धर्मेन्द्र श्रीवास्तव @ शिवपुरी। शिवपुरी स्वास्थय विभाग ने कुछ दिन पूर्व एक प्रेस नोट जारी किया था कि छोटे बच्चो की तत्काल मदद की जाए और तत्काल वाहन उपलब्ध कराया जाए,अधिकारियों ने आफिस से प्रेस नोट जारी पब्लिक में प्रशंसा का फिगर तो प्राप्त कर लिया पर हालात पर काबू नहीं कर सके। मामला नरवर के स्वास्थ्य केन्द्र से मिल रहा है कि हाल का जन्मा मासूम मौत से जंग लड़ता रहा,आरोप है कि 108 एंबुलेंस को बुलाया गया,अस्पताल में खडी थी लेकिन उसके पहिए तक नही हिले,प्राइवेट वाहन से शिवपुरी लाते समय उसकी मौत हो गई
जिले के नरवर स्वास्थ्य केंद्र में एक नवजात की जन्म के कुछ घंटे बाद ही मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि महिला का प्रसव डॉक्टर की अनुपस्थिति में नर्सिंग स्टाफ ने कर दिया। परिजनों ने नर्सिंग स्टाफ पर गलत तरीके से इंजेक्शन लगाने का आरोप भी लगाया है। परिजनों ने इसकी शिकायत सीएमएचओ ऑफिस सहित कलेक्टर को भी की है।
नरवर तहसील के सुल्तानपुर निवासी कालूराम कुशवाह ने बताया कि उसके भाई सालिगराम की पत्नी मंजू को प्रसव पीड़ा के बाद गुरुवार को नरवर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था, लेकिन ड्यूटी पर तैनात नर्स सोनम खान, हेमंत कुशवाह और आशा कार्यकर्ता भूरी कुशवाह ने बिना डॉक्टर की सलाह लिए उनकी अनुपस्थिति में मंजू को इंजेक्शन लगा दिए।
दो घंटे तक नवजात को नहीं दिखाया
कालूराम कुशवाह ने बताया कि मजू को इंजेक्शन लगने के बाद तेज सर्दी लगने लगी। जब नर्सिंग स्टाफ से कंबल की मांग की तो उन्हें फफूंद लगा कंबल दिया गया। इसके बाद मंजू की शाम 7 बजे डिलीवरी कर दी। नर्सिंग स्टाफ काफी देर तक नवजात को परिजनों के सामने नहीं लाया गया था।
रात 9 बजे वह नीला पड़ गया
परिजनों ने नवजात को दिखाने की बात कही तो उन्हें बच्चा दिखाया गया। बच्चा नीला पड़ चुका था। उसका शरीर भी ठंडा पड़ गया था। इसके बाद बुलाने पर सीबीएमओ डॉ. एलडी शर्मा अस्पताल पहुंचे। उन्होंने रात 11 बजे बच्चे को शिवपुरी रेफर कर दिया।
नहीं मिली 108 एम्बुलेंस
कालूराम कुशवाह ने बताया कि बच्चे को रेफर करने के बाद 108 एम्बुलेंस को बुलाया गया,लेकिन एंबुलेंस को नहीं भेजी, जबकि एंबुलेंस अस्पताल में ही खड़ी थी। इसके बाद वह निजी वाहन से बच्चे को लेकर शिवपुरी रवाना हुए, लेकिन बच्चे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इसकी शिकायत सीएमएचओ और कलेक्टर से की गई है।
जिले में स्थिति गंभीर 108 एंबुलेंस की
शिवपुरी जिले में 108 एंबुलेंस की स्थिति गंभीर प्रतिदिन एंबुलेंस के कारनामे मीडिया की सुर्खियों में छाए रहते है। कुछ दिन पूर्व कोलारस में 108 एंबुलेंस नहीं होने के कारण एक मा अपने बेटे को बस से लाना पड़ा था। बैराड क्षेत्र में एक प्रसूता ने रोड पर बच्चे को जन्म दिया कारण सिर्फ एक ही थी की समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंची थी।
जिले के नरवर स्वास्थ्य केंद्र में एक नवजात की जन्म के कुछ घंटे बाद ही मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि महिला का प्रसव डॉक्टर की अनुपस्थिति में नर्सिंग स्टाफ ने कर दिया। परिजनों ने नर्सिंग स्टाफ पर गलत तरीके से इंजेक्शन लगाने का आरोप भी लगाया है। परिजनों ने इसकी शिकायत सीएमएचओ ऑफिस सहित कलेक्टर को भी की है।
