शिवपुरी। शिवपुरी शहर के प्यासे कंठो की प्यास बुझाने वाली सिंध की सप्लाई में पिछले 3 दिन से ठप है,इस कारण शहर में जल संकट उत्पन्न हो गया है। उधर नगर पालिका के पंप अटेंडर भी वेतन ना मिलने के कारण पेयजल की सप्लाई रोकने की धमकी दे चुके है। अगर ऐसा होता है तो शहर बूंद बूंद पानी को तरस जाऐगा।
इस बार पाइप लाइन झिरना मंदिर के पास सतनवाड़ा-नरवर रोड पर फूट गई। पानी न आने से शहर में जल संकट गहरा गया है, क्योंकि गर्मी बढ़ने के साथ ही ट्यूबवैलों का वाटर लेवल कम हो जाने से पानी का कम हो गया। पाइप लाइन के लीकेज को सुधारने में प्रोजेक्ट का काम कर रही टीम लगी हुई है। सिंध जलावर्धन योजना के तहत डाले गए पाइप गर्मी के मौसम में आए दिन फूट जाते हैं, जिसके चलते सप्लाई बाधित हो जाती है।
पिछले तीन दिन से शिवपुरी शहर में सप्लाई नहीं आई, जबकि शहर की 80 फीसदी आबादी सिंध जलावर्धन पर ही आश्रित है। नपा एई ने बताया कि एक दिन तो बिजली की सप्लाई बंद होने से सप्लाई नहीं आई, जबकि दो दिन से पाइप लाइन फूटने की वजह से पानी शहर तक नहीं आया। चूंकि पानी की खाली कट्टियां लेकर ट्यूबवैलों से पानी ढो रहे हैं, लेकिन बोर में पानी का प्रेशर कम हो गया, क्योंकि गर्मी में वाटर लेवल तेजी से नीचे गिर रहा है।
आए दिन पाइप लाइन फूटने से शहर में गहराने वाले जल संकट से शिवपुरी शहर की 3 लाख की आबादी परेशान है। गर्मी में जब पानी की अधिक मांग रहती है, उसी दौरान सबसे अधिक पाइप लाइन फूटती है। ऐसे में पाइप लाइन बदलना ही एकमात्र उपाय है, तथा लाइन बदलने के लिए पाइप भी आ गए, लेकिन उसमें भी माधव नेशनल पार्क प्रबंधन बाधा बन गया। क्योंकि रॉ-वाटर के अलावा क्लीयर वाटर की पाइप लाइन माधव नेशनल पार्क के अंदर से गुजरी है, जिसे बदलने की अनुमति पार्क प्रबंधन नहीं दे रहा।