18 लाख के परिवारिक लेनदेन में उलझ गई एक घर की 6 बेटियां, मां बचाने के प्रयास में दादी और नानी बेचने के फिराक में - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। दुनिया चाहे 21वीं सदी में प्रवेश कर चूकी हो लेकिन आज देश में लैंगिंग आंकडा 100 पुरुषों पर 943 महिलाओं का हैं। अभी यह समाज पुरुष प्रधान हैं,कन्या पूजन वाले देश मे कन्या भ्रूण हत्या की खबर समान्य हैं। महिलाएं अपनी दम पर चाहे अंतरिक्ष तक पहुंच गई हो,लेकिन यह तय है कि महिला ही महिला का शोषण करने में पीछे भी नहीं रहती। बेटी को गर्भ मे मारने वाले समाज में कुछ ऐसे समाज हैं जो बेटी पैदा होने पर खुशी जाहिर करते हैं,लेकिन अंत में उनकी घर आई लक्ष्मी उनकी लक्ष्मी का साधन बनती है कुछ ऐसा ही कह रही हैं यह खबर

लाल माटी क्षेत्र मे निवासरत एक कुचबुंदिया परिवार में सास-बहू का शीत युद्ध जारी था। यह युद्ध का कारण था घर की 6 लाडो। यह शीतयुद्ध गर्म होने लगा और इसकी लपटे घर से बहार निकली और समाज तक पहुंची। इस विवाद को निपटाने के लिए समाज की बैठक भी हुई लेकिन नतीजा नहीं निकला और आपसी मारपीट तक पहुंच गया। अब यह पारिवारिक मामला 2 दिन पूर्व सिटी कोतवाली पहुंचा और इस विवाद में 6 लोग 151 में जेल भी पहुंच चुके है।

सास बहू के झगडे में 6 लोग जेल,जब इस मामले में मीडिया ने झकाने का प्रयास किया तो शिवपुरी की कु प्रथा निकली। सास बहू का विवाद कारण 6 बेटियां थी। इस विवाद में बहू का मायका भी कुंदा और सीधे शब्दों में लिखे घर की 6 लाडो को बेचने का प्रयास में पैसा किसको मिलेगा। लडकियो की सास,मां या नानी के परिवार को। मीडिया के कैमरे में यह कैद अवश्य हुआ की 6 बेटियों की कीमत 18 लाख रुपए अवश्य लग चुकी हैं। वही पुलिस का कहना हैं लड़कियों को बेचने की बात किसी ने नहीं कही था आपसी विवाद था इस कारण 151 की कार्यवाही कर 6 लोगों को जेल भेजा गया है।

लालमाटी क्षेत्र में रहने वाली बेटियों की मां राजंति का आरोप है कि उसकी सास ने उसकी बेटियों को अपने कब्जे में कर रखा है और वह उन्हें गुपचुप तरीके से बेचना चाहती है। वहीं बेटियों की दादी सुनारी का कहना है कि बच्चियों की मां राजंति और उसके माता-पिता उन्हें बेचना चाहते हैं। शुक्रवार को इन बेटियों पर हक को लेकर दोनों परिवारों में चले आ रहे विवाद को शांत करने के लिए समाज की पंचायत बुलाई गई।

दोनों परिवारों ने समाज के बीच अपने-अपने पक्ष रखे और समाज ने दोनों परिवारों में सुलह के लिए बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी और दोनों परिवारों में खूब जूतम-पैजार हो गई। हालात यह बने की मामला थाने तक जा पहुंचा और दोनों पक्ष के तीन-तीन लोग जेल भी पहुंच गए।