नरवर तहसील के सुल्तानपुर निवासी कालूराम कुशवाह ने बताया कि उसके भाई सालिगराम की पत्नी मंजू को प्रसव पीड़ा के बाद गुरुवार को नरवर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था, लेकिन ड्यूटी पर तैनात नर्स सोनम खान, हेमंत कुशवाह और आशा कार्यकर्ता भूरी कुशवाह ने बिना डॉक्टर की सलाह लिए उनकी अनुपस्थिति में मंजू को इंजेक्शन लगा दिए।
दो घंटे तक नवजात को नहीं दिखाया
कालूराम कुशवाह ने बताया कि मजू को इंजेक्शन लगने के बाद तेज सर्दी लगने लगी। जब नर्सिंग स्टाफ से कंबल की मांग की तो उन्हें फफूंद लगा कंबल दिया गया। इसके बाद मंजू की शाम 7 बजे डिलीवरी कर दी। नर्सिंग स्टाफ काफी देर तक नवजात को परिजनों के सामने नहीं लाया गया था।
रात 9 बजे वह नीला पड़ गया
परिजनों ने नवजात को दिखाने की बात कही तो उन्हें बच्चा दिखाया गया। बच्चा नीला पड़ चुका था। उसका शरीर भी ठंडा पड़ गया था। इसके बाद बुलाने पर सीबीएमओ डॉ. एलडी शर्मा अस्पताल पहुंचे। उन्होंने रात 11 बजे बच्चे को शिवपुरी रेफर कर दिया।
नहीं मिली 108 एम्बुलेंस
कालूराम कुशवाह ने बताया कि बच्चे को रेफर करने के बाद 108 एम्बुलेंस को बुलाया गया,लेकिन एंबुलेंस को नहीं भेजी, जबकि एंबुलेंस अस्पताल में ही खड़ी थी। इसके बाद वह निजी वाहन से बच्चे को लेकर शिवपुरी रवाना हुए, लेकिन बच्चे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इसकी शिकायत सीएमएचओ और कलेक्टर से की गई है।
जिले में स्थिति गंभीर 108 एंबुलेंस की
शिवपुरी जिले में 108 एंबुलेंस की स्थिति गंभीर प्रतिदिन एंबुलेंस के कारनामे मीडिया की सुर्खियों में छाए रहते है। कुछ दिन पूर्व कोलारस में 108 एंबुलेंस नहीं होने के कारण एक मा अपने बेटे को बस से लाना पड़ा था। बैराड क्षेत्र में एक प्रसूता ने रोड पर बच्चे को जन्म दिया कारण सिर्फ एक ही थी की समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंची थी।
मॉ का लाल और दो बहनों का भाई चला गया
बताया जा रहा है कि मंजू कुशवाह की यह तीसरी डिलेवरी थी,उससे पहले उसके यहां दो बेटिया थी। सभी भगवानो और देवताओं के पूजने के बाद 4 साल बाद मंजू के घर में बेटे के रूप में खुशिया आई थी,लेकिन समय पर उपचार और लापरवाही और 108 एंबुलेंस नही आने के कारण एक मॉ का लाल और दो बहनों का भाई मौत से जंग हार गया।
बताया जा रहा है कि मंजू कुशवाह की यह तीसरी डिलेवरी थी,उससे पहले उसके यहां दो बेटिया थी। सभी भगवानो और देवताओं के पूजने के बाद 4 साल बाद मंजू के घर में बेटे के रूप में खुशिया आई थी,लेकिन समय पर उपचार और लापरवाही और 108 एंबुलेंस नही आने के कारण एक मॉ का लाल और दो बहनों का भाई मौत से जंग हार गया।
इनका कहना है
हां यह शिकायत मेरे पास आई है। इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। लापरवाही साबित होने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। डॉ संजय ऋषिश्वर, जिला टीकाकरण अधिकारी