शिवपुरी। बीते 21 अप्रैल 2025 को कोतवाली थाना क्षेत्र में एक घटना सामने आई जिसमें सर्किट हाउस के निवासी धर्म सिंह राठौर के द्वारा जहर खाने की सूचना कोतवाली थाना को मिली जिसको शिवपुरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था बाद में हालत गंभीर होने के कारण मेडिकल कॉलेज में रैफर कर दिया गया था जहां डॉक्टरों के द्वारा धर्म सिंह को मृत घोषित कर दिया गया।
आज उस मामले में एक नया मोड़ सामने आया है जिसमें मृत की 10 वर्षीय बेटी के द्वारा शिवपुरी पुलिस अधीक्षक को एक आवेदन प्रस्तुत किया गया हैं जिसमें उसने बताया कि मेरे पापा को मेरी मां ने जहर देकर मार दिया, वहीं मृत की भाभी ने बताया कि देवरानी के किसी व्यक्ति से अवैध संबंध हैं इसके फोटो,फोन में चैट आदि हमारे पास मौजूद हैं।
जानकारी के अनुसार सरिता राठौर पत्नी संग्राम राठौर निवासी सर्किट हाउस के पास खुढा शिवपुरी ने बताया कि मेरे मृतक देवर धर्म सिंह राठौर की पत्नी सीमा राठौर जिसके किसी व्यक्ति से अवैध संबंध थे तथा इसी बात को लेकर अक्सर धर्म सिंह और सीमा में आपस में कहा सुनी व मारपीट तक की नोबत आ जाती थी जिस पर सीमा अपने मायके से अपने भाई,चाचा और अन्य सहयोगियों के द्वारा धर्म सिंह को मारने के लिए उसके घर पर आ जाया करते थे मृतक धर्म सिंह की भाभी सरिता द्वारा बताया गया कि सीमा अपने मायके वालों को हर छोटी-छोटी बातों पर बुला कर धर्मसिंह के साथ मारपीट करती थी।
अभी कुछ दिन पहले होली के दो दिन बाद सीमा ने अपने घरवालों को बुलाकर धर्म सिंह की मारपीट करती थी और सीमा अक्सर हमसे लड़ा करती थी इसलिए हम भी अपना काम करने ग्वालियर चले गये। धर्म सिंह की मृत्यु के बाद सीमा का प्रेमी दिलीप जैन घर आया और बोला मैं तुम्हारी बच्चियों की 50-50 हजार रुपये की एफडी करवा दूंगा और पढ़ाई का पूरा खर्चा भी दूंगा।
वहीं मृतक की भाभी ने बताया कि सीमा का मोबाइल हमारे पास है उसमें उसके द्वारा फोन पर अन्य व्यक्ति से की गई बातें, मोबाईल नंबर व फोटो, चैट आदि है। जिन्हें देने से मना किया जा रहा है तो उक्त सीमा हमारे से गाली गलोच कर लडाई झगडा कर रही है और बोल रही है अगर मुझे दोनो मोबाइल नहीं दिये तो मैं जहर खाकर आत्महत्या कर लूंगी और तुम सबको झूठे केस में फंसा दूंगी। तथा सरिता तुमको जान से मरवा दूंगी इसलिए मैं व मेरे परिवार के सदस्य चाहते हैं सीमा के मोबाइल की जांच कराई जाए जिससे वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो जाये अगर इसके द्वारा हमारी कोई रिपोर्ट या कार्यवाही की जाती है, तो उसकी निष्पक्ष जांच की जावे जिससे हम झूठे प्रकरण नो बच सके।