SHIVPURI NEWS - शहर में लगे प्रशासन के 35 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खराब, पढिए

Bhopal Samachar

शिवपुरी। वर्तमान समय में किसी भी आपराधिक घटनाओं और अपराधी की पहचान और महत्वपूर्ण जानकारियां एकत्रित करने में पुलिस के लिए सबसे बड़ी मदद शहर में लगे 211 सीसीटीवी कैमरे है। यह कैमरे शहर के विभिन्न हिस्सों में लगे है। जब शहर में कोई अपराध घटित होता है उस समय यह कैमरे अपराध की तह तक जाने में पुलिस की मदद करते है,लेकिन इनमे से आधा सैकड़ा कैमरे बंद है।

सुरक्षा को लेकर शहर के दोनों बाईपास, मुख्य चौराहों, थीम रोड सहित अन्य कई जगहों पर पुलिस प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरे लगाए है। इन कैमरों का सही ढंग से मेंटेनेंस ही नहीं किया जाता और पुलिस प्रशासन को यह तक नहीं पता कि कौन से कैमरे बंद और कौन से चालू हैं। दरअसल जब भी
कोई घटना होती है और संबंधित स्थानों पर पड़ताल की जाती है तो पता चलता है कि उस चौराहे पर लगा कैमरा बंद पड़ा है। ऐसे में कई बार लूट, चोरी या अन्य बड़ी वारदातों में आरोपी का सुराग नहीं लग पाता।

इस समय बड़ौदी से लेकर अन्य कई चौराहों को में काम आते है और अभी तक कई बड़ी घटनाओं से लेकर सामान चोरी व गुम होने की घटनाओं में यह कैमरे काफी काम आए है। अभी कुछ दिन पूर्व एक नाबालिग छात्र की हत्या के मामले में पुलिस को इन्ही कैमरा से आरोपी छात्र का सुराग मिला था, कुछ ऑटो या रोड पर गिरा कीमती सामान भी इन कैमरो की मदद से मिल सका। जबकि इसके उलट कुछ मार्गो पर कैमरे न होने से कुछ घटनाओं जैसे चेन स्नेचिंग जैसे मामलों में अभी तक आरोपियों का पता नही चल पाया। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। अगर कैमरे ठीक हों तो आरोपियों तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।

वादे किए लेकिन कैमरे नहीं लगवाए

प्रशासन तो अपने स्तर पर शहर की सुरक्षा के लिए काम करता है और 211 कैमरे शहर के विभिन्न स्थानों पर लगे हुए है। पर शहर के कई बड़े व्यापारियों व समाजसेवियों ने भी कुछ कार्यक्रमों में जन सहयोग से शहर में कैमरे लगवाने के लिए घोषणाएं व वादे तो किए, लेकिन वह वादे पूरे नहीं हो पाए। अगर इस काम में शहर के व्यापारी आगे आए तो शहर हित के लिए एक बड़ा कदम हो सकता है।

भोपाल में होती है खराब कैमरो की मरम्मत

बता दें कि शहर में इतनी बड़ी तादाद पर लगे कैमरो में से हर दिन कोई न कोई कैमरा किसी न किसी कारण से खराब होता है। इन कैमरो की मरम्मत का काम भोपाल में एक कंपनी के पास है।। यह खराब कैमरे पहले भोपाल भेजे जाते है। इसके बाद 10 से 15 दिनो में वह कैमरे सुधरकर आते है, या फिर उनकी जगह दूसरे कैमरे भेजे जाते है। शहर में कुछ ऐसे स्थान है जहां पर कैमरे लगना बहुत जरूरी है, पर वहां पर कैमरे नही है। शहर में कर्बला के पास, मोहनी सागर कॉलोनी के पास छत्री रोड पर, कुछ अन्य ऐसे मार्ग है जहां अभी भी प्रशासन ने कैमरे नही लगवाए है

इनका कहना है
कैमरों को सही करने का काम एक निजी कंपनी देखती है। जैसे ही कैमरे खराब होते है तो हम उस कंपनी के पास कैमरे पहुंचा देते है। सही होने के बाद फिर उनको लगा दिया जाता है। शहर में जन सहयोग से भी कैमरे लगे है। अब जिन स्थानों पर जरूरी है, वहां पर भी कैमरो को लगाने की कार्रवाई की जाएगी।
अमन सिंह राठौड़, एसपी, शिवपुरी।