Shivpuri News- पार्क में बने बाड़े से फरार हुआ क्रिमिनल माइंडेड टाइगर, प्रबंधन नही कर रहा है पुष्टि

NEWS ROOM
शिवपुरी।
शिवपुरी के टाइगर प्रोजेक्ट को झटका देने वाली खबर मिल रही है कि 10 मार्च को माधव नेशनल पार्क में 2 टाइगर रिलीज किए थे। इन टाइगरो को अलग अलग बाडो में छोडा गया था। इसमें से सतपुड़ा से आया टाइगर बाडे से फरार होने की खबर मिल रही हैं। हालांकि इस खबर की पुष्टि फिलहाल माधव नेशनल पार्क के प्रबंधन ने नही की है। सभी अधिकारियों के मोबाइल बंद आ रह है। लेकिन टाइगर के फरार होने के पोस्ट सोशल से वायरल हो रही है। वही सूत्रों का कहना है कि टाइगर बाडा छोड गया है,पार्क का अमला इस टाइगर की तलाश में जंगलों में समा गया हैं।

11 मार्च को भी टेंशन दे गया था यह टाइगर

बताया जा रहा है कि बीते रोज भी यह टाइगर फॉरेस्ट कर्मियो को टेंशन दे गया था। देर शाम बाडे में टाइगरों को धूप से बचने के लिए बनाए गए मचान के पीछे घास में जाकर दुवक गया और 2 घंटे तक बाहर नही आया। जब बहुत देर तक फॉरेस्ट कर्मियों को यह नही दिखा तो वह टेंशन में आए। वही टाइगरो के लिए बनाए गए बाडो के पास टाइगर जैसे फुटमार्क भी दिखे,फॉरेस्ट कर्मियों ने सोचा कि शायद टाइगर फरार हो गया। वही जब फॉरेस्ट कर्मियों को टाइगर बाडे में दिख गया,फिर इन फुटमार्क पर विचार किया गया तो अनुमान लगाया कि यह किसी बडे तेंदुए के पगमार्क होंगे जो टाइगर की गंध पाकर वहां से भाग गया होगा।

जिस टाइगर के बाड़े से फरार होने की अफवाह है वह क्रिमिनल माइंडेड है

शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में लाया गया यह टाइगर, दूसरे बाघों की तरह सामान्य नहीं है। इसकी उम्र 4 साल है। यानी पूरी तरह से वयस्क हो चुका है। यह शुरू से ही क्रिमिनल माइंडेड है। इसे दहशत फैलाने में मजा आता है। यह जानवरों के साथ-साथ अपनी टेरिटरी में आने वाले इंसानों को भी तंग करता है। इसके परिवार को बढ़ाने में मदद करने के लिए दो मादा बाघ पन्ना एवं बांधवगढ़ नेशनल पार्क से भेजी जा रही है,लेकिन पन्ना वाली लेडी टाइगर को यह सरकारी पति पसंद नही आया इस कारण वह रूठ कर जंगलों में छुप गई। अब दूसरी लेडी टाइगर लाने पर विचार किया जा रहा है।

राजा नहीं डॉन है, छापामारी में माहिर है

यह टाइगर जंगल का राजा नहीं बल्कि जंगल का डॉन है। छापामारी में माहिर है। अचानक हमला करता है और अपने शिकार को बचने का मौका तक नहीं देता। दहशत फैलाने के लिए अंधेरी रात में कुछ इस तरह से निकलता है कि, यदि कोई इंसान इसे देख ले तो दहशत के मारे कई दिनों तक कांपता रहेगा। मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान भोपाल में जितने भी लोगों ने रात के समय इसे देखा, कई रातों तक चैन से सो नहीं पाए।

भोपाल में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने इसे पकड़ने के लिए पिंजरे में बकरी को रखा था। यह इतना शातिर है कि, बकरी को चुरा ले गया और पिंजरा वैसा का वैसा रह गया। यह तभी फारेस्ट डिपार्टमेंट के पिंजरे में आया जब इसने पूरे कैंपस को घूम लिया और कैंपस से पसंद नहीं आया।
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