काजल सिकरवार@ शिवपुरी। शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में जिंदा मरीजो के उपचार के परेशान होना पड़ता है,यह खबर आप प्रतिदिन अखबार में पढते है,उपचार के अभाव और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मरीजों की मौत हो जाती है। विरोध करने पर या सवाल पूछने पर गार्डो की टूकडी से कुटवा दिया जाता है अब खबर मिल रही है कि बीते रोज एक्सीडेंट में महंत की मौत के बाद उनका पीएम कराने के लिए 3 घंटा इंतजार करना पडा। महंत के पीएम कराने के लिए श्रीमंत साहेब के पीए को फोन करना पड़ा था।
पहले पढ़िए मामला
शिवपुरी जिले के सतनबाड़ा थाना क्षेत्र के खेरेवाले हनुमान मंदिर के सामने बीते शुक्रवार की सुबह फोरलेन हाईवे पर कंटेनर ने मंदिर के पुजारी को कुचल दिया। इस घटना पुजारी की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
खेरेवाले हनुमान मंदिर के पुजारी मोहन दास बाबा उम्र 60 साल मंदिर के बाहर हाईवे पर दूधियों से दूध लेने के लिए खड़े थे। इसी दौरान कंटेनर के ड्राइवर ने लापरवाही से चलाते हुए मोहन दास बाबा को कुचल दिया। जिससे बाबा की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। टक्कर के बाद कंटेनर भी हाईवे से उतर गया था।
महंत मोहन दास की डेड बॉडी परिसर में घूमती रही
महंत मोहन दास बाबा की एक्सीडेंट के बाद पीएम कराने के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया। बताया जा रहा है कि महंत की लाश को पीएम कराने के लिए सुबह 9 बजे महंत के अन्य साथी महात्मा अपने साथ लेकर आए थे। लेकिन पीएम 12 बजे तक भी नहीं हुआ था। साथी महात्मा का कहना था कि हम अस्पताल परिसर में तीन घंटे तक महंत की लाश का घूमना पडा।
राजू बाथम से लेकर सिंधिया के पीए को फोन
महंत की डेड बॉडी को लेकर आए साथी महात्मा का कहना था कि हम तीन घंटे तक महंत मोहन दास की लाश को गाड़ी में रखकर मेडिकल कॉलेज परिसर में घूमते रहे। कभी हमें बताया जा रहा था कि डॉक्टर चाय पी रहे है कभी नाश्ता कर रहे है। परेशान होकर सबसे पहले भाजपा जिला अध्यक्ष राजू बाथम को फोन किया गया,उसके बाद प्रभारी मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को फोन किया गया उसके बाद महाराज के पीए को फोन करना पड़ा था उसके बाद कही जाकर महंत जी का पीएम हुआ है।
क्या आम आदमी में इतनी ताकत है
इस खबर में एक सवाल का जन्म होता है कि एक आम आदमी में इतनी ताकत होती है कि वह भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष से लेकर क्षेत्रीय सांसद और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पीए को फोन कर दे। इस मेडिकल कॉलेज में इलाज कराना मतलब अपनी मौत को निमंत्रण देना होता है अभी शिवहरे समाज ने लापरवाही से मौत को लेकर कलेक्टर शिवपुरी को ज्ञापन सौंपा था।
डीन के आगे चम्चासन में लगे रहते है डॉक्टर
कुछ माह पूर्व मेडिकल कॉलेज के डीन D परमहंस ट्रांसफर होकर शिवपुरी आए थे कि उम्मीद थी कि मेडिकल कॉलेज के कुछ हालात सुधरेंगे,लेकिन लगातार हालात बिगड रहे है,मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर डीन डॉ परमहंस के आगे चम्चासन में लगे रहते है,कॉलेज में केवल राजनीति चलती है,कौन अपनी चमचागिरी से कॉलेज के डीन को खुश कर सकता है। कॉलेज में तीन तीन पीआरओ का काम कर रहे है चाशनी से लिपटी खबरें मीडिया हाउस को प्रकाशित कराने के लिए भेजी जाती है। इस चाशनी के कारण ही डीन डॉक्टरो पर कार्यवाही नही करते है।