शिवपुरी। राष्ट्रीय मिशन ऑन इडिबल आयल-तिलहन योजना अंतर्गत किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग शिवपुरी के कृषक प्रशिक्षण भवन में आयोजित होने वाले दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण में कृषकों को तिलहनी फसलें सोयाबीन, मूंगफली, सरसों, अलसी एवं तिल आदि से अधिक उत्पादन की तकनीक बताई गई।
उप संचालक कृषि पान सिंह करौरिया द्वारा जिले में कौन-कौन सी तिलहनी फसलें कृषकों द्वारा उत्पादित की जा रही है इसकी विधिवत जानकारी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र पिपरसमा से वरिष्ठ एवं प्रमुख कृषि वैज्ञानिक डॉ. पुनीत राठौड, डॉ.विजय प्रताप सिंह कुशवाह, डॉ.नीरज कुशवाह एवं डॉ.प्रशांत गुप्ता उपस्थित हुए। उक्त वैज्ञानिकों द्वारा फसलों में लगने वाले कीट, रोगों की तकनीकी जानकारी दी। साथ ही कृषि लागत को कम करने की विधियां भी बताई।
इस अवसर पर सहायक संचालक कृषि डॉ. किरण रावत, NFSNM के जिला सलाहकार सर्वेश शर्मा उपस्थित रहे। प्रशिक्षण का आयोजन संदीप कुमार रावत, प्रभारी वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी विकासखंड शिवपुरी के द्वारा किया गया। प्रशिक्षण आयोजन में विकास खण्ड के कृषि विस्तार अधिकारी बृजमोहन शर्मा, शिवपाल सिंह, लखन गुर्जर, संजय कोली, सतवीर सिंह, धर्मेंद्र बैरवा एवं अन्य अधिकारियों का पूर्ण सहयोग रहा।
उप संचालक कृषि पान सिंह करौरिया द्वारा जिले में कौन-कौन सी तिलहनी फसलें कृषकों द्वारा उत्पादित की जा रही है इसकी विधिवत जानकारी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र पिपरसमा से वरिष्ठ एवं प्रमुख कृषि वैज्ञानिक डॉ. पुनीत राठौड, डॉ.विजय प्रताप सिंह कुशवाह, डॉ.नीरज कुशवाह एवं डॉ.प्रशांत गुप्ता उपस्थित हुए। उक्त वैज्ञानिकों द्वारा फसलों में लगने वाले कीट, रोगों की तकनीकी जानकारी दी। साथ ही कृषि लागत को कम करने की विधियां भी बताई।
इस अवसर पर सहायक संचालक कृषि डॉ. किरण रावत, NFSNM के जिला सलाहकार सर्वेश शर्मा उपस्थित रहे। प्रशिक्षण का आयोजन संदीप कुमार रावत, प्रभारी वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी विकासखंड शिवपुरी के द्वारा किया गया। प्रशिक्षण आयोजन में विकास खण्ड के कृषि विस्तार अधिकारी बृजमोहन शर्मा, शिवपाल सिंह, लखन गुर्जर, संजय कोली, सतवीर सिंह, धर्मेंद्र बैरवा एवं अन्य अधिकारियों का पूर्ण सहयोग रहा।