विश्व स्तर की झील का हाल बेहाल: जलकुंभी ने जकड़ रखा है राजकुमारी को, मिस्टर मगरमच्छ भी गायब, यह हाल है- Shivpuri News

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शिवपुरी।
शिवपुरी जिले में पर्यटन को बढ़ाने की कवायद चल रह हैं,नए साल में माधव नेशनल पार्क में 5 टाइगर आने की उम्मीद है,अगर सब कुछ सही रहा तो 15 जनवरी तक माधव नेशनल पार्क में टाइगर आने की उम्मीद है। शिवपुरी में पर्यटन की दृष्टि से वर्तमान में बहुत कुछ है लेकिन प्रशासन लापरवाही से पर्यटन शिवपुरी से निराश लौटते हैं। अब नए साल का आगाज होने वाला है और शिवपुरी को विश्व पटल पर पहचान दिलाने वाली सांख्य सागर झील जिसे रामसर साइट का दर्जा मिल चुका हैं, इस झील को देखने के लिए पर्यटक आ रहे है लेकिन इस झील पर जलकुंभी का कब्जा हो चुका है और इस कारण राजकुमारी की चाल रुक गई है वह जलकुंभी इतनी घनी है कि मगरमच्छ भी नहीं दिख रहे है। इससे शिवपुरी के पर्यटन का नुकसान हो रहा हैं।

बरसात में ही हो गया नौका विहार बंद

सांख्य सागर झील जो कुछ माह पूर्व ही रामसर साइट घोषित हुई है इसी सांख्य सागर झील में नौका विहार के लिए एमपी टूरिज्म ने इंतजाम भी किया गया था। शिवपुरी में अक्सर गर्मियों के मौसम में नौका विहार को झील में पानी की कमी के चलते बंद कर दिया जाता था, लेकिन इस बार तो बरसात के मौसम में ही नौका विहार को बंद कर दिया गया।

इसकी मुख्य वजह जलकुंभी है। जलकुंभी ने सांख्य सागर झील में उतारी गईं मोटर वोट सहित राजकुमारी ;बड़ी वोटद्ध को पूरी तरीके से जकड़ रखा है। जलकुंभी के जाल में फंसने के बाद यह वोट अपनी जगह से हिल भी नहीं सकती है इसके बावजूद जिम्मेदारों ने इस समस्या से निपटारे के विकल्प खोजने की अपेक्षा अपनी जिम्मेदारी से मुह मोड़ रखा है जिसके चलते पर्यटकों में उदासीनता का माहौल देखने को मिल रहा है।

नहीं देख पा रहे पर्यटक रामसर साइड के ब्रांड एंबेसडर मगरमच्छ

जिस सांख्य सागर झील को रामसर साइड का दर्जा प्राप्त हुआ है जिसके लिए माधव नेशनल पार्क की ओर से रामसर साइट घोषित होने के बाद सांख्य सागर झील में मौजूद सैकड़ों की संख्या में मगरमच्छ को सांख्य सागर झील का ब्रांड एंबेसडर घोषित करने का प्रस्ताव भी भेजा गया है।

सांख्य सागर झील में मौजूद मगरमच्छ को देखने के लिए पर्यटकों को नौका विहार करना होता है तब कहीं झील किनारे धूप सेकते मगरमच्छ को पर्यटक देख सकते हैं लेकिन नौका विहार के बंद होने से यह नजारा भी पर्यटक नहीं देख पा रहे हैं।

निराश लोटेगे नए साल मनाने वाले

नए साल में शिवपुरी में पर्यटन आने की उम्मीद है,शिवपुरी आकर राजकुमारी की सवारी करना पसंद करेंगे,लेकिन राजकुमारी को जलकुंभी ने जकड़ रखा है,इस कारण पर्यटक निराश लौटेंगे,इससे शिवपुरी जिले के पर्यटन पर भविष्य में असर पडेगा। बरसात से बंद राजकुमारी को अभी तक जलकुंभी की जकड से मुक्त नहीं किया गया है। अगर ऐसा ही हाल प्रशासन का रहा तो किसी भी हाल में टूरिज्म का लेवल शिवपुरी में नहीं बढ़ सकता है।

इनका कहना हैं
नेशनल पार्क वालो ने हमसे बरसात में कहा था तो हमने जलकुंभी को हटावा दिया था,इतना बजट भी हमारे पास नही रहता हैं,इस संबंध में सार्क के अधिकारियों से फिर से बातचीत करेंगें। जलकुंभी को हटाने के लिए ठोस कदम उठाऐंगें।
विनोद शर्मा, ईई जल संसाधन विभाग, जिला शिवपुरी
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