शिवपुरी। खबर शहर के सिटी कोतवाली क्षेत्र के अस्पताल चौकी से आ रही है। जहां बीते रोज एक महिला दादी की गोद से एक मासूम को उठाकर लेकर चलती बनी। इस मामले की भनक दादी को जब लगी जब उसने प्रसूता के पास बच्चा नहीं देखा। जब मासूम की दादी ने अपनी बहू से बच्चे की पूछा तो उसने कहा कि बच्चा तो आपके पास था। बस फिर क्या था अस्पताल में अफरा तफरी मच गई। एक घण्टे की अफरा तफरी के बाद आरोपी महिला मासूम को लेकर आ गई। जिसे अस्पताल में उपस्थिति महिला गार्ड ने पुलिस के हवाले कर दिया।
जानकारी के अनुसार बैराड़ निवासी दीपा पत्नी जंडेल जाटव को परिजन सोमवार को जिला अस्पताल लेकर आए थे। यहां उसे दो बेटियों पर तीसरा बेटा पैदा हुआ है। साथ में उसकी सास त्रिवेणी जाटव भी अस्पताल में मौजूद थीं। गुरुवार की दोपहर करीब 1 बजे त्रिवेणी बाहर बच्चे को गोद में लेकर बैठी हुईं थीं। तभी एक महिला ममता शर्मा निवासी बैराड़ आई और बच्चा ले लिया। बच्चा रो रहा था, इसलिए सास को लगा कि महिला बच्चे को बहू को देने के लिए जा रही है।
जब 10 मिनिट बाद सास त्रिवेणी बहू के पास पहुंची तो देखा कि बच्चा दीपा के पास नहीं है। सास ने पूछा तो दीपा बोली कि बच्चा तो आपके पास ही था। यह सुनकर त्रिवेणी घबरा गई और गैलरी में सो रहे बेटे जंडेल को उठाया। उसने बताया कि तीन-चार दिन से जो महिला वार्ड थी, उसने बच्चा ले लिया और कहीं चली गई। उसके बाद बेटे व अन्य लोगों ने काफी खोजबीन की। आधा घंटे बाद सीसीटीवी कैमरों की लोगों ने याद दिलाई।
इस बीच पुलिस बुलाने के लिए डायल 100 पर सूचना दे दी। करीब एक घंटे बाद महिला ममता बच्चे को लेकर आ गई और कहने लगी कि बच्चे ने शौच कर ली इसलिए धुलाने बाहर ले गई। दूसरी बार बयान बदलते हुए कहा कि बच्चे की तबियत खराब थी। इसलिए फतेहपुर स्थित डॉक्टर के पास ले गई। यहां (अस्पताल) से किसी का फोन आया तो बच्चे को लेकर आ गई हूं। आसपास लोग मौजूद लाेगों ने पूछा कि तुम किसके साथ आई हो। ममता स्पष्ट जवाब नहीं दे पाई, क्योंकि अस्पताल में उसका कोई परिचित मौजूद नहीं था। अस्पताल चौकी से आरक्षक अतुल दुबे आए और महिला को कोतवाली पहुंचा दिया।