शिवपुरी। सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर पडने वाले टोल प्लाजा पर वाहानो की लंबी-लंबी लाईने के कारण होने वाली देरी और डीजल पेट्रोल की बर्बादी को रोकने के लिए अपने नियम में सख्ती की हैं। अगर सरकार के इस नियम को आप फ्लो नही करोंगें जो जुर्मान के रूप में आपकी जेब पर भारी बोझ आ सकता हैं। अगर आप अपना समय और गाडी का ईधन और जेब का बोझ बचना चाहते हैं तो पढते रहिए शिवपुरी समाचार डॉट कॉम की यह जानकारी से भरी खबर।
टोल प्लाजा पर अधिकतर नगद टोल चुकाते समय सिर्फ एक गाड़ी वाले से विवाद के कारण लाइन में दूसरे वाहन खड़े रहने से डीजल-पेट्रोल बिना वजह जलता रहता हैं। इससे काफी इंधन खर्च होने से नुकसान बढ़ रहा था। अब फास्ट टैग लगने से वाहन बिना खड़े सीधे निकल जाते हैं और अनावश्यक डीजल-पेट्रोल जलने से बच रहा है।
इन्हीं सुविधाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने फास्ट टैग का जरूरी कर दिया है। 1 दिसंबर से फास्ट टैग अनिवार्य कर देने से वाहन मालिकों के पास अब महज 8 दिन बचे हैं। ज्यादा से ज्यादा गाड़ियों के फास्ट टैग बनवाने के लिए हर टोल प्लाजा पर प्वाइंट ऑफ सेल (पोस) सेंटर खोल दिए हैं। राष्ट्रीय कृत बैंक, पेटीएम जैसी कंपनियों द्वारा फास्ट टैग बनाकर गाड़ियों में लगाने का काम तेजी से शुरू कर दिया है।
कंपनियां 99 रुपए ले रहीं थीं, अब सरकार मुफ्त बनवा रही फास्ट टैग
फास्ट टैग से भुगतान को लेकर भारक सरकार का साल 2014 का गजट नोटिफिकेशन जारी है। फास्ट टैग बनाने के एवज में प्राइवेट कंपनियां 99 रुपए ले रहीं थीं। लेकिन 1 दिसंबर से फास्ट टैग अनिवार्य कर देने के साथ सरकार ने फास्ट टैग भी मुफ्त कर दिया है। यानी फास्ट टैग बनवाने के एवज में कोई रकम अदा नहीं करना होगी। फास्ट टैग बनने के बाद रीचार्ज जरूरी करना पड़ेगा।
अधिक से अधिक वाहनों का फास्ट टैग से ही भुगतान हो, इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण शिवपुरी जिले में फोरलेन हाइवे किनारे बाेर्ड व बैनर लगवा रहा हे। टोला प्लाजा पर पोस बैनर चिपकाए जा रहे हैं। लाउड स्पीकर भी उपयोग हो रहा है। अधिकारियों का कहना है कि फास्ट टैग के लिए अक्षय कुमार भी एड शूट कर रहे हैं, जल्द ही सभी टीवी चैनलों पर प्रदर्शन शुरू हो जाएगा।
शिवपुरी-ग्वालियर के बीच मुड़खेड़ा टोला प्लाजा से प्रतिदिन अनुमानित 5 हजार वाहन गुजरते हैं। करीब 1186 वाहनों का फास्ट टैग से भुगतान हुआ है। 28 वाहनों का ई-पेमेंट और 3740 वाहनों का भुगतान नगद हो रहा है। यानी फास्ट टैग से 25% भुगतान हो रहा है। 1 फीसदी ई-पेमेंट व 74 फीसदी नगद भुगतान हो रहा है। बता दें कि एनएचएआई पीआईयू शिवपुरी के तहत ग्वालियर से ब्यावरा तक 6 टोला प्लाजा हैं और कोटा से झांसी तक 3 टोल प्लाजा आते हैं।
फास्ट टैग बनने से लड़ाई झगड़े बंद होंगे और अनावश्यक जाम से लोगों राहत मिलेगी। समय की बचत होगी, ट्रैफिक जाम से राहत, ईंधन की बिना वजह खपत रुकेगी। फास्ट टैग से सीधे ऑनलाइन भुगतान हो जाने से गाड़ी मालिकों को 2.5% कैश बेक मिलेगा। गार्डलैस भुगतान को बढ़ावा मिलेगा।
1 दिसंबर से टोल पर नगद दिया तो दोगुनी रकम चुकानी होगी
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने फास्ट टैग 1 दिसंबर 2019 से अनिवार्य कर दिया है। अब सभी टोल प्लाजा पर फास्ट टैग से ही टोला का भुगतान होगा। कैश के रूप में टोल की दोगुनी रकम चुकानी पड़ेगी। आठ दिनाें में अधिक से अधिक गाड़ियों में फास्ट टैग लगवाने के लिए प्रचार-प्रसार चल रहा है। सभी टाेल प्लाजा पर पॉइंट ऑफ सेल सेंटर खुलवा दिए हैं। जहां मुफ्त में फास्ट टैग बनवा सकते हैं।
राजेश गुप्ता, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई पीआईयू शिवपुरी