तोरन की मौत के बाद नेशनल हाईवे जाम कर दिया,मारपीट के कर पेड़ पर लटका दिया था- Badarwas News

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बदरवास।
खबर जिले के कोलारस विधानसभा के बदरवास थाना क्षेत्र से एक जमीनी विवाद में 50 वर्षीय तोरन और और उसकी पत्नी के साथ मारपीट कर दी,मारपीट के बाद तोरन रात में गायब हो गया और सुबह तोरन एक पेड़ पर लटका मिला। बताया जा रहा है कि उसकी पत्नी थाने पहुंची और मामले की जानकारी भी दी लेकिन उसकी सुनवाई नहीं की। आज सुबह जब तोरन पेड़ पर लटका मिला तो गुस्साए लोगों ने एनएच 45 फोरलेन हाईवे को जाम कर दिया।

जानकारी के अनुसार बदरवास थाना क्षेत्र के बांसखेड़ा गांव के रहने वाले तोरन सिंह आदिवासी का जमीनी विवाद भोलू कलावत से चल रहा था। मृतक तोरन सिंह आदिवासी की पत्नी रामप्यारी बाई ने बताया की मेरे पति ने अपनी 4 बीघा जमीन गरीबी रखी थी उसके बाद उसने पैसे चुकता कर दिए थे। इसी जमीन पर वह टपरिया बना कर हम दोनो रहने लगे।

बुधवार गांव के सुशील कलावत,भोलू कलावत,सत्यम कलावत,अतुल कलावत लाठी लेकर आए और कहने लगे यह 4 बीघा का खेत तुम हमे बेच दो नहीं तो हम तुम्हें इस जमीन पर खेती नहीं करने देंगें। जब मेरे पति ने मना कर दिया कि यह जमीन नहीं बेचना चाहता हूं,इस पर इन सभी ने मेरे पति के साथ मारपीट शुरू कर दी।

मैंने उन्हें बचाने का प्रयास किया तो मेरे पर उन्होने लात घूसो से मारपीट करते हुए मेरे कपडे फाड दिए,मैने बचाकर अपनी जान बचाई मैं जब लौटकर आई तो वहां पर मेरा पति तोरन नहीं मिला।

सुबह पेड़ पर लटका मिला शव

रामप्यारी बाई के अनुसार रात्रि के समय उसके पति के साथ हुई मारपीट के बाद वह लापता था आज सुबह बांसखेड़ा गांव में पेड़ पर लटका हुआ मिला। परिजनों का आरोप है कि उसे भोलू कलावत द्वारा मारपीट कर पेड़ पर लटका दिया। परिजनों का आरोप है कि अगर रात में बदरवास थाना पुलिस ने उनकी सुनवाई कर ली होती तो तोरन सिंह आदिवासी की जान नहीं जाती।

गुस्साए आदिवासी समाज के लोगों ने लगाया हाईवे पर जाम

तोरन सिंह आदिवासी की मौत के बाद परिजन भड़क गए। जिसके बाद लगभग तीन सौ की संख्या में आदिवासी समाज के लोग हाथ में लाठी लेकर सड़बुड़ बाईपास पर पहुंचे और नेशनल 45 हाईवे को पूरी तरीके से जाम कर दिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस सहित कोलारस SDOP विजय यादव ने मोर्चा संभाला इसके बावजूद आदिवासी समाज के लोग हाईवे पर हटने के लिए राजी नहीं थे।

आदिवासी समाज के लोगों ने बदरवास थाना पुलिस के स्टाफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा समय पर कार्रवाई नहीं की। अगर वह समय पर शिकायत सुनते और गांव में आकर दबिश देते तो तोरन सिंह आदिवासी की जान बच सकती थी।

गुस्साए आदिवासी समाज के लोगों ने बदरवास थाना पुलिस में तैनात पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। एसडीओपी विजय यादव ने आदिवासी समाज के लोगों से जांच के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर जाम को खुलवाया जा सका।

कोलारस SDOP विजय यादव का इस मामले में कहना है कि 2 पक्षों के बीच जमीनी विवाद चल रहा था। पहले भी इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है। मृतक तोरन सिंह आदिवासी के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

वही बदरवास पुलिस ने तोरन आदिवासी मौत के मामले में सुशील कलावत,भोलू कलावत,सत्यम कलावत,अतुल कलावत पुलिस ने 302,323,294,34 भादवि की धारा के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया हैं।
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