30 मिनिट तक मौत से जूझते रहे नीरज की मौत के मामले में मजिस्ट्रेटियल जांच की मांग

Bhopal Samachar
शिवपुरी। अभी हाल ही में बिजली विभाग की लापरवाही के चलते उनके ही विभाग में संविदा कर्मचारी नीरज समाधिया की ग्वालियर में उपचार के दौरान मौत हो गई। उसकी मौत के बाद अब परिजन इस मामले में दोषी एई ,जेई सहित सभी जिम्मेदारों पर कार्यवाही की मांग को लेकर अब इस मामले की मजिस्ट्रेटियल जांच की मांग कर रहे है।

बीते रोज जन जागरण नागरिक भारत संस्थान के सदस्य मुकेश शर्मा पुत्र राजेन्द्र शर्मा ने कलेक्टर को आवेदन देते हुए मांग की है कि 17 तारीक को देना बैंक के सामने शाम को बिजली विभाग में संविदा कर्मचारी नीरज शर्मा बिजली के पोल में आए अचानक करंट की चपेट में आ गए। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिन्हें उपचार के लिए जयारोग्य ग्वालियर में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान नीरज की मौत हो गई।

आवेदन में बताया गया है कि नीरज शर्मा शिवपुरी में संविदा कर्मचारी के रूप में काम कर रहे थे। उक्त कर्मचारी को भगवान लाल यादव लाईनमैन जो कि बिजली विभाग का प्रशिक्षक रेग्यूलर कर्मचारी है के स्थान पर काम करने के लिए भेज दिया। घटना स्थल पर घटना के समय बिजली विभाग के सहायक यंत्री जेएम श्रीवास्तव,जेई योगेश मेहरा और भगवानलाल भी खडे थे। फिर उक्त लाईन पर नीरज को क्यों चढाया गया। यह जांच का विषय है। इसके साथ ही जब लाईन परमिट पर बंद थी तो फिर लाईन में करंट कैसे आया इस पूरे मामले की मजिस्टेटियल जांच की जाए।

इस आवेदन पर सुनवाई करते हुए कलेक्टर अनु्ग्रह पी ने इस मामले में बिजली विभाग के ईई को मामले की जांच कर कार्यवाही करने के लिए आदेशित किया है। अब देखना यह है कि इस मामले को अब हमेशा की तरह दबा दिया जाता है या फिर दोषीयों पर कार्यवाही की जाएगी।