अवैध कॉलोनी के मामले में नप गए CMO अवस्थी, कहानी ताकतवर भू माफियाओं की, SDM नही कर रहे कार्रवाई- Shivpuri News

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EX-Rey ललित मुदगल@ शिवपुरी।
शिवपुरी में लगातार अवैध कॉलोनी काटी जा रही हैं। बिना अनुमति,बिना परमिशन और बिना डेवलपमेंट किए खेत को प्लॉट बनाकर बेचा जा रहा हैं। शिवपुरी विधायक और प्रदेश की कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों से साफ शब्दों में कहा था कि अवैध कॉलोनी काटने वाले कॉलोनाइजरों पर मामला दर्ज किया जाए। ADM ऑफिस ओर SDM आफिस ने पटवारियों ने सूची मांगने का क्रम जारी हो गया।

एक आंकड़े के हिसाब से शिवपुरी जिले के निकाय क्षेत्रों में 20 लोगों पर मामले दर्ज किए है और 5 करोड़ का जुर्माना लगाया गया हैं। वही शिवपुरी एसडीएम के कार्यक्षेत्र में कटने वाली कॉलोनियो के प्रकार की संख्या जीरो हैं। एकाध प्रकरण में मामला दर्ज किया है।

पहले समझे ADM और SDM का कॉलोनी प्रकरणो में कार्य क्षेत्र

शिवपुरी शहर के निकाय क्षेत्र में काटी जाने वाली कॉलोनी का कार्यक्षेत्र एडीएम ऑफिस के अंतर्गत आता हैं। एसडीएम ऑफिस की निगरानी में शिवपुरी जिले में आने वाले समस्त निकाय क्षेत्र आते है। वही एसडीएम आफिस कार्यक्षेत्र में ग्रमीण क्षेत्र आता हैं।

शिवपुरी शहर के समीप आने वाली ग्राम पंचायत सिंह निवास,रातौर,नौहरी, और बासखेडी में वर्तमान समय में 100 से अधिक कॉलोनी काटी जा चुकी है इसमें सबसे हैरानी वाली बात है कि सिंह निवास हल्का क्षेत्र में सबसे अधिक कॉलोनी काटी जा रही है,लेकिन एसडीएम शिवपुरी गणेश जयसवाल ने एक भी कॉलोनाइजर पर मामला दर्ज नहीं करवाया है। यह चर्चा सर्वत्र है या यू कह ले की एसडीएम आफिस खेतो को प्लाट बनाने वाले कॉलोनाइजरों को अभय दान दे रहे है। वर्तमान में सेट चार्ल्स स्कूल के सामने 2 बडी बडी कॉलोनी काटी जा रही है और एक कॉलोनी में मकान बनाकर भी बेचे जा रहे है लेकिन एसडीएम आफिस इस और ऑखे मूदकर बैठा है।

अवैध कॉलोनी के मामले में नपे है CMO शैलेष अवस्थी

शहरी क्षेत्र में वैध कॉलोनी काटने की प्रक्रिया में नगर पालिका का भी अहम रोल होता हैं। शिवपुरी शहर में गुना-ग्वालियर बाईपास पर एक कॉलोनी काटी गई थी। इस कॉलोनी की परमिशन भी ली गई थी यह कॉॅलोनी ओझा ब्रदर्स ने काटी थी परमिशन के नियमों के अनुसार वैध कॉलोनी काटने के नियमानुसार काटे गए प्लाटों की संख्या के अनुपात में 10 प्रतिशत प्लाट कलेक्टर या कॉलोनी परमिशन देने वाले सक्षम अधिकारी के यहां बंधक बनाने होते है। इस कॉलोनी में सभी प्लॉट बिक चुके थे अब बारी थी बंधक रखे गए प्लॉटो के मुक्त कराने की प्रक्रिया में सीएमओ नगर पालिका भौतिक सत्यापन करते है इसी भौतिक सत्यापन में इस कॉलोनी में कई गडबडी थी इस कारण ओझा ब्रदर्स के हिसाब से रिपोर्ट नहीं बन रही थी इस कारण ही सांसद महोदय मंच से CMO के खिलाफ दहाड़े थे।

भू-माफियाओं का सिडिकेंट चला रहा है शिवपुरी में सरकार

सवाल यह बनता है कि सीएमओ बाद सहम तो नहीं गए एसडीएम शिवपुरी शहर में बने भू माफियाओं के सिडिकेंट इतना ताकतवर है कि वह किसी का भी ट्रांसफर करा सकते हैं। आज जन को लगता है कि प्रशासन में फला नेता की चलती है या फिर फला गुट की,लेकिन यह असत्य है निराधार है प्रशासन में चलती है नए उपजे भू माफियाओं के सिंडिकेट की। उदाहरण सामने आया है कि ताकतवर भूमाफिया सभी दलों के सभी गुटों के पास अपनी पहुंच रखते हैं। इसकी प्रत्यक्ष उदाहरण सीएमओ के सस्पेंड के रूप में सामने आया हैं।

वर्तमान में सबसे अधिक कॉलोनी काटी जा रही

वर्तमान में SDM ऑफिस के कार्य क्षेत्र में सबसे अधिक कॉलोनी काटी जा रही है,लेकिन यह अवैध कॉलोनी काटने वाले कॉलोनाइजर पर कार्रवाई नहीं हो रही है। एसडीएम गणेश जयसवाल की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठ रहे है कि कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे है।
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