मां बोली, हमारे यहां बिकती हैं बेटियां

इस पूरे मामले पर जब छह बेटियों की मां राजंति से बात की गई तो उसका कहना था कि मेरी सास ने सुनारी मेरी बेटियों को अपने पास रखती है, इनमें से दो बेटियां अब बड़ी हो गई हैं जिन्हें वह बेचना चाहती है। राजंति की मां का तो यहां तक आरोप है कि सुनारी बेटियों को गुपचुप बेच आएगी और राजंति को फूटी कौड़ी तक नहीं देगी। राजंति से जब यह जानने का प्रयास किया गया कि उनके समाज में बेटियां बिकती हैं क्या? इस पर उसने कैमरे के सामने स्वीकार किया कि 'हां हमारे समाज में बेटियां बेची जाती हैं'।

राजंति की बात कि पुष्टि के लिए जब मीडिया ने लालमाटी क्षेत्र में जाकर इस विवाद और बेटियों के बिकने वाली कहानी पर बात की तो कुछ लोगों ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर दबी जुबान बेटियों के बिकने की बात स्वीकार की तो कुछ का कहना था कि कोई अपने बच्चों को बेचता है क्या? हालांकि इस विवाद की जड़ समाज के लोगों ने भी बेटियों के विनिमय को ही बताया।

18 लाख के कर्ज के बदले मांग रहे छह बेटियां

मीडिया ने जब सुनारी के परिवार से बात की तो सुनारी के परिवार का कहना था कि राजंति का पिता रामप्रसाद व उसके बेटे कह रहे हैं कि हमें तुमसे 18 लाख रुपये लेना है। तुम उस कर्ज को नहीं चुका पा रहे हो इसलिए हमें अपनी छह की छह बेटियां दे दो। सुनारी के परिवार का आरोप है कि वह इन बेटियों को बेच देगा और एक दो से अपने बेटों की शादी करवा देगा। कुल मिलाकर पूरे मामले में बेटियों का विनिमय विवाद का विषय बना हुआ है।

बेटी की शादी के लिए मना किया तो खूब मारा-पीटा

अगर इस पूरे विवाद की गहराई में जाएं तो छह माह पहले भी बेटियों को लेकर दोनों पक्षों में झगड़ा हो चुका है। तत्समय 30 अगस्त 2021 को सचिन आदिवासी ने थाने में बॉबी आदिवासी, सौरभ आदिवासी, हरताज आदिवासी, रवि आदिवास के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी कि उक्त लोग उनके घर आए सौरभ ने सचिन आदिवासी से कहा कि तुम अपनी बेटी का भतीजी साधना का विवाह बॉबी आदिवासी से कर दो। जब रिश्ता करने से मना कर दिया तो चारों ने उन्हें मारा पीटा। इस मामले में कोतवाली थाने में मारपीट की शिकायत भी दर्ज हुई थी। इसी तरह से दूसरे पक्ष ने भी थाने में कई शिकायत दर्ज कराई हैं।

पुलिस के लिए यह सिर्फ दो परिवारों का विवाद

पूरा मामला लड़कियों की खरीद-फरोख्त से जुड़ रहा है, लेकिन पुलिस इसे सिर्फ पारिवारिक विवाद के नजरिए से देख रही है और शांतिभंग की धारा 151 की कार्रवाई कर अपना पल्ला झाड़ रही है। इस विवाद में दो लड़कियों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। यदि उनको गलत तरीके से बेच दिया गया या फिर रुपयों के बदले शादी करा दी तो उनका जीवन बर्बाद हो जाएगा।

इनका कहना है...
यह दोनों परिवार पारिवारिक मामलों को लेकर आए दिन झगड़ा करते हैं और मारपीट करने के बाद थाने आ जाते हैं। आज भी किसी बात पर झगड़ा करने के बाद यहां आए हैं, हमने दोनों पक्षों पर 151 की कार्रवाई की है। दोनों पक्षों के तीन-तीन आदमी जेल में हैं। थाने में दोनों ही परिवारों में से किसी ने भी बेटियों के खरीदने-बेचने के संबंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है और न ही फिलहाल ऐसा कोई मामला हमारे संज्ञान में आया है। यदि ऐसा कोई मामला सामने आता है तो दोषियों के खिलाफ उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
रामेश्वर शर्मा, प्रभारी कोतवाली थाना
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