करैरा। इन दिनों पूरे प्रदेश में यूरिया का संकट किसानों के पीछे पडा हुआ है। जिसके चलते जिले के पुलिस सहायता केंद्र के पास मार्केटिंग के पीछे गोदाम पर लगी किसानों की भीड़ बता रही है पर यूरिया को लेकर मंगलवार को किसानों की भीड़ दोगुनी हुई तो पुलिस को व्यवस्था संभालने में पसीना आ गया। करीब सात घंटे से ज्यादा भूखे-प्यासे कतार में खड़े होने के बाद किसानों को तीन बोरी यूरिया मिला कई का नंबर नहीं आया तो खाली लौटना पड़ा जिससे उनको परेशानी उठाना पड़ी।
कृषि विभाग के अफसर भरपूर यूरिया का ढिंढोरा पीट रहे हैं, लेकिन असल में हकीकत कुछ और ही है अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि एक बोरी यूरिया को लेकर किसानों को भटकना पड़ रहा है मंगलवार को मार्केटिंग के पीछे गोदाम पर अलसुबह से ही किसानों के पहुंचने से फिर व्यवस्था बिगड़ गई व्यवस्था संभालने दो पुलिस जवान पहुंचे तो उनको तक जद्दोजहद करना पड़ी करीब 200 से अधिक किसानों को लंबी कतार में खड़ा कराने के बाद यूरिया वितरण कराना पड़ा।
किसान बोले नहीं बढ़ाएं काउंटर
किसानों का आरोप था कि अफसर चाहते तो गोदाम पर काउंटर बढ़ाकर समस्या दूर कर सकते थे बावजूद इसके ऐसा नहीं किया गया एक काउंटर से ही खाद की पर्ची मिलने के कारण व्यवस्था बिगड़ रही है, जिसका खामियाजा उनको परेशानी के रूप में भुगतना पड़ रहा है कतार में खड़े कई किसान नंबर नहीं आने के चलते बीच में आक्रोश भी जाहिर करते हुए नजर आएं किसानों ने बताया कि बाजार में जमकर यूरिया की कालाबाजारी चल रही है कई व्यापारी मनमाने रुपए वसूल कर ब्लैक में यूरिया बेच रहे हैं।