अग्रवाल समाज: ग्रामीण क्षेत्र के सफल युवा भी कुंवारे,छत्तीसगढ़ से दुल्हन ला रहे हैं - Shivpuri News

Bhopal Samachar

शिवपुरी। अग्रवाल समाज के परिचय सम्मेलन की पुस्तक में 60 फीसदी बेटों के लिए सिर्फ 40 फीसदी बेटियां ही पंजीकृत है। जो दर्शाता है कि कि तेजी के साथ बेटियों की संख्या लगातार काम हो रही है। ऐसे में यदि समाज में ग्रामीण क्षेत्र के सफल व्यवसाय करने वाले युवाओं को शहरी क्षेत्र की बेटियों का दांपत्य बंधन नहीं मिला तो फिर कई विषम परिस्थितियों देखने को मिलेगी। यह बात अग्रवाल मित्र मंडल द्वारा आयोजित किए गए अग्रवाल परिचय सम्मेलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद समाज से भी कमलेश बंसल ने कही।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समाज में यदि छोटी जगह पर जो बेटों के शादियों का प्रचलन कम होता जा रहा है क्योंकि बेटियां ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं जाना चाह रही जबकि वहां पर संस्कारवान और सक्षम बेटी बेटियां उपलब्ध है बावजूद इसके के बेटियों के द्वारा रुचि ना लिया जाना और ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को विवाह के लिए तैयार न होना सामाजिक विषमता उत्पन्न कर रहा है। हमें इस दिशा में तेजी से विचार करना चाहिए और सामाजिक गतिविधियों को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच कर ऐसे युवाओं के लिए भी विवाह संबंध तय करना चाहिए। इस अवसर पर डॉक्टर एल डी गुप्ता, घनश्याम प्रधान, अध्यक्ष अनिल, महामंत्री सूरज बंसल, सुशील अग्रवाल, अनिल जैन, सहित कई लोगों की मौजूदगी रही।

गांव में रहने वाले कई युवक 35 की उम्र के बाद भी कुंवारे
कार्यक्रम में के मुख्य अतिथि की आसंदी से वरिष्ठ समाजसेवी अशोक अग्रवाल ने कहा कि आजकल समाज में यह परंपरा देखने आ रही है कि कई जगह आपसी समाज में संबंध न होने चलते या ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को विवाह योग्य युवती न मिलने पर कई विषमता सामने आ रही हैं। इनमें कई युवक अधिक उम्र होने से कानपुर और छत्तीसगढ़ से दुल्हनियां ला रहे हैं तो कई गांव में रहने से 35 की उम्र के बाद भी कुंवारे हैं।

समाज के प्रमुख लोगों को इस दिशा में भी सोचना चाहिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले आधे से अधिक युवा सिर्फ इस वजह से शादी की लंबी उम्र से गुजरते हैं क्योंकि वहां अभिभावक बेटियां देने ही नहीं चाहते। जबकि जीवन स्तर बहुत उच्च शैली का है, और कामकाज भी इतना मजबूत कि वह कई सारे शहरी युवाओं को मात दे कर ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर काम कर रहे हैं। इसलिए इस दिशा में काम होने की बहुत आवश्यकता है।

6 जोड़ों के रिश्ते हुए तय, अब दीपावली बाद होंगी शादियां
अग्रवाल मित्र मंडल के पदाधिकारी ने बताया कि युवकों के भले ही 160 पंजीयन हुए हो लेकिन युवतियों के भी 140 पंजीयन है हालांकि संख्या थोड़ी कम है फिर भी संस्था का प्रयास ऐसा है कि ग्रामीण क्षेत्र की युवाओं को हम शिवपुरी में ही समाज के बैनर तले शादी योग्य युवक युवतियों को उपलब्ध करा सकें और ताकि अभिभावक परेशानी होने से बच सके। पिछले सम्मेलन से अब तक आयोजित हुए चार सम्मेलन के दौरान हम 66 विवाह तय कर चुके हैं और इस सम्मेलन में भी 6 संबंध तय हो गए हैं जिनके विवाह दीपावली के बाद निकलने वाले विवाह मुहूर्त में मिलेंगे।