईं थीं। भिंड की टीम ने मूल्यांकन किया और कम अंक रह गए थे। इस बार उन कमियों में सुधार आया है। जैसे सफाई बेहतर हुई है। पुताई कराई है, पानी पीने के लिए प्याऊ और चौक सीवर सिस्टम को ठीक कराकर शौचालय चालू कराए हैं। इन कामों की वजह से अंक बढ़ना लाजमी है।

खामियों मेंं सुधार लाने के लिए कहा है
जिला अस्पताल का मूल्यांकन किया है। इसकी रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करेंगे। परिणाम 15 से 20 फरवरी तक आ सकता है। कुछ कमियां मिली हैं, उनमें सुधार लाने के लिए कहा है। विपिन खटीक, टीम सदस्य, कायाकल्प अभियान

मेडिकल कॉलेज के लिए दी बिल्डिंग की छत पर रखा बायोवेस्ट
बायोमेडिकल वेस्ट के चार कमरे, यहां हाथ धोने वास बेसिन तक नहीं मिले। मेडिकल कॉलेज के लिए दी गई बिल्डिंग की छत पर बायोवेस्ट मटेरियल खुले में रखा मिला। खाद बनाने के लिए कंपोस्ट पिट अधूरी मिली। यहां कंडम सामान रखा मिला। स्टाफ ट्रेनिंग के दौरान सिविल सर्जन के हस्ताक्षर नहीं मिले।
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