दिलीप जैन, कोलारस शिवपुरी जिले के कोलारस नगर स्थित सदर बाजार में राधा गोपाल जी मंदिर कृष्ण जन्माष्टमी के लिए सजाया जा रहा है। यहां साल में सिर्फ एक दिन जन्माष्टमी को ठाकुरजी का अभिषेक होता है। खास बात यह है कि मथुरा के द्वारिकाधीश मंदिर की तर्ज पर कोलारस में राधा गोपाल जी का मंदिर बना है।
300 साल पुराना मंदिर होने पर यहां वृंदावन की तर्ज पर कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाती है। इसी वजह से कोलारस को मिनी वृंदावन के रूप में भी पहचान मिली है। कोलारस का राधा गोपाल जी मंदिर संतों ने द्वारिकाधीश मंदिर मथुरा की तर्ज पर बनाया था। राधा पल्ली संपदा द्वारा यहां हित महापल्ली प्रभु के निर्देश में मंदिर का निर्माण कराया था।
इसलिए मथुरा की तर्ज पर ही पूजा.पाठ आदि किया जाता है। कोलारस में रामानुज और राधावल्लभ दोनों ही संप्रदाय के भक्त निवास करते है। दोनों सम्प्रदाय सनातन काल से इस देवभूमि भारत में चले आ रहे हैं। जिसका पालन पूरी तरह आज भी कोलारस के श्रद्धालु करते आ रहे है। कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है।
भोग में बाहर की बनी सामग्री अर्पण नहीं होती साल के पूरे उत्सव भक्त शिरोमणि हरिवंश महाराज के बताए अनुसार किये जाते है यही यही अष्टयाम भोग और आरती सेवा वृंदावन के राधावल्लभ मंदिर पर की जाती है। वहां के पत्रक अनुसार सभी त्योहार मनाए जाते है।
यहां प्राचीन काल से तीन परिवार राधा गोपाल जी की सेवा करते आ रहे है उन्हीं की नई पीढ़ी आज भी सेवा में लगीं हैं। रसोई में ही ठाकुरजी का भोग बनता है बाजार की कोई भी चीज अर्पण नहीं की जाती। रात 12 बजे महाआरती होगी, रास के पद बृज भाषा में गाए जाएंगे,कृष्ण जन्माष्टमी को रात 12 बजे महा आरती प्रारंभ होगी। रास के पद ब्रज भाषा में गाए जाएंगे। साल में सिर्फ कृष्ण जन्माष्टमी को शाम 7 बजे ठाकुर जी का अभिषेक होगा। इस दिन पूरी रात कोलारस जागरण होता है।
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