SHIVPURI NEWS- दिनारा की फूला माता पर गोट करने आए परिवार के 14 साल के बालक की मौत, बच्चे को बचाने ASI गौतम कूंदे थे

Bhopal Samachar
विवेक यादव @ दिनारा। शिवपुरी जिले के करैरा अनुविभाग के दिनारा थाना सीमा में एक तालाब में बने गहरे गड्ढे में 14 साल के बालक की पानी में डूबने से मौत हो गई। परिवार दिनारा की फूला माता पर ग्वालियर से गोट मनाने आया था। मृतक बालक अपने दोस्तो के साथ तालाब की ओर चला गया और नहाने के लिए उसमे उतर गया। बीच तालाब में बने इस पानी के गहरे गड्ढे में डूब गया जिससे उसकी मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार नीरज रजक तारा गंज ग्वालियर अपने परिवार के साथ दिनारा की प्रसिद्ध माता फूला माता मंदिर पर अपनी मन्नत पूरी होने के बाद गोट करने आए थे। बताया जा रहा है कि फूला माता मंदिर पर आए रजक परिवार अपनी गोट का खाना बनाने मे व्यस्त हो गया था। नीरज का बड़ा बेटा ध्रुव रजक अपने दोस्तों के साथ मंदिर से तालाब की ओर निकल गया।

जानकारी मिल रही है कि दोपहर लगभग 1 बजे ध्रुव अपने साथियों सहित तालाब पर पहुंच गया और तालाब में बने एक गड्ढे में नहाने को लिए उतर गया। तालाब में बना यह गढडा लगभग 20 फुट गहरा बताया जा रहा है जो जिसमें बारिश के पानी भर जाने के कारण वह लबालब भरा हुआ है। ध्रुव ने अपने कपडे उतारे और उसमें कूद गया लेकिन फिर बाहर नही निकला,साथ में गए अन्य बच्चों ने शोर मचाना शुरू कर दिया तो स्थानीय ग्रामीण वहा एकत्रित हो गए।

तत्काल मामले की सूचना दिनारा थाना पुलिस को दी गई। सूचना के 10 मिनट के अंदर दिनारा थाने के एएसआई विनोद गौतम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। एएसआई विनोद गौतम ने बताया कि जब पुलिस वहां पहुंची तो सब लोग खडे थे कोई भी बच्चे को बचाने के लिए पानी में नहीं कूदा था,मैं वर्दी सहित इस गड्ढे में कूद गया,इसके बाद कई स्थानीय निवासियों ने गड्ढे में छलांग लगा दी। उसके बाद ध्रुव को पानी से निकाला और उसकी शरीर को दबाया तो उसके मुंह और कान से पानी निकला।

झांसी में डॉक्टरों ने किया मृत घोषित

ध्रुव को दिनारा के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे झांसी रैफर कर दिया। झांसी में डॉक्टरो ने बालक को मृत घोषित कर दिया। दिनारा पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कार जांच शुरू कर दी है।

रविवार को लगाता है फूला माता पर मेला

दिनारा की फूला माता पर रविवार पर जात भरती है ओर मेला लगता है। इस मंदिर पर दूर दूर से लोग मन्नत मागंने आते है और मन्नत पूरी होने के बाद गोट करने आते है। यह परिवार भी अपनी मन्नत पूरी होने के बाद गोट करने आया था। इस घटना के बाद लोगो का कहना है कि स्थानीय निवासियो ने तालाब में यह गढडा इसलिए खोदा है कि इसका पानी खेतो में उपयोग कर सके,लेनिक यह गढडा किसी की भी जान ले सकता है कि क्यो की तालाब में 20 फुट की गहराइ नही होती। यह गढडा अब किसी की भी जान ले सकता है। प्रशासन को इस गढडे को पुरवाना चाहिए नही तो कभी भी कोई भी हादसा यहां हो सकता है।