कोलारस। केंद्र सरकार से लेकर प्रदेश सरकार जहां योजनाएं बनाकर ग्राम पंचायतों में भेज रही है। वहीं ग्राम पंचायतों में चुने हुए सरपंचों से लेकर पंचायत सचिव रोजगार सहायक जमकर मनमानी भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
कोलारस जनपद पंचायत में तैनात आला अधिकारी से लेकर उपयंत्री सहित कर्मचारी की सांठगांठ के चलते कोई कार्यवाही नहीं होती जिसके चलते पंचायत सचिव और रोजगार सहायकों के हौसले बुलंद दिखाई दे रहे हैं।
कोलारस जनपद पंचायत में आने वाली ग्राम पंचायत टीला, अनतपुर, सरजापुर, देहरोद, पाडोदा, किलावनी, अनतपुर, सेसई सडक़, गढ वेरसिया, मोहराई, मोहरा मैं कराए गए निर्माण कार्यों में जमकर घटिया मटेरियल का उपयोग किया गया है। जिसके चलते यह निर्माण कार कहीं-कहीं अधूरा तो कहीं पर धूल उड़ रही हैं। जिसके चलते ग्रामीण जनों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
बताना होगा कि कोलारस जनपद पंचायत के ग्राम पंचायतों में इन दिनों ग्रामीणजनों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं दिया जा रहा है। शासन के मर्यादा अभियान में जमकर पलीता लगाया गया है और आज भी ग्रामीण शौचालय बनवाने के लिए सरपंच सचिवों के चक्कर लगा रहे हैं।
परंतु उन्हें शौचालय नहीं बनवाया गया है, इसके बावजूद भी ग्राम पंचायतें ओडीएफ हो गई हैं। डेहरवारा, खरई, टीला, सेसई सडक मैं तो मर्यादा अभियान को जमकर पलीता लगाया गया है। यहां पर पूरी तरह से फर्जीवाड़ा कर शौचालय हितग्राहियों के कागजों में बनवा दिए गए हैं।
यदि आला अधिकारी मौके पर जाकर जांच करें तो इन पंचायतों में मर्यादा अभियान मैं बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा घोटाला निकल कर सबके सामने आ सकता है, आवास योजना की हम बात करें तो सरकार की इस योजना का लाभ लेने के लिए ग्रामीण लोग सरपंच ओं सचिवों को पैसा कब दे रहे हैं।
इसके बावजूद भी उनको कुटीर एकीकृत नहीं कराई गई ऐसे अनेक मामले की शिकायतें ग्रामीण जनों ने की परंतु आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई जिसके चलते सरपंच और सचिव और रोजगार सहायकों के हौसले बुलंदियों को छू रहे हैं, और वह जमकर फर्जीवाड़ा करने में लगे हुए हैं।
ग्राम पंचायत झाडेल में तो खेल मैदान फर्जी कागजों में बना दिया गया है। पहले यहां पर तैनात उपयंत्री में फर्जी तरीके से भुगतान तक कराया है सरपंच सचिव रोजगार सहायक ने फर्जी फर्म के बिल लगाकर राशि तक निकाली और मौके पर खेल मैदान नजर ही नहीं आता है।
कोलारस जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली अधिकांश ग्राम पंचायतों मैं आवास योजना मर्यादा योजना में बहुत बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। जिसके चलते ग्रामीण लोग आज भी योजनाओं का लाभ लेने के लिए भटक रहे हैं। परंतु ग्रामीण जनों की सुनवाई नहीं हो पा रही।
कोलारस जनपद पंचायत में तैनात आला अधिकारी से लेकर उपयंत्री सहित कर्मचारी की सांठगांठ के चलते कोई कार्यवाही नहीं होती जिसके चलते पंचायत सचिव और रोजगार सहायकों के हौसले बुलंद दिखाई दे रहे हैं।
कोलारस जनपद पंचायत में आने वाली ग्राम पंचायत टीला, अनतपुर, सरजापुर, देहरोद, पाडोदा, किलावनी, अनतपुर, सेसई सडक़, गढ वेरसिया, मोहराई, मोहरा मैं कराए गए निर्माण कार्यों में जमकर घटिया मटेरियल का उपयोग किया गया है। जिसके चलते यह निर्माण कार कहीं-कहीं अधूरा तो कहीं पर धूल उड़ रही हैं। जिसके चलते ग्रामीण जनों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
बताना होगा कि कोलारस जनपद पंचायत के ग्राम पंचायतों में इन दिनों ग्रामीणजनों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं दिया जा रहा है। शासन के मर्यादा अभियान में जमकर पलीता लगाया गया है और आज भी ग्रामीण शौचालय बनवाने के लिए सरपंच सचिवों के चक्कर लगा रहे हैं।
परंतु उन्हें शौचालय नहीं बनवाया गया है, इसके बावजूद भी ग्राम पंचायतें ओडीएफ हो गई हैं। डेहरवारा, खरई, टीला, सेसई सडक मैं तो मर्यादा अभियान को जमकर पलीता लगाया गया है। यहां पर पूरी तरह से फर्जीवाड़ा कर शौचालय हितग्राहियों के कागजों में बनवा दिए गए हैं।
यदि आला अधिकारी मौके पर जाकर जांच करें तो इन पंचायतों में मर्यादा अभियान मैं बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा घोटाला निकल कर सबके सामने आ सकता है, आवास योजना की हम बात करें तो सरकार की इस योजना का लाभ लेने के लिए ग्रामीण लोग सरपंच ओं सचिवों को पैसा कब दे रहे हैं।
इसके बावजूद भी उनको कुटीर एकीकृत नहीं कराई गई ऐसे अनेक मामले की शिकायतें ग्रामीण जनों ने की परंतु आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई जिसके चलते सरपंच और सचिव और रोजगार सहायकों के हौसले बुलंदियों को छू रहे हैं, और वह जमकर फर्जीवाड़ा करने में लगे हुए हैं।
ग्राम पंचायत झाडेल में तो खेल मैदान फर्जी कागजों में बना दिया गया है। पहले यहां पर तैनात उपयंत्री में फर्जी तरीके से भुगतान तक कराया है सरपंच सचिव रोजगार सहायक ने फर्जी फर्म के बिल लगाकर राशि तक निकाली और मौके पर खेल मैदान नजर ही नहीं आता है।
कोलारस जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली अधिकांश ग्राम पंचायतों मैं आवास योजना मर्यादा योजना में बहुत बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। जिसके चलते ग्रामीण लोग आज भी योजनाओं का लाभ लेने के लिए भटक रहे हैं। परंतु ग्रामीण जनों की सुनवाई नहीं हो पा रही।