शिवपुरी। शिवपुरी जिले के अलग अलग थाना क्षेत्रों में 4 लोगों की मौत होने की खबर मिल रही है। बैराड़ थाना सीमा में मरौरा के युवक को एक वाहन ने रौंद दिया जिससे उसकी मौत हो गइ्। वही सज़ायाफ़्ता कैदी रस्सी से लटका मिला था उसकी जेल जाने की तैयारी चल रही थी। एक तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क किनारे खड़ी लोडिंग पिकअप वाहन में सामने से जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में एक 22 साल के युवक की मौत हो गई।
बैराड में 28 साल के युवक की मौत
शिवपुरी जिले के बैराड़ थाना क्षेत्र के मारौरा गांव के पास रविवार की शाम एक कार ने बाइक में टक्कर मार दी। घायल ने जिला अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया। पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक रामखेड़ी गांव का रहने वाला 28 साल का नीरज पुत्र अमर सिंह परिहार रविवार को घर से गेहूं पिसवाने के लिए मरोरा की चक्की पर आया था। देर शाम जब वह गेहूं पिसवा कर वापस अपने गांव लौट रहा था। इसी दौरान बैराड़ तरफ से आ रही एक कार ने बाइक में टक्कर मार दी थी।
इस घटना में नीरज गंभीर रूप से घायल हो गया था। कार में बैठे लोग नीरज को कार में बैठाकर उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने नीरज को मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि कार सवार व्यक्ति धार्मिक स्थल पर पूजा अर्चना कर वापस शिवपुरी लौट रहे थे। पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू कर दी है।
तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क किनारे खड़ी लोडिंग को उडाया
शिवपुरी जिले के पोहरी थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क किनारे खड़ी लोडिंग पिकअप वाहन में सामने से जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में एक 22 साल के युवक की मौत और सात लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए पोहरी के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। हादसा शनिवार रात को हुआ।
जानकारी के मुताबिक, पोहरी थाना क्षेत्र के सालोदा गांव के रहने वाले बिमल कुशवाह, बृजेश कुशवाह, नीरज कुशवाह, पूरन कुशवाह, कल्लू कुशवाह, देवेन्द्र कुशवाह, हरिशंकर कुशवाह, करन सिंह कुशवाह पिकअप लोडिंग वाहन (MP07GA0493) में मूंगफली की फसल भरकर श्योपुर मंडी में बेचने बीती रात निकले थे। रात करीब साढ़े ग्यारह बजे परिच्छा बस स्टैंड पर लोडिंग वाहन को रोककर सभी लोग मूंगफली से भरी बोरियों को रस्सी से बांध रहे थे। इसी दौरान पोहरी की और से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक (MP07G0745) ने सड़क किनारे खड़ी पिकअप वाहन में जोरदार टक्कर मार दी।
हादसे के वक्त बिमल कुशवाह सड़क पर खड़ा हुआ था और शेष लोग लोडिंग वाहन में भरी बोरियों को रस्सी से टाइट कर रहे थे। सभी लोग ट्रक की चपेट में आ कर घायल हो गए। सभी घायलों को उपचार के लिए तत्काल पोहरी के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टर ने 22 साल के विमल कुशवाह को मृत घोषित कर दिया। पोहरी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम कराने के बाद मृतक का शव परिजनों को सौंप दिया। ट्रक को जब्त कर लिया गया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
कोलारस के कुलवारा गांव में युवकी की ट्रेन से कटकर मौत
शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के कुलवारा गांव के पास रविवार को एक युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। युवक ट्रेन की चपेट में आने से इतना क्षत विक्षिप्त हो गया कि उसकी पहचान चेहरे से भी नहीं हो सकती है। मृतक की उम्र करीब 40 से 45 वर्ष बताई गई है।
कोलारस थाना प्रभारी जितेंद्र मावई ने बताया कि रविवार सुबह चौकीदार द्वारा कुलवारा गांव के पास रेलवे ट्रैक पर शव होने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस रखवा दिया है शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
मृतक का शव ट्रेन की चपेट में आने से पूरी तरीके क्षत विक्षिप्त हो चुका है। मृतक के पास पहचान के कोई भी दस्तावेज नहीं मिले और न ही कोई सामान मिला है। शव को फिलहाल पोस्टमॉर्टम रखवा दिया गया है। शव मिलने की सूचना आस-पास के क्षेत्रों सहित जिले के थानों में पहुंचा दी गई। पुलिस फिलहाल मृतक की शिनाख्त करने का प्रयास कर रही है।
सजायाफ्ता कैदी फांसी के फंदे पर लटका मिला
शिवपुरी जिले के पोहरी थाना क्षेत्र के उमरई गांव में जेल से पेरोल पर आए आरोपी ने शनिवार की दोपहर फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने के शव परिजनों को सौंप मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी थी।
दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद था, पेरोल पर आया था घर
जानकारी के मुताबिक उमरई गांव के रहने वाला 28 साल का कान्हा उर्फ मोहन पुत्र करन सिंह आदिवासी साल 2016 में दुष्कर्म के आरोप में जेल गया था। इसके बाद आरोप सिद्ध होने के बाद कान्हा उर्फ मोहन को सजा हो गई थी। कान्हा उर्फ मोहन करीब सात साल से ग्वालियर की जेल में बंद था। 25 अगस्त को कान्हा उर्फ मोहन पेरोल पर जेल से छूट कर आया था और अपने गांव में रह रहा था।
शनिवार को वापस जेल जाना था
जानकारी के मुताबिक कान्हा उर्फ मोहन आदिवासी की पेरोल की अवधि शनिवार 9 अगस्त को समाप्त होने वाली थी। मोहन आदिवासी को शनिवार की शाम तक ग्वालियर जेल पहुंचना था। मोहन आदिवासी के भाई ने शनिवार को दोपहर ग्वालियर जेल छोड़ आने की बात कही थी।
मोहन अपने भाई से नहाने का कहकर कुएं पर चला गया था। जब कान्हा उर्फ मोहन वापस नहीं लौटकर आया तब परिजन उसे कुएं पर तलाशने पहुंचे थे। जहां कान्हा उर्फ मोहन आदिवासी का शव पेड़ पर लटका हुआ मिला।