पिछोर। जिले के पिछोर की आदर्श कॉलोनी में रहने वाले युवक दीपक यादव पुत्र राम सिंह यादव ने पुलिस की अवैध वसूली के खिलाफ आत्महत्या कर जान देने की कोशिश की है। भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य धैर्यवर्धन ने बताया कि फांसी के फंदे पर झूलकर जान देने पर उतारू युवक को परिजनों ने बमुश्किल मौत के फंदे से उतारकर उसे अस्पताल में पहुंचाया है।
एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर के अनुसार स्मैक नशे का आदी रह चुका वह युवक किन्हीं रावत और अशोक नामक सिपाहियों पर दो हजार रुपए छीनने का आरोप लगा रहा है। भाजपा नेता धैर्यवर्धन ने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है। यदि नशे का आदी वह युवक मानसिक तौर पर परेशान है तो प्रशासन ऐसे लोगों को चिन्हित करके उनको उचित काउंसिलिंग और इलाज कराएं साथ ही लगाए गए अबैध वसूली के आरोपों की भी निष्पक्षता पूर्वक जांच कराई जाए ।
धैर्यवर्धन ने कहा कि कल कलेक्टर श्रीमति पी अनुग्रह द्वारा नशा उन्मूलन संबंधी बैठक बुलाई गई उसमें किस किस विभाग के कौन कौन से जिम्मेदार अधिकारियों को समय सीमा में करणीय कौन से काम सौंपे गए है इसकी जानकारी प्रेस को पर्याप्त तौर पर नहीं दी गई है तथा इस समिति में कौन कौन अधिकारी या नागरिक नामांकित हैं यह भी नहीं बताया है। इस समिति के निर्णयों की नियमित समीक्षा भी हर सप्ताह होनी चाहिए । पिछले दिनों शिवपुरी की समाज सेवी संस्थाओं और गणमान्य नागरिकों द्वारा दिए गए ज्ञापनों पर पुलिस, नारकोटिक्स आदी विभागों का प्रगति प्रतिवेदन भी आम जनता को बताया जाना चाहिए ।
अब तक पुलिस के द्वारा स्मैक के मुख्य सप्लायर्स तक पहुंचने की क्या कार्यवाही की है यह भी स्पष्ट नहीं है? पिछले पुलिस अधीक्षक द्वारा बैराड़ थाने के दो सिपाहियों को लाइन अटैच किए जाने का आदेश अभी भी धूल खा रहा है। स्मैक माफियाओं से अवैध बसूली में नामचीन दोनों आरक्षक एवम् प्रधान आरक्षक अभी भी बैराड़ थाने पर डटे हुए हैं ।
जिला स्तरीय नशा उन्मूलन की बैठक में हालंकि स्वास्थ्य विभाग ने नशा उन्मूलन केंद्र की व्यवस्था और अलग से वार्ड एवं बिस्तरों की व्यवस्था करना एक महत्वपूर्ण सकारात्मक कदम है। मुझे लगता है कि काउंसलिंग की बात कहकर शिवपुरी में आई इस आफत से पल्ला झाडऩे के लिए ही प्रशासन द्वारा यह रस्म अदायगी की गई है । नगर और तहसील मुख्यालयों पर आज भी स्मैक का बदस्तूर विक्रय जारी है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवपुरी प्रवास पर आए ग्वालियर संभाग के डीआईजी ए के पांडे ने भी अधीनस्थों को स्मैक विक्रय के विरुद्ध ठोस कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं परन्तु स्थानीय पुलिस द्वारा अभी तक स्मैक सप्लायर्स के विरुद्ध कोई उल्लेखनीय कार्यवाही नहीं किया जाना बेहद चिंताजनक है ।