शिवपुरी। रेडिएन्ट एवं दून पब्लिक स्कूल ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पटेल पार्क में “प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना” विषय पर सेमीनार व “ भविष्य के लिए पर्यावरण संरक्षण” विषय पर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन रेंज ऑफीसर शैलेन्द्र सिंह तोमर एवं अशोक अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य एवं दून पब्लिक स्कूल की डायरेक्टर डॉ. खुशी खान की अध्यक्षता में किया गया।
अतिथिगण के स्वागत के पश्चात् रेडिऐन्ट ग्रुप के अखलाक खान ने आधार वक्तव्य देते हुए कहा किधरती के अलावा किसी दूसरे गृह पर जीवन नही है इसलिए हमें प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना होगा। जल,जंगल,जमीन,जानवर और जनजीवन का आपस में गहरा नाता है। इनमें असंतुलन होने पर ग्लोबल वार्मिंग, बाढ़-आपदाऐं, बीमारियां आदि समस्याऐं हमारे अस्तित्व को चुनौतिपूर्ण खतरा उत्पन्न करती है।
मुख्य अतिथि श्री शैलेन्द्र सिंह तोमर रेंजर वन विभाग ने बच्चों एवं श्रृोतागण के साथ सीधा संवाद करते हुए पर्यावरण को आसान तरीके से समझाया। श्री तोमर ने कहा जीवित व अजीवित दोनो घटकों से मिलकर हमारा पर्यावरण बनता है हमें नदियों, तालाब, जगंल, पहाडों,पशु-पक्षियों का आदर करना चाहिए। प्रकृति में प्रत्येक घटक उपयोगी होता है। रेंजर श्री तोमर ने गोपालदास नीरज की कविता पेश करते हुए हमें संदेश दिया-
वक्त को किसने समझा नहीं उसको मिटना पड़ा हैं
बच गया तलवार से तो फूलों से भी कटना पड़ा हैं
चाहे जितनी भी बड़ी हो चाहे जितनी भी कठिन हों
हर नदी की राह से चट्टान को हटना पड़ा है।
हमारी गतिविधियों की वजह से पर्यावरण का विनाश हो रहा हैं। ये पृथ्वी भविष्य में रहने लायक बनी रहे इसलिए हमें अपने निजी स्वार्थों को त्यागकर संरक्षण के लिए उचित कदम उठाने होंगे।
अशोक अग्रवाल को मिला पहला पर्यावरण मित्र पुरस्कार जाने-माने समाजसेवी पर्यावरण के लिए सतत रूप से सजगता के साथ कार्य करने वाले अशोक अग्रवाल को दून पब्लिक स्कूल व रेडिएन्ट ग्रुप द्वारा स्थापित "पर्यावरण मित्र” पुरस्कार से नवाजा गया।
रेडिऐन्ट व दून स्कूल के संचालक शाहिद खान ने कहा कि पिछले 7-8 वर्षो की कठिन मेहनत के बाद अशोक अग्रवाल ने अथक प्रयास कर पटेल पार्क के निर्माण में महती भूमिका अदा की है। आज पटेल पार्क शिवपुरी के बाहर भी अपनी विशेष पहचान बना चुका है।
मुख्य अतिथि शैलेन्द्र सिंह तोमर, दून के डायरेक्टर डॉ. खुशी खान, डॉ. संजय शर्मा, शाहिद खान ने अशोक अग्रवाल को सम्मान पत्र प्रतीक चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर अशोक अग्रवाल ने कहा कि किसी भी कार्य को मूर्तरूप देने में कठिनाइयां तो आती है हमें अपना ध्यान लक्ष्य पर केन्द्रित करना चाहिए। पौधरोपण ऐसी जगह करें जहां उसकी समुचित देखभाल हो सके केवल लक्ष्य पूर्ति के लिए नही।
एक सैकड़ा बच्चों ने उकेरे चित्र दिया बड़ा संदेश
पेंटिंग प्रतियोगिता में पांच से बारह साल तक के बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर जो पेंटिंग बनाई उनमें भविष्य की चिंता साफ जाहिर हो रही थी। एक छात्रा ने वेंटीलेटर व ऑक्सीजन सिलेण्डर की तस्वीर उकेरी, तो किसी छात्र ने बेरंगा होती धरती का चित्रण किया। प्लास्टिक, ई-वेस्ट मैनेजमेंट, नदियों का सम्मान, प्रदूषण मुक्त धरती, वृक्षारोपण आदि विषयों पर अपनी पेंटिंग बनाकर बड़े-बड़े लोगों को सीख दी। बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग की प्रदर्शनी पटेल पार्क में 5-6 जून को आम दर्शकों के लिए लगाई गई है।
इन बच्चों को मिला पुरस्कार
जूनियर कैटेगरी में वेदांत भार्गव, रोहिणी केवट,संस्कृति खरे, मुदासीरा, कार्तिक गोयल को जबकि सीनियर कैटेगरी में आस्था गर्ग, आयुषी पवैया व वंशिका गुप्ता को अतिथिगण द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्ष व दून पब्लिक स्कूल की डायरेक्टर डॉ. खुशी खान ने बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा आपने पेंटिंग के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का जो संदेश दिया है वो बहुत ही प्रभावी है ।निश्चित रूप से हमें सद्भाव बरतने की सख्त जरूरत है।
आभार दून स्कूल के डायरेक्टर ख्यातिनाम चिकित्सक डॉ. संजय शर्मा ने व्यक्त किया। संचालन निरुपमा भटनागर व अनुष्का कुलश्रेष्ठ ने किया।
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