काजल सिकरवार शिवपुरी। शिवपुरी जिले के पिछोर की खनियाधाना तहसील अन्तर्गत आने वाले ग्राम मुहारीकला में दिन की शुरुआत राम धुन के साथ होती हैं,सुबह 4 बजे से 6 बजे तक ग्रामीण ढोल,नगाड़े,हारमोनियम आदि के साथ राधा कृष्ण मंदिर से भगवान शंकर जी के मंदिर से होते हुए पुन: राधारानी के मंदिर तक पहुंचकर अपनी सुबह की राम धुन यात्रा का समापन करते हैं और फिर अपने,पूजा पाठ करके अपने कामों की शुरुआत करते हैं। इससे लोगों की बिगड़ती दिनचर्या में भी परिवर्तन नजर आ रहा हैं तथा लोगों का पूरा दिन बहुत अच्छा गुजरता हैं।
रोज 2 घंटे जपते हैं ग्रामीण प्रभु का नाम,15 सालों लगातार रामधुन
वहीं ग्रामीण शैलेन्द्र गुप्ता निवासी मुहारीकलां ने बताया कि आज से करीबन 15 साल पहले की बात हैं मैंने और मेरे एक साथी ने यह योजना बनाई कि क्यों ना हमें अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में सबसे पहले उठते से ही प्रभु का नाम लेना चाहिए,जिसके बाद मैं और मेरा दोस्त सुबह 4 बजे गांव में निकल गये और भगवान श्रीराम का नाम लेते लेते पूरे गांव का ग्रहण किया। हम रामधुन की शुरुआत मुहारीकलां के राधा कृष्ण मंदिर से लेकर शंकर जी के मंदिर से होते हुए पुन: राधा कृष्ण मंदिर पर समापन करते। जैसे जैसे दिन बीते तो हमारे साथ गांव के कई लोग हमारी इस रोज की यात्रा में शामिल हुए और फिर हमारी यह यात्रा जिंदगी का एक हिस्सा बन गई अब हम सुबह राम नाम के बिना रह ही नहीं पाते।
लोगों का बदल रहा है जीवन
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि इस रामधुन से हमारा जीवन बदल गया,जब से हमने सुबह सुबह प्रभु श्रीराम का नाम का सर्कींतन शुरू किया और गांव की गलियों में हमने सह राम धुन शुरू की तो समय के साथ साथ यह हमारा कारवां बढ़ता चला गया। हम सुबह जैसे की संकीर्तन शुरू करते है ओर आगे बढते है जैसे जैसे लोगों के दरवाजे खुलते जाते है,तो भक्त इस संकीर्तन यात्रा में शामिल हो जाते है,पिछले 15 साल से यह रामधुन यात्रा में किसी प्रकार का विघ्न नही आया है,सर्दी,गर्मी और मानसून काल में भी यह यात्रा निर्वाध रूप से निकली है।
2 लोगो से शुरू,अब आधा सैकड़ा की रामटोली
शैलेन्द्र गुप्ता ने बताया कि हमारा कारवां 2 से बढ़कर 40 का हो गया हैं, इसका कारबा अब बढ़ता जा रहा हैं। पहले मैं और मेरा दोस्त अच्छेलाल डंगरईया ही थे जो सुबह पूरे गांव में प्रभु का नाम जपते जपते घुमते थे,लेकिन अब 40 से ज्यादा लोगों का दल हो गया हैं। शैलेन्द्र ने कहा कि हमारी रामधुन यात्रा से कई लाभ हो रहे है,पहला आध्यात्मिक लाभ हम और हमारी आत्मा जब राम नाम का संकीर्तन करते है तो हमे आध्यात्मिक लाभ हो रहा है। हमारे रोम रोम में राम बस रहे है। वही हमारा यह यात्रा लगभग 2 किलोमीटर की है इससे सुबह सुबह भोर के समय हमारा टहलना हो जाता है फ्रेश ऑक्सीजन लेने से हमारा स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है। वही सुबह सुबह राम की धुन पर ढोल और ढोलक की थाप के कारण वातावरण भी शुद्ध हो रहा है। हमारी रामटोली का प्रत्येक सदस्य 300 रुपए माह देता है इस राशि से हम अन्य धार्मिक अनुष्ठान करते है।
आसपास के ग्रामीणों को मिल रही हैं प्रेरणा,जल्द ही रामधुन यात्रा शुरू
इस रामधुन से आसपास गांव के लोगों को प्रेरणा मिल रही हैं,और वह ग्राम के लोगों की काफी तारीफ कर रहे हैं। और मुहारीकलां के आसपास के गांव जैसे चिरकिट,बसहार,मुहारी खुर्द,अमरपुर ललन,कियारा,मुहारी के आस पास के मजरा के समस्त ग्रामीण इकट्ठे होकर,हमसे जुड़ते जा रहे हैं और अपने-अपने गांव में रामधुन की शुरुआत कर रहे हैं। पूरा गांव राम नाम में मगन हो जाता हैं। इसकी प्ररेणा से आसपास के ग्रामीणों में भी बहुत जल्द ही रामधुन प्रभात फेरी चालू हो जायेगी।
प्रभु ने हमें इतना सुंदर जीवन दिया है
इसके साथ ही शैलेन्द्र गुप्ता ने बताया कि प्रभु श्रीराम का नाम अमृत का काम कर रहा है प्रभु के नाम सुनने से 3 से 4 लोग जो कि डिप्रेशन का शिकार थे वह डिप्रेशन से बाहर आ रहे हैं और बह ठीक हो रहे हैं। वहीं महंत ने बताया कि हम सभी को मिलजुल कर रहना चाहिए,और प्रभु के गुण गाना चाहिए उन्होंने हम इतना सुंदर जीवन दिया है,हमारे अंदर किसी के प्रति द्वेष भावना नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही सभी त्योहार को मिलजुल कर मनाना चाहिए।