शिवपुरी। शिवपुरी जिले में झोला छाप डॉक्टर यमराज का काम कर रहे है और सीएमएचओ कार्यालय यमराज का रोल निभा रहा है। शिवपुरी जिले में 2 डॉक्टरों पर गलत इंजेक्शन लगाने के आरोप लगे है इन दोनों ही मामलों में मरीज की मौत हुई है। एक मामले में डॉक्टर ने अपनी इलाज के दौरान पैथी बदल दी वही बीते रोज एक मौत के मामले में डॉक्टर ने पहले इलाज किया,मरीज की तबीयत बिगडी तो खुद ही सरकारी अस्पताल छोड आया। उसके बाद मरीज की मौत हो गई। शिवपुरी जिले में 500 झोलाछाप डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने इन डॉक्टरों को मरीजो के प्राण हरने को लिए खुला छोड़ रखा है।
रविवार को एक झोलाछाप ने हर लिए प्राण
कोलारस अनुविभाग में आने वाले तेंदुआ थाना सीमा की में लेवा गांव के रहने वाले 48 वर्षीय रामजीत चिडार पुत्र खच्चु चिडार अपने 2 साल के नाती का उपचार कराने लेवा गांव के एक झोलाछाप डॉक्टर केसरी धाकड़ की क्लीनिक पर शनिवार की दोपहर पहुंचे थे। जहां उन्होंने अपनी जुकाम-खांसी के उपचार की बात भी डॉक्टर केसरी धाकड़ से की थी।
केसरी धाकड़ ने रामजीत चिडार को एक इंजेक्शन लगा दिया था। इंजेक्शन लगने के बाद ही रामजीत चिडार अचेत होकर क्लिनिक पर गिर पड़ा था। इसके बाद डॉक्टर केसरी धाकड़ अपने वाहन में बैठाकर रामजीत चिडार को कोलारस के स्वास्थ्य के अंदर छोड़कर भाग गया था।
इस दौरान गांव का रहने वाला राकेश चिडार भी कोलारस के स्वास्थ्य केंद्र में आया हुआ था। तब कोलारस के स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी डॉक्टर ने रामजीत को मृत घोषित कर दिया था। रामजीत की मौत की सूचना राकेश चिडार ने उसके के बेटे नीरज चिडार को फोन पर दी थी।
पिछोर मे इजाल की बदली पैथी,मरीज की मौत
पिछोर में हनुमान बाग स्थित चौधरी क्लीनिक पर होम्योपैथिक डा. पीयूष चौधरी द्वारा इलाज करने के बाद 23 जून को प्रकाश कोली की मौत हो गई। होम्योपैथी डाक्टर ने मरीज को इंजेक्शन लगा दिए जिसके बाद एसडीएम ने उसका क्लीनिक सील कर दिया था। इस मामले मे डॉक्टर ने मरीज को इंजेक्शन लगाया है होम्योपैथी डिग्री वाला डॉक्टर इंजेक्शन लगाने की पात्रता नही रखता।
इसी वर्ष मार्च में फिजिकल क्षेत्र में एक झोलाछाप डॉक्टर ने महिला को गलत इंजेक्शन दे दिया था जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। समय रहते उसे जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया जिससे उसकी जान बच गई।
वर्ष 2020 में गिरिराज नाम के व्यक्ति की झोलाछाप डॉक्टर के यहां इलाज कराने के दौरान मौत हो गई थी। उसे मामूली दर्द की शिकायत थी और रात में दवा खाने के बाद सुबह वह मृत मिला था।
अक्टूबर 2022 में शहर के कमालगंज में एक झोलाछाप डॉक्टर के यहां युवती का मोतीझला का इलाज चल रहा था। जब उसकी तबीयत बिगड़ी तो स्वजन जिला अस्पताल लाए जहां युवती की मौत हो गई। इस मामले को संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने मर्ग कायम किया था।