मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग पर मधुमक्खी का छत्ता, डर में कर्मचारी और मरीज- Shivpuri News

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शिवपुरी।
मेडिकल कॉलेज परिसर के साथ-साथ स्वास्थ्य मुख्यालय में मधुमक्खी डेरा डाले हुईं हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग बेसुध है मधुमक्खियों के छत्ते से डॉक्टरों, कर्मचारियों के साथ साथ मरीजों के लिए हमेशा खतरा बना हुआ है।

बताना होगा कि मधुमक्खियों ने मेडिकल कॉलेज के चौथी मंजिल में महिला वार्ड के छज्जे और खिड़की के ऊपर अपना छत्ता बनाया है। मधुमक्खी का यह खतरा मरीजों के लिए तो है ही साथ साथ अस्पताल के चिकित्सक और कर्मियों के लिए भी है। जरा से उकसाने पर मधुमक्खी जानलेवा साबित हो सकती है।

जानकार बताते हैं कि यह कोई साधारण मधुमक्खी का छत्ता नहीं है। यह भौंरा मधुमक्खी का छत्ता है। जो अपनी प्रजातियों में काफी खतरनाक मानी जाती है,इन मधुमक्खियों का शहद जितना मीठा होता है उनका डंक उतना ही खतरनाक माना जाता है।

डंक लगने के बाद शरीर में सूजन के साथ तेज दर्द होने लगता है। मधुमक्खीयो के छत्ते में जरा सी छेड़छाड़ होते ही यह भड़क जाती है और दूर तक पीछा कर लोगों को अपना शिकार बनाने लगती है। कई मामले में मधुमक्खी के काटने पर लोगों की जान चली जाती है।

मधुमक्खी ने अपना छत्ता मेडिकल कॉलेज के चौथे मंजिल अस्पताल के छज्जे पर जाने पर खिड़की पर बनाया गया है। गनीमत यही है कि शीशा लगे होने की वजह से मधुमक्खी का प्रकोप अस्पताल में नहीं आ रहा है। लेकिन बड़ी संख्या में मधुमक्खीयां खिड़कियों के आसपास उड़ती देखी जा सकती है।

परंतु शीशे की खिड़की से जरा सी छेड़छाड़ होते ही मधुमक्खी का कहर अस्पताल के मरीजों पर टूट सकता है और यह मधुमखियाँ मरीजो के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। इस दिशा में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही खुलकर देखी जा रही है।

मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज पहले से ही कमजोर होते है। इस स्थिति में अगर मधुमक्खियां अगर हमला करती है तो मरीज के साथ साथ स्टाफ के लिए भी जानलेवा खतरा हो सकता है।
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