पवन पाठक@ पिछोर। खबर जिले के पिछोर नगर के बाचरौन चौराहे से आ रही हैं पिछोर नगर के बाचरौन चौराहे के पास स्थित नाबालिग से बलात्कार और पॉक्सो एक्ट का आरोपी कोचिंग संचालक शब्बर खान का अवैध रूप से बने ढाबे पर प्रशासन का बुलडोजर चल गया। इस अवैध निर्माण को तोडने से पूर्व प्रशासन ने इस ढाबे को हटाने का नोटिस जारी कर दिया था। वही प्रशासन ने एक हत्या के आरोपी के अवैध निर्माण को भी जमींदोज कर दिया हैंजैसा विदित हैं कि दिसंबर 2021 को एक नाबालिग लड़की को लेकर शब्बर खान पुत्र अख्तर खान पिछोर पुलिस थाने में 376 समेत पास्को एक्ट का आरोपी है। शब्बीर खान वर्तमान जेल में बंद हैं।
जानकारी के मुताबिक शब्बर पुत्र अख्तर खान निवासी बाचरौन तहसील पिछोर का बाचरौन चौराहा स्थित ढाबा शुक्रवार को प्रशासन ने जेसीबी ले जाकर ढहा दिया है। एक दिन पहले ही शब्बर खान के नाम से नोटिस जारी किया गया था। शब्बर खान के खिलाफ नाबालिग से बलात्कार एवं पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। शब्बीर दिसंबर 2021 में अपनी की कोचिंग में पडने वाली छात्रा को बहला फुसलाकर भगा ले गया था और उसका बलात्कार किया था। उस समय भी यह मामला काफी तूल पकड़ा था,शब्बर फिलहाल जेल में बंद है।
बीते रोज 3 बजे एसडीएम जेपी गुप्ता राजस्व विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारियों नगर पंचायत के अमले के साथ जनपद पंचायत सीईओ पुष्पेंद्र व्यास खनियाधाना सीईओ राम प्रसाद गोरसिया एसडीओपी दीपक तोमर पीडब्ल्यूडी एसडीओ एसएस यादव विद्युत विभाग जेई राहुल रंजन नायब तहसीलदार ज्योति लक्षकार नगर निरीक्षक गब्बर सिंह गुर्जर समेत अन्य थाना प्रभारी आदि को लेकर अतिक्रमण हटाओ मुहिम के नाम पर एक ढाबा और एक मकान तोड़ने पहुंचे।
प्रशासन के अनुसार 30 मार्च को बाचरौन पंचायत सचिव सतीश गुप्ता और नया गांव पंचायत सचिव द्वारा प्राण सिंह लोधी पुत्र दशरथ तथा शब्बर खान पुत्र अख्तर खान पर पंचायत की अनुमति के बिना ढाबे के निर्माण का नोटिस चस्पा कर दिया गया था जिसमें अवैध निर्माण को तत्काल हटाए जाने का निर्देश दिया गया था इसी क्रम में शुक्रवार को प्रशासनिक अमला निर्माण कार्य तोड़ने पहुंचा हालांकि ढाबे से परिजनों द्वारा सामान पहले ही हटा दिया गया था
वहीं प्राण सिंह पुत्र दशरथ लोधी निवासी मनगुली का नया चौराहा पिछोर स्थित मकान जेसीबी से ढहा दिया है। प्राण सिंह लोधी के खिलाफ हत्या, आबकारी एक्ट अन्य धाराओं में 15 से 20 मुकदमा दर्ज हैं जिसमें पिछोर, मायापुर और बसई थाने के प्रकरण शामिल हैं।