करैरा। करैरा थाना पुलिस पर लापरवाही की तस्वीर करैरा अस्पताल से मिल रही है। करैरा में चौकीदार और उसकी बेटी घायल अवस्था में इलाज करा रहे है। पुलिस ने समय पर रिर्पोट दर्ज नहीं की,इसलिए दबंगों के हौसले बुलंद हुए और पिता और बेटी पर हमला कर दिया। मामला फॉरेस्ट क्षेत्र में पेड़ काटने से जुडा है। मंगलवार की शाम फॉरेस्ट की टीम ने एक युवक को जंगल में लकड़ी काटते पकड़ा था।
दबंग युवक फॉरेस्ट टीम से कुल्हाड़ी और साइकल छिन ले गया। जब डिप्टी रेंजर घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने करैरा पुलिस थाने पहुंचे तो उन्होने चलता कर दिया और राजीनाम की सलाह दी गई। पुलिस की इस लचर प्रणाली के चलते पेड़ काटने वाले हाथों ने चौकीदार और उसकी बेटी के साथ मारपीट कर दी।
जानकारी के अनुसार करैरा रेंज की बनगवां बीट के चौकीदार सालिगराम कुशवाह गाँव के ही दबंगों ने बुधवार की सुबह 11 बजे हमला कर दिया। पिता की मारपीट होते देख चौकीदार की बेटी ओमवती कुशवाह उम्र 18 साल बचाने आई तो दबंगो ने चोटी पकड़कर सिर पत्थर पर दे मारा जिससे आंख के पास चोट आई हैं। चौकीदार सालिगराम भी चोट लगने से घायल हैं। पिता-पुत्री को इलाज के लिए करैरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस काम कर लेती तो रुक जाता हमला
डिप्टी रेंजर कुलदीप गौर ने बताया कि बनगांवा बीट में गार्ड विनय वाल्मीकि, रमेश और चौकीदार सालिग्राम व संतोष बंशकार मंगलवार शाम को भ्रमण पर थे। तभी वनगांवा गांव का सुनील लकड़ियां काट रहा था। यह देख वन टीम ने उसकी साइकिल व कुल्हाड़ी जब्त कर ली। टीम चौकीदार संतोष बंशकार के घर आकर कागजी कार्रवाई करने लगी। तभी सुनील कुशवाहा अपने तीन-चार साथियों को लेकर आया और धमकी देकर कुल्हाड़ी व साइकिल छीनकर ले गया। जाते-जाते वह कुल्हाड़ी से काटने की बात भी कह गया। डिप्टी रेंजर स्टाफ के साथ केस दर्ज कराने थाने पहुंचे लेकिन पुलिस ने एफआईआर नहीं की।
पुलिस वाला घर पर परिवार को धमकी देकर चला गया
डिप्टी रेंजर गौर के अनुसार वे देर शाम स्टाफ को लेकर करैरा थाने पहुंचे। दरोगा ने कहा कि कायमी मत कराओ, माफी मंगवा देंगे। केस दर्ज कराने की बात कही तो अगले दिन आने की कहकर थाने से लौटा दिया। इधर रात 12 बजे चौकीदार ने मुझे कॉल कर बताया कि मैं रात को घर पहुंचा तो पता चला कि एक पुलिस वाला घर आया था और परिवार को धमकी देकर चला गया। वह कायमी नहीं कराने की बात कह रहा था।
पीड़ित के परिवार को धमकाया नहीं है
"अभी मामला जानकारी में आया है, केस दर्ज नहीं हुआ है। फरियादी को बुलवाया है। पीड़ित के परिवार को धमकाया नहीं है, युवक को बंधक बनाने की सूचना मिली थी इसलिए गांव पुलिस गई थी।"
दबंग युवक फॉरेस्ट टीम से कुल्हाड़ी और साइकल छिन ले गया। जब डिप्टी रेंजर घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने करैरा पुलिस थाने पहुंचे तो उन्होने चलता कर दिया और राजीनाम की सलाह दी गई। पुलिस की इस लचर प्रणाली के चलते पेड़ काटने वाले हाथों ने चौकीदार और उसकी बेटी के साथ मारपीट कर दी।
जानकारी के अनुसार करैरा रेंज की बनगवां बीट के चौकीदार सालिगराम कुशवाह गाँव के ही दबंगों ने बुधवार की सुबह 11 बजे हमला कर दिया। पिता की मारपीट होते देख चौकीदार की बेटी ओमवती कुशवाह उम्र 18 साल बचाने आई तो दबंगो ने चोटी पकड़कर सिर पत्थर पर दे मारा जिससे आंख के पास चोट आई हैं। चौकीदार सालिगराम भी चोट लगने से घायल हैं। पिता-पुत्री को इलाज के लिए करैरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस काम कर लेती तो रुक जाता हमला
डिप्टी रेंजर कुलदीप गौर ने बताया कि बनगांवा बीट में गार्ड विनय वाल्मीकि, रमेश और चौकीदार सालिग्राम व संतोष बंशकार मंगलवार शाम को भ्रमण पर थे। तभी वनगांवा गांव का सुनील लकड़ियां काट रहा था। यह देख वन टीम ने उसकी साइकिल व कुल्हाड़ी जब्त कर ली। टीम चौकीदार संतोष बंशकार के घर आकर कागजी कार्रवाई करने लगी। तभी सुनील कुशवाहा अपने तीन-चार साथियों को लेकर आया और धमकी देकर कुल्हाड़ी व साइकिल छीनकर ले गया। जाते-जाते वह कुल्हाड़ी से काटने की बात भी कह गया। डिप्टी रेंजर स्टाफ के साथ केस दर्ज कराने थाने पहुंचे लेकिन पुलिस ने एफआईआर नहीं की।
पुलिस वाला घर पर परिवार को धमकी देकर चला गया
डिप्टी रेंजर गौर के अनुसार वे देर शाम स्टाफ को लेकर करैरा थाने पहुंचे। दरोगा ने कहा कि कायमी मत कराओ, माफी मंगवा देंगे। केस दर्ज कराने की बात कही तो अगले दिन आने की कहकर थाने से लौटा दिया। इधर रात 12 बजे चौकीदार ने मुझे कॉल कर बताया कि मैं रात को घर पहुंचा तो पता चला कि एक पुलिस वाला घर आया था और परिवार को धमकी देकर चला गया। वह कायमी नहीं कराने की बात कह रहा था।
पीड़ित के परिवार को धमकाया नहीं है
"अभी मामला जानकारी में आया है, केस दर्ज नहीं हुआ है। फरियादी को बुलवाया है। पीड़ित के परिवार को धमकाया नहीं है, युवक को बंधक बनाने की सूचना मिली थी इसलिए गांव पुलिस गई थी।"
विनोद छावई, टीआई, थाना करैरा