शिवपुरी। खबर हैं वह नेताओं, मंत्रियों के वादे को लेकर है, जो आम लोगों से वादे तो करते हैं लेकिन उन्हें पूरा कभी भी नहीं करते हैं,लेकिन यहां आम घोषणा और वादा नही था,7 चिताओं की राख पर आंसू बहाते परिजनों से किया गया था। इस घटना ने शिवपुरी जिला ही नही मप्र को भी झकझोर दिया था। इस हादसे में कोलारस तहसील के चिलावद गांव के 7 लोगों की जल समाधि बन गई थी।
हादसे को 4 महीने से भी अधिक समय गुजर चुका है। गमगीन माहौल मे रोत बिलखते मासूमों के परिजनों से जनप्रतिनिधि मिलने गए थे। शोक संवेदना भी प्रकट की थी। सोशल पर भी परिजनों के साथ फोटो पोस्ट कर दुख भी वायरल किया था। वादे भी कर आए थे लेकिन आज तक एक भी वादा पूरा नहीं हुआ है।
चलिए अब हम आपको उस हादसे का रिवीजन कराते है
16 मार्च 2023 को शिवपुरी जिले के कोलारस तहसील के चिलावद गांव से 17 यात्री कैला देवी के दर्शनों के लिए पैदल यात्रा पर निकले थे। 18 मार्च को यह सभी यात्री चंबल नदी को पार कर रहे थे तभी अचानक से पानी का बहाव तेज हो गया। और इन सभी यात्रियों के पैर जमीन से उठने लगे। जिसके बाद वहां एक दम से उन यात्रियों के हाथ एक दूसरे से छूटने लगे थे। जिसके कारण वह चंबल नदी में डूब गये। 17 यात्रियों में से 10 लोग तैर कर मौत के मुहं से वापस आ गए। लेकिन 7 लोगों की जिंदा चंबल के जल में जल समाधि बन गई।
दो लोगों के शव घटना के कुछ घंटे बाद ही तलाश लिए गए थे। तीन लोगों के शव 19 मार्च को नदी में से रेस्क्यू के दौरान मिले, जबकि शेष बचे बृजमोहन व लव कुश का शव सोमवार को नदी ने उगल दिया। दोनों के शव 20 मार्च को पानी पर उतराते मिले।
उस दिन चिलावद के शमशान पर हर आंख थी नम
20 मार्च को चिलावद के श्मशान पर हर आंख नम थी, क्योंकि वहां बने चबूतरे पर तीन चिताएं पहले ही जलाई जा चुकी थीं, परंतु यह तीनों चिताएं ठंडी भी नहीं हो पाईं उससे पहले रश्मि व रूकमणि की अर्थी भी श्मशान पहुंच गईं। ऐसे में इन दोनों चिताओं को जलाने के लिए श्मशान में चबूतरे कम पड़ गए। ऐसे में इन दोनों शवों को जमीन पर रख कर अंतिम संस्कार किया गया। वहीं देर रात बृजमोहन व लव कुश के शव का अंतिम संस्कार भी रात में ही जमीन किया गया। बुजुर्गों का कहना अब से पहले ऐसा दृश्य कभी भी नहीं देखा एक साथ इतनी चिताएं जली हों ।
ये लोग डूबे नदी में
1. देवकीनंदन पुत्र हीरा कुशवाह 60 साल
2. धनीराम पुत्र हीरा कुशवाह 30 साल
3. रुकमणी पत्नी दीपक कुशवाह
4. लवकुश पुत्र धाम सिंह कुशवाह
5. कल्लो पत्नी श्याम कुशवाह
6. बृजमोहन पुत्र पप्पू कुशवाह
7. रश्मि पत्नी सुनील कुशवाह
प्रभारी मंत्री सिसोदिया ने तोड़ा वादा,आज तक नहीं पहुंची सहायता राशि
ग्राम पंचायत से चिलावद से सरंपच का चुनाव लड चुके धान सिंह कुशवाह का कहना है कि हादसे के बाद प्रभारी मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया भी हादसे का शिकार हुए परिवार वालों से मिलने पहुंचे, उन्होंने कहा था कि हम तुम्हें जो चले गये हैं वह तो वापस नहीं कर सकते, लेकिन हम आपको 20 हजार रूपये प्रति व्यक्ति सहायता राशि देने का वादा कर आए थे यह कह कर आज तक मंत्री जी का फोन उस परिवार के पास नहीं पहुंचा। वही प्रभारी मंत्री ने मृतकों के परिवारों को कुटीर देने का वादा किया था लेकिन यह कुटीर आज तक मंजूर नही हुई है।
विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी जी ने तो फोन उठाना भी कर दिया बंद
कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने भी 10 हजार डूबे हुए परिवार के लोगों को देने का वादा किया था, लेकिन विधायक जी तो अब फोन ही नहीं उठाते, और जब पहले फोन लगाते थे तब कहते थे कि एक दो दिन में पैसे करवा देंगे। लेकिन अभी तक 4 महीने होने वाले हैं अभी तक कोई सहायता राशि नहीं मिली।
जिला स्तर से मिली है मृतकों को सहायता राशि
बताया जा रहा है कि मृतकों के परिवार को चार चार लाख रुपए की सहायता राशि मिल चुकी है वही जिला कलेक्टर ने 25-25 हजार की सहायता राशि दी है वही पंचायत स्तर से 5-5 हजार की सहायता राशि मिली है।
इनका कहना है
ग्राम पंचायत चिलावद के सचिव का कहना है कि मृतकों के परिवारों की कुटीरो का प्रस्ताव बनाकर जिला स्तर पर भेज दिया गया है। लेकिन अभी सूची जारी नहीं हुई है स्पेशल टारगेट में उनकी कुटी मंजूर होकर आऐगें। वही शासन स्तर पर भी सहायता मृतक के परिवार को मिल चुकी है।
बंटी धाकड,सचिव ग्राम पंचायत चिलावद
इनका कहना है
इन मृतको के परिवार की सहायता राशि सहित विधायक निधि स्वेच्छानुदान से 39 लाख रुपए की सूची स्वीकृति पहुंच चुकी है अब बैंक अपना काम रही है और जल्द ही सबके खाते में यह राशि पहुंचना प्रारंभ हो गई है
वीरेन्द्र रघुवंशी,विधायक कोलारस