Shivpuri News- 37 लाख की लागत से बनी गांव की गौशाला हुआ प्याज के गोदाम में कन्वर्ट, धाकड़ों का कब्जा

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी जनपद की ग्राम पंचायत भानगढ़ में मवेशियों के लिए बनाई गई गौ.शाला पर निर्माण के बाद से ही दबंगों का कब्जा कायम है। जिस गौशाला में मवेशियों को रखा जाना थाए उस गौशाला को गांव के दबंगों ने प्याज का गोदाम बना कर रखा हुआ है। खास बात यह है कि पंचायत के जिस सरपंच और सचिव को इस गौशाला की जिम्मेदारी सौंपी गई हैए वह पूरी तरह से चुप्पी साध कर बैठे हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत भानगढ़ में 37 लाख 85 हजार रुपये की लागत से 2020.21 में गौ.शाला का निर्माण कराया गया था। इस गौशाला में बेसहारा मवेशियों को रख कर उनका पालन पोषण करना था। इसकी जिम्मेदारी ग्राम पंचापयत के सरपंच.सचिव को सौंपी गई थी, परंतु भानगढ़ में इस गौ.शाला पर गांव के दबंग धाकड़ों ने कब्जा कर लिया और कागजों में पंचायत जिस गौ.शाला दर्शा रही है वह वास्तविकता के धरातल पर प्याज का गोदाम बनकर रह गई है।

बताया जा रहा है कि इस गौ.शाला में गांव के दबंग तारा सिंह ने प्महीनों से प्याज का गोदाम बना रखा है। खास बात यह है कि इस गोदाम को हटाने के लिए न तो पंचायत के पूर्व सरपंच मदन लाल धाकड़ व सचिव बृजेश शर्मा द्वारा कोई प्रयास किए गए और न ही नवनिर्वाचित सरपंच व हाल ही में पंचायत में स्थानांतरित होकर आए सचिव दिलीप शर्मा द्वारा कोई प्रयास किया जा रहा है।

सूत्र बताते हैं कि निर्वतमान सरपंच मदन लाल धाकड़ व सचिव बृजेश शर्मा का तो अतिक्रामक को संरक्षण प्राप्त था। खास बात यह है कि वर्तमान सचिव दिलीप शर्मा भी गौ.शाला में प्याज का गोदाम होने की बात से इंकार कर रहे हैं और पूरी तरह से अनभिज्ञता दर्शा रहे हैंए जो इस बात का द्योतक है कि उन्होंने भी अतिक्रामक को संरक्षण दे रखा है।


ग्रामीणों को धमका कर कराया शांत
गांव के कुछ ग्रामीणों ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर बताया कि जब गांव की गौशाला को प्याज का गोदाम बनाने के बारे में उन्होंने गांव के सरपंच व सचिव को बताकर इस पर कार्रवाई करने की बात कही तो उन्हें डरा धमका कर शांत करा दिया गया। अगर इन ग्रामीणों की मानें तो हालात यह बने कि सरपंच.सचिव ने उल्टा अतिक्रमण को ही यह बता दिया कि उक्त ग्रामीण आपके द्वारा गौशाला में भरी गई प्याज का विरोध दर्ज करा रहे हैं और कार्रवाई की बात कह रहे हैं। इसके बाद अतिक्रमण ने तत्काल उन्हें डराया धमकाया।

जिले की ज्यादातर गो.शाला बदहाल
यहां बताना होगा कि सरकार ने गांव.गांव में गौ.शाला इस उद्देश्य से बनाई थीं कि बेसहारा मवेशियों को सहारा और छत मिल सके लेकिन जिले भर में गौ.शालाओं का हाल बेहाल है। कोई गौ.शाला धीरे.धीरे खंडहर होती जा रही है तो किसी गौ.शाला में ताले पड़े हुए हैं। कई जगह गौ.शाला पर भानगढ़ की तरह कब्जा कर लिया गया है। जिम्मेदारों ने गौ.शालाओं के निर्माण के बाद इस बात की जहमत तक नहीं उठाई कि एक बार यह तक देख आएं कि गौ.शाला जिस उद्देश्य से बनाई गई हैंए उनका उपयोग उसी काम के लिए हो रहा है अथवा बह बदहाल होती जा रही हैं।


इनका कहना है
गोशाला में प्याज का गोदाम कैसे हो सकता है मेरी जानकारी में तो गौशाला पूरी तरह से खाली है। वहां न तो किसी का कब्जा है और न ही किसी ने प्याज का गोदाम बनाकर रखा है। इसके बावजूद मैं दिखवा देता हूं क्या मामला है।
दिलीप शर्मा, पंचायत सचिव।
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