बैराड। शिवपुरी जिले के पोहरी अनुविभाग के बैराड़ थाना सीमा में आने वाले गांव टोडा में किसानों को सोयाबीन का नकली बीज बेचने का मामला सामने आया था। किसानों ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज करवाई थी कि बैराड में स्थित राजोरिया कृषि सेवा केंद्र से बीज खरीदा था और खेतों में बोया था,लेकिन वह उगा नही वही अन्य दुकानों से खरीदा गया बीज उग आया है। प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस दुकान को सील करने की कार्यवाही की थी,इस मामले में प्रशासन ने राजौरिया कृषि सेवा केन्द्र को क्लीन चिट दी है,इस पर किसान भड़क गए और कृषि विभाग के एसडीओ पर रिश्वत लेने के आरोप लगाए है वही राजोरिया कृषि सेवा केन्द्र ने पुलिस थाने मे अपनी सुरक्षा को लेकर आवेदन दिया है।
यह था मामला
बैराड़ थाना सीमा के ग्राम टोड़ा के कई किसानों ने राजोरिया कृषि सेवा केंद्र से कट्टों में भरा सोयाबीन का बीज बुआई के लिए खरीदा था। किसानों ने बीजोपचार उपरांत सोयाबीन के बीज की अपने-अपने खेतों में बुआई कर दी, परंतु आज तक किसी भी किसान के खेत में बीज नहीं उगा।
किसानों का कहना है कि उन्हें संदेह है कि दुकानदार ने नकली बीज विक्रय किया है। किसानों के अनुसार गांव में अन्य दुकानों से जिन किसानों ने बीज खरीदा था, यह सभी बीज उगने लगा है। गांव के नीरज रावत, लखन, बादशाह, रामस्वरूप, कल्लाराम ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज करवा कर वैधानिक कार्रवाई की मांग की थी।
प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया और कृषि उपसंचालक पान सिंह एवं पोहरी एसडीओ आरपी पचौरी व ग्राम गीतम सिंह के द्वारा इस दुकान का निरीक्षण किया गया और दुकान संचालक से बिल बुक स्टॉक रजिस्टर सहित किसानों की सूची मांगी गई लेकिन दुकानदार मांगे गए किसी भी प्रकार के दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा पाया,प्रशासन की इस टीम ने आज दुकान को सील कर दिया गया था।
यह पाया गया जांच में
जिले की बैराड़ तहसील में सोयाबीन का नकली बीज विक्रय के संबंध में बैराड़ तहसील के कुछ कृषकों द्वारा बैराढ थाने में शिकायत की गई थी कि मैसर्स राजौरिया कृषि सेवा केंद्र बैराढ से खरीदे गए सोयाबीन बीज का अंकुरण नहीं हुआ है। जिसकी वस्तु स्थिति जांच हेतु श्रीमान कलेक्टर महोदय के निर्देशानुसार उप संचालक कृषि के नेतृत्व में जिला स्तरीय गठित दल द्वारा मैसर्स राजौरिया कृषि सेवा केंद्र की दुकान का निरीक्षण किया गया।
जिसमें विक्रेता बीज अनुज्ञप्तिधारी है तथा विक्रेता द्वारा 150 क्विंटल सोयाबीन का प्रमाणित बीज किसानों को बेचा गया था। यह बीज अरिहंत एग्रो सीड्स उज्जैन का था बीज भौतिक रूप से सही है तथा अंकुरण परीक्षण हेतु दल द्वारा बीज नमूना लेकर प्रयोगशाला भेजा गया है।
शिकायत के आधार पर दुकान को दल द्वारा सील किया गया साथ ही दल द्वारा जांच हेतु दिनांक 09.07.2025 को ग्राम गाजीगढ तथा 10.07.2025 को ग्राम टोडा के शिकायतकर्ता किसानों के खेतों पर जाकर निरीक्षण किया गया जिसमें सामान्य रूप से बुवाई के तुरंत बाद लगातार वर्षा के कारण अंकुरण प्रभावित होना पाया गया है। ग्रामों की मूंगफली तथा बाजरा की फसल तुलनात्मक रूप से अच्छी पाई गई है।
जलभराव, बीज की अधिक गहराई पर बुवाई तथा बुवाई के पश्चात तुरंत वर्षा होने पर मिट्टी की ऊपरी परत कठोर हो जाने जैसे कई कारणों से सोयाबीन का अंकुरण प्रभावित हो सकता है। इसलिए जिले में नकली बीज विक्रय की कोई स्थिति नहीं है।
यह आवेदन दिया गया बैराड पुलिस को
प्रार्थी ने प्रतिवर्ष की भांति सोयाबीन का ब्रांडेड कंपनी का बीज विक्रय किया है इस वर्ष वर्षा समय से पूर्व होने पर किसानों ने शीघ्र ही वीज भूमि में दवा दिया जो पूर्णतः अंकुरित हुआ है और विकसित भी परन्तु बाद में अधिक वर्षा होने पर बोहनी करने वाले किसानों का बीज पानी के भराव से खेत में ही गल गया और अंकुरित ही नही हो पाया कुछ गावो में पानी का भराव अधिक होने से बीज खेतों में ही गल गए हैं।
जिस पर ग्राम के किसानों ने एकजुट होकर बीज विक्रेता प्रार्थी पर दुकान पर आकर तकरीवन 20 से 25 लोगो की भीड के साथ आकर बीज के पैसे वापसी का दबाव बनाया प्रार्थी को भद्दी-भद्दी गालियां दी दुकान का समान फेंकने की धमकी दी पैसे वापस नही दिए तो वसूली पर आने पर जान से मारने की धमकी दी है यह कि प्रार्थी की दुकान पर विभिन्न गांवों के लोगों द्वारा जान माल की धमकी दी जा रही है प्रार्थी भयभीत हो कभी भी किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है ऐसे में प्रार्थी को सुरक्षा व्यवस्था एवं किसानों को समझाइश दिये जाने हेतु उचित इंतजाम किए जाने की कृपा करें श्रीमान की अति कृपा होगी।
श्रीनिवास राजौरिया पुत्र श्री नंदकिशोर राजौरिया निवासी टोरिया खालसा हाल नि बैराड़ एवं कीटनाशक संघ बैराड़
नकली बीज वाले मामले में क्लीन चिट मिलने के बाद किसान आक्रोशित है। किसान रामस्वरूप रावत ने कहा कि राजोरिया बीज भंडार से कृषि विभाग के एसडीओ पचोरी ने मोटी रकम लेकर दुकानदार के पक्ष में सैंपल लेकर फर्जी रिपोर्ट बनाई है इसके लिए हम न्यायालय में जाएंगे और कृषि विभाग और दुकानदार के खिलाफ केस दायर करेंगे।