नरवर। शिवपुरी जिले की करैरा विधानसभा के अन्तर्गत आने वाली नरवर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत कैरूआ से आज एक दुखद घटना सामने आई हैं, कैरूआ गांव में आज सुबह 10 बजे एक बुजुर्ग की बीमारी के चलते मौत हो जाती हैं। वहीं जब परिजन बुजुर्ग का अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट पहुंचे। तभी बुजुर्ग को मुख अग्नि दी गई तो शमशान घाट में मौजूद टीन शेट के चारों तरफ,बीच में से हर जगह से पानी गिर रहा था। वही यहां तक की नीचे से भी कंडे भीग गये। उसी के उपरांत परिजनों को दो तिरपालों का सहारा लेना पड़ा और नीचे से मिट्टी डाली गई तब जाकर जैसे तैसे बुजुर्ग का अंतिम संस्कार किया गया। शमशान घाट में कोई भी सुविधा नहीं हैं।
जानकारी के अनुसार दीपक रावत पुत्र लाखन रावत निवासी ग्राम कैरूआ जनपद पंचायत नरवर ने बताया कि आज सुबह 10 बजे मेरे दादाजी बैजनाथ रावत उम्र 81 साल की बीमारी के चलते मौत हो गई। चारों तरफ घर में मातम का माहौल था, और हम दादाजी के शरीर को अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट कैरूआ लेकर पहुंचे।
तिरपाल के नीचे किया गया अंतिम संस्कार
जहां पहुंचने के बाद हम दादाजी का अंतिम संस्कार कर ही रहे थे तो अचानक से तेज बारिश होने लगी, और शमशान घाट में टीन शेट से चारों तरफ से पानी गिरने लगा। यहां तक की दादाी के शरीर को मूख अग्नि दी जा रही थी तो कंडों के नीचे तक पानी चला गया। जिसके बाद हम लोगों ने तत्काल 2 तिरपाल मंगवाई और नीचे से कंडो में मिट्टी लगाई। जिसके बाद अंतिम संस्कार हो पाया।
सरपंच ने श्मशान घाट की आई 11 लाख राशि हड़पी
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत कैरूआ के सरपंच दिलीप खटीक द्वारा इस शमशान घाट की मरम्मत तो करवाई थी,लेकिन सरपंच साहब ने पुरानी टूटी-फूटी टीन शेट मंगवाकर लगवा दी। और अपने पेट भरने के लिए शासन की ओर से आई 11 लाख से ज्यादा की राशि हड़प ली। जब ग्रामीणों ने सरपंच से पूछा की सरपंच साहब शमशान घाट की मरम्मत के लिए सरकार की तरफ से जो राशि आई थी उसको आपने कहां खर्च कर दिया। कम से कम यह शमशान घाट की ठीक से मरम्मत तो करवा देते और यहां इतने लोग परेशान हो रहे हैंं इसी पर सरपंच साहब का कहना था कि मैंने इसमें टीनशेट डलवाई तो हैं। अब पानी बरस रहा हैं तो इसमें मैं क्या कर सकता हूं।