शिवपुरी। शहर में पहले से ही पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। सिंध परियोजना प्रतिदिन टूटती फूटती रहती है। जिसके चलते शहर में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। हालात यह है पानी की आपूर्ति नहीं होने पर शहर में पानी की सप्लाई टैंकरों के माध्यम से करने का प्रयास नपा कर रही है। परंतु अब और हालात खराब हो गए है।
नपा द्वारा डीजल का भुगतान नहीं करने पर पेट्रोल पंप ने नपा को डीजल देने से इंकार कर दिया है। जिसके चलते शहर में स्वच्छता और नपा के टैंकर थम गए है। हालात यह है कि सीएमओ को पब्लिक की शिकायत से कोई वास्ता नहीं है। वह सिर्फ अधिकारियों और नेताओं को साधकर कुर्सी पर टिके हुए है। और जनता में हाहाकार मचा हुआ है।
चंद्रा कॉलोनी,बजरंग कॉलोनी नवाब साहब रोड़ सहित विजयपुरम कॉलोनी के आमजन लाइट सहित पानी को तरसे
विगत तीन दिन पूर्व चली आँधी ने यह कि लाइट व्यवस्था ध्वस्त कर दी, बिजली महकमा तीन दिन उपरांत भी लाइट को सुचारू रूप से चालू नही कर पाया,वही मड़ीखेड़ा की लाइन तो डल गई लेकिन कनेक्शन नही दिए गए। बोर वेल तीन दिन से लाइट के न होने के चलते बन्द है।नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारी फोन उठाने से सदैव ही कतराते है जैसी सदैव उनकी मनोवृत्ति रही है। आवाम अब उन जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों को कोस रही है जिन्हें उन्होंने अपना वोट दिया था।
क्या एक बार फिर आवाम ऐसे ही पार्षद और जनप्रतिनिधियों को चुनेगी
आखिर जिम्मेदार अधिकारियों का ये नैतिक कर्तव्य बनता है कि आवाम के बीच जाकर शासन और आमजन के बीच सेतु का कार्य करें, इस तरह से आवाम से दूर जाकर सीधे शिवपुरी के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों को दोषारोपित सिद्ध करने की कवायद है।इससे पूर्व भी जिम्मेदार नगरपालिका अधिकारियों की इन करतूतों के विषय में शिवपुरी के मसीहाओं को रूबरू कराया लेकिन नतीजा सिफर निकला, क्या ऐसे लापरवाह अधिकारियों के भरोसे नगरपालिका में बीजेपी अपना झंडा गाड़ पाएगी या इन लापरवाह अधिकारियों की कारगुजारियों का खामियाजा भुगतेगी ?
इनका कहना है
हमारे डीजल का 20 लाख से अधिक का भुगतान अभी पेंडिंग है हम भी टैंकर नहीं मंगवा पा रहे है लेकिन फिर भी इमरजेंसी कार्य करने हेतु हम डीजल दे रहे हैं।कई बार चेताया लेकिन हर बार नगरपालिका का यही रवैया रहता है।
भानुप्रताप सिंह, सूबेदार, पुलिस वेलफेयर पेट्रोल पंप