पिछोर। शिवपुरी जिले के पिछोर थाना क्षेत्र के अंतर्गत नई बस्ती (वार्ड क्रमांक-5) में राजनीतिक रंजिश के चलते एक अपहरण का मामला सामने आया है। पूर्व विधायक केपी सिंह के समर्थक छवेंद्र चौहान को उनके घर के सामने से उस समय अपहरण कर लिया गया, जब वह अलाव ताप रहे थे। आरोप है कि वर्तमान विधायक प्रीतम सिंह लोधी के प्रतिनिधि रहीश यादव और उनके साथियों ने इस वारदात को अंजाम दिया।
घटना 23 दिसंबर की रात करीब 8:30 बजे की है। छवेंद्र अपने साथियों के साथ घर के बाहर बैठे थे, तभी एक स्कार्पियो से आए चार लोगों ने उन्हें जबरन गाड़ी में खींच लिया। परिजनों और साथियों के विरोध के बावजूद आरोपी उन्हें अगवा कर ले गए। हालांकि, पुलिस की तत्काल घेराबंदी की सूचना मिलते ही आरोपी घबरा गए और छवेंद्र को पिछोर थाने के सामने ही छोड़कर फरार हो गए।
पीड़ित के गंभीर आरोप
छवेंद्र चौहान का कहना है कि अपहरणकर्ताओं ने उनकी कनपटी पर कट्टा और पिस्टल अड़ा दी थी। आरोपियों ने चुनावी रंजिश का जिक्र करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस राजनीतिक दबाव में काम कर रही है, इसीलिए शिकायत के बावजूद दो अन्य आरोपियों के नाम एफआईआर में शामिल नहीं किए गए और न ही कट्टे-पिस्टल का उल्लेख किया गया है। पुलिस ने फिलहाल रहीश यादव, दीपक यादव, जितेंद्र यादव और विजयपाल के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इनका कहना है
पीड़ित की शिकायत पर रात में ही मामला दर्ज कर लिया गया था। जो तथ्य बताए गए, वही दर्ज किए गए हैं। मामले की निष्पक्ष विवेचना की जाएगी और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
प्रशांत शर्मा, एसडीओपी पिछोर
घटना 23 दिसंबर की रात करीब 8:30 बजे की है। छवेंद्र अपने साथियों के साथ घर के बाहर बैठे थे, तभी एक स्कार्पियो से आए चार लोगों ने उन्हें जबरन गाड़ी में खींच लिया। परिजनों और साथियों के विरोध के बावजूद आरोपी उन्हें अगवा कर ले गए। हालांकि, पुलिस की तत्काल घेराबंदी की सूचना मिलते ही आरोपी घबरा गए और छवेंद्र को पिछोर थाने के सामने ही छोड़कर फरार हो गए।
पीड़ित के गंभीर आरोप
छवेंद्र चौहान का कहना है कि अपहरणकर्ताओं ने उनकी कनपटी पर कट्टा और पिस्टल अड़ा दी थी। आरोपियों ने चुनावी रंजिश का जिक्र करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस राजनीतिक दबाव में काम कर रही है, इसीलिए शिकायत के बावजूद दो अन्य आरोपियों के नाम एफआईआर में शामिल नहीं किए गए और न ही कट्टे-पिस्टल का उल्लेख किया गया है। पुलिस ने फिलहाल रहीश यादव, दीपक यादव, जितेंद्र यादव और विजयपाल के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इनका कहना है
पीड़ित की शिकायत पर रात में ही मामला दर्ज कर लिया गया था। जो तथ्य बताए गए, वही दर्ज किए गए हैं। मामले की निष्पक्ष विवेचना की जाएगी और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
प्रशांत शर्मा, एसडीओपी पिछोर