शिवपुरी। शिवपुरी शहर सफेद हाथी बन चुका सीवर प्रोजेक्ट की सफलता पर 55 प्रतिशत का प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है लगभग 111 करोड़ रुपए की लागत खाने वाला सीवर प्रोजेक्ट का कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है। इस प्रोजेक्ट के तहत 109 किलोमीटर की सीवर लाइन शहर की सडको में समा चुकी है। अगर टेस्टिंग की बात करे तो केवल 45 प्रतिशत सीवर की लाइन की टेस्टिंग हुई है बजट के अभाव में 55 प्रतिशत टेस्टिंग बाकी है।
इस अधूरी लाइन को सीवर ट्रीटमेंट प्लांट सहित हैंडओवर पर पीएचई विभाग जोर दे रहा है। लेकिन नगर पालिका पहले पूरी टेस्टिंग, फिर थर्ड पार्टी ऑडिट होने के बाद ही हैंडओवर लेने पर अड़ी है। कुल मिलाकर सीवर 100 करोड़ से ज्यादा खर्च होने बाद भी सीवर प्रोजेक्ट पूरा होता नजर नहीं आ रहा है।
67 करोड की लगता से शुरू हुआ था यह प्रोजेक्ट
जानकारी के मुताबिक साल 2013 में 67 करोड़ लागत से सीवर प्रोजेक्ट का काम शुरू किया गया। शहर की सारी सड़कें खोदकर डाल दीं और लोगों को हर तरफ से गडे का दर्द व धूल फांकना पड़ी। साल 2018 के बाद किसी तरह सड़कें बनने से राहत मिली। सीवर प्रोजेक्ट की लागत बढ़ती गई और 12 साल में करीब 111 करोड़ पहुंच गई। बमुश्किल सीवर लाइन बिछकर तैयार हो गई। अब आखिरी चरण सीवर लाइनों की सफाई और टेस्टिंग का बचा है। पीएचई अभी तक ठेकेदार से 45% लाइनों की सफाई और टेस्टिंग करा पाई है।
भुगतान नहीं होने से काम है बंद
भुगतान अटकने की वजह से काम बंद पड़ा है। लेबर होली के त्योहार से लौटकर नहीं आई है। टेस्टिंग वाली 45% सीवर लाइन को हैंडओवर लेने पर जोर दिया जा रहा है। लेकिन नगर पालिका पूरी सीवर लाइन की टेस्टिंग करके चालू करने और थर्ड पार्टी ऑडिट की शर्त पर ही सीवर प्रोजेक्ट हैंडओवर लेने तैयार है। ऐसे हालातों में एक अरब रुपए से ज्यादा खर्च होने के बाद भी सीवर प्रोजेक्ट पूरा होता नहीं दिखा रहा है।
40 हजार घरों में कनेक्शन होने हैं
शहर में सीवर प्रोजेक्ट के कार्य के लिए पीएचई निर्माण एजेंसी नियुक्त की गई है। काम पूरा होने पर यह नपा को हैंडओवर किया जाएगा। नपा करीब 40 हजार घरों में सीवर कनेक्शन करेगी, जिसका बजट अमृत 2.0 से मिलेगा। हालांकि, सफाई, टेस्टिंग और ऑडिट के बिना कनेक्शन संभव नहीं हैं। सीवर प्रोजेक्ट का थर्ड पार्टी ऑडिट कराने के लिए प्रशासन और नपा ने आईआईटी बॉम्बे को पत्र भेजा है। यह तय हो चुका है कि ऑडिट के बिना कनेक्शन का कार्य शुरू नहीं होगा। इसके अलावा, पीएचई को प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए 9.28 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आवश्यकता है, जिसके लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका है।
नपा उसे हैंडओवर लेती है तो ठेकेदार आगे काम करेगा
45% हिस्से में सीवर लाइन की सफाई और टेस्टिंग हो गई है। ठेकेदार ने मना कर दिया है, पैसा आएगा तो आगे काम हो पाएगा। त्यौहार बाद लेबर भी लौटकर नहीं आई है। जो काम हो गया है, नगर पालिका उसे हैंडओवर ले लेती है तो ठेकेदार आगे काम करेगा। स्वीकृति के लिए 9.28 करोड़ रु. का प्रस्ताव बनाकर भेजा है।
एलपी सिंह, ईई, पीएचई शिवपुरी
सीवर लाइन का एसटीपी तक डेमो नहीं होता, तब तक हैंडओवर नहीं लेंगे
पीएचई ने शहर के मुख्य हिस्से में सीवर लाइन की सफाई और टेस्टिंग का काम पूरा नहीं कराया है। बाहर बिछी लाइन का काम हुआ है। थर्ड पार्टी ऑडिट भी आज नहीं तो कल होगी। सीवर लाइन की सफाई और टेस्टिंग के बाद एसटीपी तक डेमो नहीं हो जाता तब तक हम सीवर प्रोजेक्ट को हैंडओवर नहीं ले सकते।
इशांक धाकड़, सीएमओ, नगर पालिका शिवपुरी