SHIVPURI NEWS - देहात थाना पुलिस ने महिला को थमाया अदम चेक-कहा अब कोर्ट से लड़ो अपनी लड़ाई, हम कुछ नहीं कर सकते

Bhopal Samachar
शिवपुरी। खबर शिवपुरी शहर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिल रही हैं जहां आज एक महिला शिकायत लेकर पहुंची कि मेरे पति ने मेरे साथ मारपीट कर घर से भगा दिया। मैं अपने बेटे से मिलने गई तो जेठ ने हाथ में चाकू मार दिया। जिसके बाद में देहात थाने रिपोर्ट लिखवाने पहुंची तो वहां मुझे अदम चेक थमा दिया गया।

जानकारी के अनुसार निवासी नीलगर चौराहा शिवपुरी की रहने वाली गजाला बेगम पत्नी सरवर खान ने बताया कि मैं वर्तमान में अपने मायके मोहना अपनी माँ के यहां निवास कर रही है, मेरे पति ने काफी दिनों पहले मारपीट कर मुझे घर से बाहर मात्र पहने हुए कपड़ों में भगा दिया था, और मेरे पुत्र अर्स खान आयु 5 साल को अपने पास रख लिया। मैं द्वारा कई बार अपने पति से पुत्र से मिलने के लिए मिन्नतें की परंतु मुझे मेरे पति ने मेरे बेटे से मिलने नहीं मिलने देता हैं।

इसलिये मैंने 26 नवंबर को दोपहर तीन बजे अपनी ससुराल नीलगर चौराहा शिवपुरी अपने पुत्र अर्स से मिलने और उसे लेने के लिये अपनी माँ और बहन के साथ गई थी वहाँ जाकर पता चला कि मेरा पति सरवर बम्बई गया है, तब मैंने अपनी सास नजमा एवं जेठ रियासत खान से कहा कि मुझे मेरे पुत्र को ले जाने दो तभी मेरी सास नजमा और चचिया सास नन्ही एवं चचिया ससुर समीउल्लाह आये और मुझे गंदी गंदी गालियां देने लगे।

जब मेने गालियां देने से मना किया तभी मेरा जेठ रियासत खान आया और मुझे घसीट कर घर के अंदर ले गया और मुझे जान से मारने की नियत से चाकू मारा और अपनी जान बचाने से रोकने के लिये मैने अपना बायां हाथ आगे कर दिया जिससे चाकू बायीं कलाई पर लगा, चोट होकर खून निकल आया तभी मेरी माँ मुस्तरी बेगम एवं मेरी बहन निसात बेगम ने आकर मुझे बचाया और बीच बचाव किया।

तभी मेरा जेठ चाकू लेकर हम तीनों को मारने के लिए पीछे दौडा, और हम तीनों भागकर देहात थाना जिला शिवपुरी पहुंच गए, वहां पर पीछे - पीछे मेरी सास नजमा, चचिया सास ननही, जेठ रियासत खान, चाचा ससुर समीउल्लाह भी पहुंच गए और वहां पर देहात थाना पुलिस ने हमारी कोई सुनवाई नहीं की और अदम चेक काटकर मुझको दे दिया और कहा कि जाओ हम कुछ नहीं कर सकते कोर्ट से कार्यवाही करो। देहात थाना प्रभारी शिवपुरी द्वारा मेरे ससुराल वालों से रूपये खाकर उनके विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज नहीं की बल्कि उलटा मुझको फटकार कर थाने से भगा दिया।