शिवपुरी। शिवपुरी जिले का तहसील कार्यालय को नए भवन में स्थानांतरित किए हुए काफी समय हो चुका है, लेकिन यदि किसी उपभोक्ता को तहसीलदार से जुड़ी किसी शिकायत के लिए एसडीएम कार्यालय जाना हो, तो उसे अब भी आठ किलोमीटर दूर पुराने कार्यालय तक जाना पड़ता है। इससे किसानों और ग्रामीण उपभोक्ताओं को एक ओर से से ही आने-जाने में 200 से 300 रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं।
इस समस्या को समझते हुए सपाक्स पार्टी के पदाधिकारियों और सदस्यों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि एसडीएम कार्यालय को भी तहसील कार्यालय के नए परिसर के पास ही शुरू किया जाए, ताकि उपभोक्ताओं को अनावश्यक परेशानियों और आर्थिक बोझ से राहत मिल सके। संगठन के पदाधिकारियों ने सवाल उठाया कि जब नया कार्यालय पूरी तरह तैयार है और उसमें आवश्यक फर्नीचर भी स्थापित किया जा चुका है, तो एसडीएम कार्यालय अब तक वहां शुरू क्यों नहीं किया गया? यदि प्रशासन इसे शुरू करने में असमर्थ है, तो फिर तहसील कार्यालय को वापस पुराने स्थान पर ही संचालित किया जाना चाहिए, जिससे उपभोक्ता अपनी शिकायत सीधे एसडीएम कार्यालय में दर्ज करा सकें।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि वर्तमान में, चाहे विद्यार्थी हों या अभिभावक जाति प्रमाण पत्र या ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र के लिए उन्हें पहले तहसील कार्यालय में आवेदन देने जाना पड़ता है और फिर बन जाने के बाद पुनः वहीं से प्राप्त करना होता है। इस इस पूरी प्रक्रिया में केवल यात्रा का खर्च ही 300 से 400 रुपए तक हो जाता है। संगठन ने प्रशासन से मांग की है किं या. तो एसडीएम कार्यालय को नए तहसील परिसर में तुरंत शुरू किया जाए, या फिर तहसील कार्यालय को पुनः पुराने स्थान पर पर स्थानांतरित किया जाए, ज्ञापन सौंपने वालों में जिला अध्यक्ष गजेंद्र सिंह सोलंकी, जिला संयोजक महेंद्र दुबे, कोषाध्यक्ष सूरज जैन पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे।
इनका कहना हैं
एसडीएम कार्यालय की बिल्डिंग भी लगभग पूर्ण हो चुकी हैं और बहुत ही जल्द एसडीएम कार्यालय भी तहसील के पास कटमई पहुंच जायेगा।
रवीन्द्र कुमार चौधरी शिवपुरी कलेक्टर